वायरल खबर : चर्चा का विषय बनी भाजपा नेता की बेटी की शादी, कार्ड वायरल, लोग दे रहे तरह तरह की प्रतिक्रिया..
वायरल खबर : भाजपा नेता की बेटी की शादी बनी चर्चा का विषय, शादी का कार्ड वायरल
उत्तराखंड के भाजपाई नगर पालिका अध्यक्ष यशपाल बेनाम की बेटी का उत्तर प्रदेश के मुस्लिम युवक से विवाह आजकल चर्चाओं का विषय बना हुआ है। सोशल मीडिया पर अनगिनत पोस्ट इस शादी को लेकर वायरल हो रही है जिसमें शादी का कार्ड हर पोस्ट में दिखाई दे रहा है।
उत्तराखंड में अक्सर शादी के कार्ड वायरल होते रहते हैं क्योंकि कोई शादी नशा मुक्त होती हैं और या कोई शादी का कार्ड गढ़वाली भाषा में छपा होता है। इस मुहिम के लिए अक्सर ऐसे कार्ड वायरल होते हैं लेकिन कल से फेसबुक पर भाजपा नेता की बेटी का शादी का कार्ड जमकर वायरल हो रहा है। जिसने सोशल मीडिया पर बवाल मचा रखा है।
उत्तराखंड बिग न्यूज़ : शिक्षा विभाग में तबादलों को लेकर यह फार्मूला तैयार
शादी का कार्ड वायरल होने की वजह हिंदू और मुस्लिम धर्म के वर-वधू के बीच में हो रहा निकाह , विवाह विवाद की वजह बनी हुई है। कार्ड में शादी का समय शादी कहां पर होगी यह सब दर्ज किया हुआ है।
वहीं दूल्हे पक्ष की भी जानकारी है तो दुल्हन पक्ष की भी पूरी जानकारी है। जहां दुल्हन पक्ष पौड़ी का रहने वाला है तो दूल्हा पक्ष यूपी के अमेठी जिले का रहने वाला है। इस शादी को कार्ड को लेकर सोशल मीडिया पर तमाम तरह की प्रतिक्रियाएं आ रही हैं।
सोशल मीडिया पर इस को लेकर जमकर मीम्स भी बनाए जा रहे हैं। एक सोशल मीडिया यूजर्स ने लिखा कि देश प्रदेश को द केरला स्टोरी देखने का ज्ञान देने वाली भाजपा को पहले अपनी घर की बेटियों को द केरला स्टोरी दिखानी चाहिए।
सोशल मीडिया पर यूजर शादी को लेकर बधाई देते हुए तंज कस रहे हैं।
नगर पालिका अध्यक्ष यशपाल बेनाम का कहना है कि ये उनकी बच्ची की शादी है और उनकी ही रजामंदी से की जा रही है।
इसके बाद यह साफ हो जाता है कि आज पाई नगर पालिका अध्यक्ष यशपाल बेनाम को उत्तराखंड या उत्तराखंडयों की भावनाओं से कोई लेना-देना नहीं है।
साथ ही यह शादी अब राजनीतिक रूप भी ले चुकी है। सोशल मीडिया पर लोग भाजपा को लेकर भी तरह-तरह की बातें कर रहे हैं।
साथ ही उन हिंदू संगठनों को भी सोशल मीडिया पर कोसा जा रहा है कि अब एक बड़े नेता की बेटी की मुस्लिम युवक से शादी है तो यह सब मौन क्यों है! वहीं यदि कोई कोर्ट मैरिज या कोई आम आदमी की बेटी की शादी होती तो यह सब झंडे डंडे लेकर वहां पहुंच जाते।