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कोरोना कंट्रोल में आप त्रिवेंद्र रावत सरकार की कर सकते हैं प्रशंसा

हम खुश किस्मत हैं कि भारत में हैं और खासकर उत्तराखंड में हैं

सुझाव :

लेकिन ये भी कहना चाहूंगा कि हर बस अड्डे पर मुफ्त भोजनालय की व्यवस्था की जाए।

इस कार्य में लगे लोगों को प्रोत्साहन राशि दी जाए।

उन्हें आत्म सुरक्षा उपकरण प्रचुर मात्रा में दिए जाएं।

पहाड़ी शहरों एवं गांव के लिए भी कार्ययोजना पर शीघ्र कार्य किया जाए।

महानगरों में फॉगिंग,सफाई एवं नालियों में फिनायल आदि को व्यवस्था और तेज़ करने की आवश्यकता है। 

प्रकाश सुमन ध्यानी 

भारत में कोरोना का पहला केस 29 जनवरी 2020 को आया। दो माह हो गए हैं। जनता कर्फ्यू भी हो गया। 21 दिन के बंद ( लॉकडाउन) के भी आठ दिन बीत गए हैं । इस बीच पूरे विश्व में यह महामारी का रूप ले चुका है। हम खुश किस्मत हैं कि भारत में हैं और खासकर उत्तराखंड में हैं। इसलिए कि चीन पश्चिमी राज्य व अमेरिका की बजाय भारत की विशाल जनसंख्या के मध्यनज़र आंकड़ों पर दृष्टि डालें तो आज 31 जनवरी तक मरीजों का आंकडा 1251 से नीचे है और दिवंगत हो गये कुल लोग 32 हैं।  जो लोग ठीक होकर घर चले गए हैं  वे 100 हैं । हम समुदाय संक्रमण की स्थिति से अभी तक बचे हुए हैंऔर स्वास्थ्य सेवाओं को संपन्न राष्ट्रों से तुलना करें तो अपेक्षाकृत अच्छी स्थिति में हैं। पूरा देश एक जुट होकर बीमारी से लड़ रहा है। ब्रेवो 

त्रिवेंद्र सरकार की प्रशंसा हम इसीलिए कर सकते हैं कि :-

1-उत्तराखंड से अभी तक कुल 6 मरीज है।

2- अभी तक कोई दिवंगत नहीं हुआ है।

3- 2 मरीज ठीक होकर चले गए हैं।

4-छोटे से प्रदेश में दो टेस्टिंग लैब की व्यवस्था है।

5. आइसोलेशन वार्ड पर्याप्त हैं।

6- डॉक्टर व स्वास्थ्य स्टाफ तत्पर हैं।

7-आवश्यक खाद्य सामग्री (फ्ल,सब्जी ,दूध) बाहर से आती है फिर भी हम सुरक्षित हैं व प्रयाप्त व्यवस्था भी है।

8- यहां आबादी तो 1 करोड़ से ज़्यादा है परन्तु इससे 2.5 गुना लोग तीर्थयात्री है फिर भी स्तिथि कंट्रोल में है।

9- इस बीच केंद्र से 650 करोड़ हरिद्वार पित्थोरागढ़ को मेडिकल कॉलेजों हेतु मिल गए हैं।

10- इस बीच कर्मचारी हरताल से निपटा गया।

11- लॉकडाउन से कोई अप्रिय घटना नहीं घटी।

12- चार धाम यात्रा की तैयारी जारी है।

13- जागरूकता कार्यक्रम जोर शोर से है।

14-सीमित साधनों के बावजूद स्वास्थ्य सेवाएं ठीक हैं।

15-कुछ घंटो के लिए सब्जी फल व खाद की दुकानें खुलवाने के बावजूद ना कोई पैनिक फैला ना भगदड़।

16- हर जनपद के लिए एक मंत्री को प्रभारी बनाकर मॉनिटरिंग की उचित व्यवस्था की गई।

अच्छा है त्रिवेंद्र जी लगे रहो।

मुझे आशा है कि ये जंग आपके नेतृत्व में उत्तराखंड जीतेगा और कोरोना हारेगा।

(लेखक भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ कार्यकर्त्ता व पूर्व राज्य मंत्री रहे हैं) 

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