Uttarakhand

राज्य के चारों धामों ने ओढ़ी बर्फ की चादर,सर्द हुआ राज्य का मौसम

केदारनाथ में निर्माण कार्य हुए ठप्प 

देहरादून : उत्तराखंड में एक बार फिर मौसम ने करवट बदली और केदारनाथ, बदरीनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री ने बर्फ की चादर ओढ़ ली। कुमाऊं के पिथौरागढ़ जिले की ऊंची पहाड़ियों पर भी बर्फबारी की सूचना है। मौसम के मिजाज से पहाड़ से लेकर मैदान तक कड़ाके की ठंड पड़ रही है।

मौसम विभाग ने अगले 36 घंटे में उत्तरकाशी, रुद्रप्रयाग, चमोली, बागेश्वर और पिथौरागढ़ जिलों में भारी बर्फबारी की चेतावनी दी है। मौसम विभाग के अनुसार छह व सात जनवरी को उत्तराखंड में हल्की से मध्यम वर्षा की संभावना बन रही है। पश्चिमी विक्षोभ के चलते ऐसा हो सकता है। इस दौरान राज्य में अनेक स्थानों पर वर्षा व बर्फ गिर सकती है।

वहीँ मिली जानकारी के अनुसार दोपहर केदारनाथ में एकाएक बादल छाए और बर्फबारी शुरू हो गई। देर शाम तक यहां एक फीट से ज्यादा बर्फ गिर चुकी थी। इन दिनों केदारनाथ का तापमान रात में शून्य से नौ डिग्री दोपहर में एक डिग्री कम रिकार्ड किया जा रहा है। इस कारण वहां चल रहे पुनर्निर्माण कार्य पूरी तरह ठप हो गए हैं। इसके अलावा रुद्रप्रयाग जिले के तुंगनाथ, चोपता, दुगलबिटटा और देवरियातल में भी जोरदार बर्फबारी हुई।

उधर, शाम को कुमाऊं के मिलम, दारमा और व्यासघाटी में हिमपात शुरू हो गया है। पिथौरागढ़ जिले के मुनस्यारी में पारा एक डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया। मौसम विभाग के अनुसार आने वाले 24 घंटे में पौड़ी, देहरादून, हरिद्वार, ऊधमसिंह नगर और नैनीताल जिलों में कुछ स्थानों पर बारिश और ओलावृष्टि की संभावना है।

उधर पिथौरागढ़ से मिली जानकारी के अनुसार उच्च हिमालयन भू-भाग में जमकर बर्फबारी हो रही है। मध्य हिमालय ठिठुर रहा है। आसमान में बादल छाए रहने और ठंडी हवाएं बहने से पूरा जिला कड़ाके की ठंड के आगोश में हैं। कैलास मानसरोवर यात्रा मार्ग में नारायण आश्रम से लेकर लिपूलेख तक हिमपात हो रहा है। कालापानी से लिपूलेख तक का भू भाग कई फीट बर्फ से ढक चुका है।

मुनस्यारी के मिलम क्षेत्र में नेपाल और चीन सीमा से लगे धारचूला के व्यास और दारमा घाटी में जमकर हिमपात हुआ है। व्यास घाटी में कैलास मानसरोवर यात्रा मार्ग में नारायण आश्रम से लेकर चीन सीमा लिपूलेख तक भारी हिमपात हो चुका है।

कालापानी से चीन सीमा तक कई फीट हिमपात हो चुका है। चौदास घाटी में सिर्खा गांव और नारायण आश्रम हिमाच्छादित हो चुके है। दारमा घाटी में भी भारी हिमपात जारी है। मुनस्यारी क्षेत्र में उच्च हिमालयी भू भाग क्षेत्र में कम हिमपात हुआ। सूबे के अन्य क्षेत्रों में सुबह तो चटक धूप खिली परंतु दोपहर बाद आसमान बादलों से घिर गया। ठंडी हवाएं बहने से ठंड बढ़ चुकी है।

devbhoomimedia

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