योगी ने हरिद्वार में बनाये जाने वाले पर्यटक आवास गृह की रखी नींव
- जल्द ही परिसंपत्तियों को लेकर बची समस्या का होगा समाधान : योगी
- हरिद्वार में यूपी बनाएगा सौ कमरों का पर्यटक आवास गृह
- पर्यटक आवास गृह को दिया गया भागीरथी का नाम
- 41 करोड़ की लागत से बनेगा सौ कमरों के पर्यटक आवास गृह
हरिद्वार : उत्तर प्रदेश द्वारा परिसम्पत्तियों बंटवारे में राज्य के मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत की पहल के बाद उत्तराखंड के हिस्से आये हरिद्वार बने अलकनंदा होटल को 18 साल बाद उत्तराखंड को सौंपे जाने के बाद सोमवार को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उत्तराखंड सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने हरिद्वार में उत्तर प्रदेश पर्यटन निगम द्वारा 41 करोड़ की लागत से बनने वाले सौ कमरों के पर्यटक आवास गृह की नींव रखी। अलकनंदा होटल के बगल में उत्तर प्रदेश यह नया अत्याधुनिक होटल बना रहा है। इस भूमि पूजन कार्यक्रम में योग गुरु बाबा रामदेव ने भी हिस्सा लिया। इससे पहले सोमवार सुबह आठ बजे योगी आदित्यनाथ ने हरकी पैड़ी पर गंगा पूजन भी किया। इससे पहले बीती रात हरिद्वार से लोकसभा सांसद डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक,सहित सूबे के मंत्रियों में मदन कौशिक और सतपाल महाराज ने योगी से मुलाकात की।
हरकी पैड़ी में आयोजित कार्यक्रम में कई पुरोहितों ने गंगा पूजन संपन्न कराया। इस दौरान यूपी की कबीना मंत्री रीता बहुगुणा जोशी भी शामिल हुई। योगी ने गंगा का दूध से अभिषेक किया। गंगा पूजन के बाद उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद सिंह रावत की मौजूदगी में अलकनंदा होटल के समीप 100 कमरों वाले उत्तर प्रदेश के पर्यटक आवास गृह की आधारशिला रखी गयी। उत्तर प्रदेश के स्वामित्व वाले अलकनंदा होटल को फरवरी में उत्तराखंड को सौंपा गया था।
सीएम आदित्यनाथ योगी ने कहा कि लंबे समय से यूपी और उत्तराखंड के बीच परिसंपत्तियों के बंटवारे का विवाद चल रहा था। इसके लिए उत्तराखंड के सीएम ने सार्थक पहल की। उन्होंने कहा कि दोनों राज्य मिलकर इस विवाद का समाधान निकालेंगे। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड धार्मिक आध्यात्मिक का केंद्र है। चारधाम की यात्रा अब बड़े पैमाने पर हो रही है। उत्तराखंड सरकार के अभिनंदनीय प्रयास से रिकार्ड संख्या में चारधाम यात्रा में श्रद्धालुओं का आगमन हुआ है। इसमें उत्तर प्रदेश की सहभागिता अधिक है।
योगी ने कहा कि गंगा को अविरल और निर्मल बनाने के लिए जनसहभागिता होनी चाहिए। 2019 में इलाहाबाद होने वाले कुंभ में उत्तराखंड के मुख्यमंत्री संतों के साथ आएं। इसके लिए जरूरी है कि गंगा में गंदे नाले का पानी नहीं गिरना चाहिए। उत्तर प्रदेश सरकार 15 दिसंबर से इसको सख्ती से लागू करने जा रही है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में गंगा किनारे के 27 जिले ओडीएफ घोषणा हो चुकी है। उन्होंने कहा गंगा में मरे पशुओं को नहीं डाला जाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि 2004 में अटल बिहारी बाजपेयी की सरकार ने अलकनंदा होटल को उत्तराखंड को देने का निर्णय लिया था, लेकिन यूपी तत्कालीन सरकार सुप्रीम कोर्ट में चली गई। जिसमें मामला लंबित हो गया। अब उत्तर प्रदेश सरकार ने इसका निर्णय लेकर अलकनंदा होटल को उत्तराखंड को दे दिया है। इसके बदले बगल में बनने वाले पर्यटक आवास गृह को हम भागीरथी का नाम देते हैं। इसका लुक उत्तराखंड के तर्ज पर होगा। उन्होने कहा कि बदरीनाथ में उत्तराखंड भवन बनाने की सहमति जो उत्तराखंड सरकार ने दिया है इसके लिए हम उत्तराखंड सरकार को साधुवाद देते हैं।
सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि योगी आदित्यनाथ जिस भी राज्य में चुनाव में प्रचार में गए योगी योगी की गूंज रही। कहा कि उत्तर प्रदेश बनने के बाद परिसंपत्तियों के बटवारे को लेकर पूर्व में केवल लटकाने का काम हुआ। अब एक साल में होटल अलकनंदा, रोडवेज का एमओयू आदि होना ऐतिहासिक निर्णय हैं। इसमें योगी आदित्यनाथ का योगदान सर्वाधिक महत्वपूर्ण रहा। उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में परिसंपत्तियों को लेकर बची समस्या का समाधान भी हो जाएगा। इस दौरान पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज भी उपस्थित थे।
https://youtu.be/Ye3p6n_0fmU