NATIONAL

पूज्य भोले जी महाराज का 66 वां जन्मदिवस धूमधाम से मनाया गया

  • भोले महाराज के जन्मदिन पर लगा बधाई देने वालों का तांता
  • देश भर से आशीर्वाद लेने और जन्म दिवस की बधाई देने पहुंचे लोग
राजेन्द्र जोशी 
उत्तराखंड सहित देश के लगभग 27  राज्यों में तमाम सामाजिक कार्यों सहित राज्य सरकारों के साथ कंधे से कन्धा मिलाकर देश और राज्यों के विकास कार्यों में बिना स्वार्थ के करोड़ों रुपये लगाने वाले ”द हंस फाउंडेशन” आज किसी परिचय का मोहताज नहीं है। उत्तराखंड के सतपुली में विश्वस्तरीय स्वास्थ्य सेवा के लिए बनाये गए विशाल हंस करुणा मल्टीस्पेशियलिटी अस्पताल सहित उत्तराखंड के कई विद्यालयों को स्कूल बस,राज्य के चिकित्सालयों के लिए एम्बुलेंस और उत्तराखंड ही नहीं बल्कि देश के हर उस व्यक्ति के साथ मंगला माता व भोले जी महाराज खड़े नज़र आते हैं जिनके पास प्रतिभा के धनी बच्चों की पढ़ाई के पैसे नहीं होते और जिनके पास अपनों की बीमारी के इलाज का खर्च उठाने की क्षमता नहीं होती। 
DEHRADUN : मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने श्री भोले जी महाराज के जन्म दिवस के अवसर पर संस्था द्वारा दान की गई एंबुलेंस बस व ई-रिक्शा को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। नंदा की चौकी स्थित एक होटल में हंस फाउंडेशन की ओर से आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने भी शिरकत की। सीएम ने भोले महाराज को जन्मदिन की बधाई देते हुए कहा कि संस्था ने स्वास्थ, शिक्षा संस्कृति समेत अन्य क्षेत्रों में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। उन्होंने कहा कि माता मंगला द्वारा गरीबों की सहायता के क्षेत्र में किए जा रहे कार्य सराहनीय हैं। इस मौके पर कैबिनेट मंत्री प्रकाश पंत भी मौजूद रहे। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत ने भोले महाराज को जन्मदिन की बधाई देते हुए कहा कि संस्था ने स्वास्थ, शिक्षा संस्कृति समेत अन्य क्षेत्रों में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। कहा कि माता मंगला द्वारा गरीबों की सहायता के क्षेत्र में किए जा रहे कार्य सराहनीय हैं।
साधु ऐसा चाहिए, जैसा सूप सुभाय, सार-सार को गहि रहै, थोथा देई उड़ाय। यह कहावत अगर वर्तमान में किसी साधु संत महाराज या महात्मा पर चरितार्थ होती है तो वह हैं ”द हंस फाउंडेशन” के भोले जी महाराज। आम गरीब को, लोकसमाज को या फिर आम कठिनाइयों को अपने कर्मों से मिटाने का जिम्मा उठाने वाले भोले जी महाराज के 66वें जन्मदिन पर पूरे हिंदुस्तान के विभिन्न शहरों गांवों से उनके अनुयायी और आम लोगों का जमावड़ा देख लग रहा था कि कुछ तो है इस सन्त में जो कतारबद्ध खड़े लोग उनके पैर छूने उनसे आशीर्वाद लेने उन्हें बधाई देने उमड़ पड़े।
आपको बता दें कि भोले जी महाराज मूलतः पौड़ी गढ़वाल के विकास खण्ड पोखड़ा के नजदीक गांव के हैं। सिर्फ उत्तराखंड ही नहीं अपितु पूरे भारत बर्ष में वे लोक समाज के लोगों को जिस तरह सहायता देकर उनका मार्ग प्रशस्त कर रहे हैं वह अतुलनीय है। यह साधु संत समाज के पहले ऐसे पुरोधा हैं जिन्होंने समाज के कल्याण के लिए अपना धन दोनों हाथों से लुटाया है।
सिर्फ उत्तराखण्ड में उनकी फाउंडेशन लगभग 2200 करोड़ रुपये से ज्यादा की सहायता अभी तक मुहैया करवा दी है वहीं पौड़ी गढ़वाल में अरबों की लागत से एक ऐसा हॉस्पिटल संचालित किया है जिसमें हर मर्ज की दवा व डॉक्टर उपलब्ध हैं। यह हॉस्पिटल ग्रामीण क्षेत्रों के लिए वरदान साबित हुआ है।
अपने पिता हंस महाराज के नाम से “द हंस फाउंडेशन” का संचालन कर रहे भोले जी महाराज व माता मंगला आये दिन प्रदेश के लोगों को शिक्षा, स्वास्थ्य के क्षेत्र में अग्रणी योगदान देते आ रहे हैं। लोक संस्कृति पर कार्य करने वाले लोक कलाकारों को भी बढ़ चढ़कर सहायता व प्रदेश के होनहार खिलाड़ियों को आर्थिक सहायता के माध्यम से इन्होंने फलक तक पहुंचाने का अनूठा जिम्मा उठा रखा है।
यही कारण भी है कि उनके प्रशंसक उन्हें अनुयायी बन नहीं बल्कि अपनी आंखों व दिल से जो सम्मान देते हैं वह अतुलनीय है। उनके 66वें जन्मदिन पर क्या कांग्रेस क्या भारतीय जनता पार्टी व क्या क्षेत्रीय दल सभी ने बढ़ चढ़कर हिस्सेदारी निभाई व उन्हें शुभकामनाएं देने पहुंचे।
प्रदेश के महामहिम राज्यपाल, मुख्यमंत्री, वित्त मंत्री, शिक्षा मंत्री कई विधायक व कांग्रेस के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत, वर्तमान व पूर्व विधायक, कई नौकरशाह, मीडिया जगत के बड़े चेहरे, समाजसेवी व उद्योगपतियों के अलावा मुंबई, चंडीगढ़, लखनऊ, लुधियाना और दिल्ली तक से आम वर्ग के लोग भी उनका आशीर्वाद लेने व शुभकामनाएं देने पहुंचे।

devbhoomimedia

डिस्क्लेमर (अस्वीकरण) : देवभूमि मीडिया.कॉम हर पक्ष के विचारों और नज़रिए को अपने यहां समाहित करने के लिए प्रतिबद्ध है। यह जरूरी नहीं है कि हम यहां प्रकाशित सभी विचारों से सहमत हों। लेकिन हम सबकी अभिव्यक्ति की आज़ादी के अधिकार का समर्थन करते हैं। ऐसे स्वतंत्र लेखक,ब्लॉगर और स्तंभकार जो देवभूमि मीडिया.कॉम के कर्मचारी नहीं हैं, उनके लेख, सूचनाएं या उनके द्वारा व्यक्त किया गया विचार उनका निजी है, यह देवभूमि मीडिया.कॉम का नज़रिया नहीं है और नहीं कहा जा सकता है। ऐसी किसी चीज की जवाबदेही या उत्तरदायित्व देवभूमि मीडिया.कॉम का नहीं होगा। धन्यवाद !

Related Articles

Back to top button
Translate »