नगर निगम, नगर पालिका और नगर पंचायत में निर्वाचित बोर्ड पर जिलाधिकारी होंगे प्रशासक
- शहरी विकास विभाग ने एक दिन पहले जारी किया शासनादेश
- निर्वाचित बोर्डों का कार्यकाल आज हो रहा है समाप्त
देहरादून : प्रदेश के सभी नगर निगम, नगर पालिका और नगर पंचायत में निर्वाचित बोर्ड के आज आखिरी दिन को देखते हुए कल (शुक्रवार) यानि चार मई से निकायों में जिलाधिकारी बतौर प्रशासक नियुक्त कर दिया है वे कल से सभी निकायों के कार्यभार ग्रहण कर लेंगे। शहरी विकास विभाग ने बुधवार को इस सम्बन्ध में शासनादेश जारी कर दिया है।
शहरी विकास मंत्री मदन कौशिक का कहना है कि सरकार की कोशिश के बावजूद कई वजहों से चुनाव तय समय पर नहीं हो पाए। इस कारण मजबूरीवश निकायों में प्रशासकों की नियुक्ति करनी पड़ रही है। सरकार शीघ्र चुनाव करवा, निकायों का काम काज निर्वाचित बोर्डों के हवाले करने के लिए संकल्पित है।
गौरतलब हो कि प्रदेश में सभी नगर निकायों में निर्वाचित बोर्ड का कार्याकाल आज तीन मई को समाप्त हो रहा है। नियमानुसार, निर्वाचित बोर्ड का कार्यकाल समाप्त होने से पहले सरकार को नए चुनाव कराने होते हैं, लेकिन इस बार तय समय तक बोर्डों में चुनाव संपन्न नहीं हो पाने के कारण निकायों में प्रशासक बैठाना सरकार की मजबूरी बन गई है ।
इसी क्रम में शहरी विकास विभाग ने बुधवार को शासनादेश जारी सभी नगर निगमों, नगर पालिका और नगर पंचायतों में चार मई से अगले आदेश तक प्रशासकों की नियुक्ति के आदेश जारी कर दिए हैं। सभी जगह जिलाधिकारी बतौर प्रशासक काम काज देखेंगे, शासनादेश में स्पष्ट किया गया है प्रशासक सिर्फ रोजमर्रा के काम ही देखेंगे, नीतिगत मामलों पर निर्णय का अधिकार उन्हें नहीं दिया गया है।
ऐसा नहीं कि सूबे के निकायों में पहली बार प्रशासक बैठाए जा रहे हों इससे पहले भी वर्ष 2008 और 2013 में भी नगर निकाय चुनाव तय समय पर होने के चलते राज्य सरकार को प्रशासक बैठाने पड़े थे। उल्लेखनीय है कि सूबे में 92 निकाय हैं जिनमें से तीन में निकाय में निर्वाचित बोर्ड नहीं है , जबकि 77 निकाय में आरक्षण घोषित हो चुका है, इसके साथ ही आठ में से सात नगर निगमों में चुनाव होने हैं।