सीएम योगी के परिजनों को मिली वाई श्रेणी सुरक्षा
देहरादून : सबके दिलों पर राज करने वाले सीएम योगी के बारे में क्या सोचते हैं ये उन्होंने खुद बयां किया। सीएम बनने के बाद जब उन्हें सुरक्षा दी गई तो उनके पास कहने के लिए शब्द नहीं थे। लेकिन गुरुवार को जब उन्हें वाई श्रेणी की सुरक्षा प्रदान करते हुए उनकी सुरक्षा बढाई गई तो उनके माता पिता की की आंखों में आंसू आ गए।
परिजनों का कहना है कि कभी उन्हें सुरक्षा की आवश्यकता महसूस नहीं हुई, लेकिन सरकार की ओर से की गई व्यवस्था को वे स्वीकार करते हैं। पिता आनंद सिंह बिष्ट और मां सावित्री देवी कहते हैं कि उन्होंने कभी सोचा भी नहीं था कि उनका बेटा एक दिन यूपी जैसे बड़े प्रांत में मुख्यमंत्री का दायित्व संभालेगा। बेटे के कारण ही परिवार को सुरक्षा मुहैया कराई गई है।
गुरुवार को सीएम योगी आदित्यनाथ के परिवार को उत्तराखंड सरकार ने वाई श्रेणी की सुरक्षा प्रदान कर दी है। शासन के आदेश मिलते ही पौड़ी पुलिस की सुरक्षा टीम ने गांव में डेरा डाल दिया है। इससे पूर्व उनके परिवार खासकर माता-पिता की सुरक्षा के लिए सुरक्षा गार्ड मुहैया करवाए गए थे। माता-पिता को गांव से बाहर जाने के लिए दो सुरक्षा गार्ड भी मुहैया करवाए गए हैं।
यूपी के सीएम बनते ही यमकेश्वर विकासखंड का पंचूर गांव भी वीआईपी गांवों में शुुमार हो गया है। सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि विषम भौगोलिक परिस्थितियों के बावजूद योगी के परिजनों ने अपना पैतृक गांव नहीं छोड़ा। रेंज अधिकारी के पद से सेवानिवृत्त योगी के अस्सी वर्षीय पिता आनंद सिंह बिष्ट अपने पूरे परिवार के साथ गांव में ही रहते हैं।
गौरतलब हो कि योगी के सीएम बनते ही पौड़ी के एसएसपी मोहसिन मुख्तार ने परिवार की सुरक्षा के लिए अपनी ओर से सुरक्षा गार्ड तैनात करते हुए शासन को वाई श्रेणी सुरक्षा का प्रस्ताव भेजा था। शासन की ओर से योगी के परिवार को वाई श्रेणी की सुरक्षा की मंजूरी मिल गई है। शासन से मंजूरी मिलते ही योगी के पैतृक गांव पंचूर में श्रेणी के हिसाब से सुरक्षा प्रदान कर दी गई है।