UTTARAKHAND

उत्तराखंड में क्या फिर से लगेगा लॉकडाउन या नाइट कर्फ्यू ?

लोगों को ट्रेक और ट्रेसिंग पर रहेगा खास फोकस

मास्क नहीं लगा रहे व्यक्तियों का चालान कर चार-चार मास्क देने के निर्देश 

देवभूमि मीडिया ब्यूरो
देहरादून : मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत ने उत्तराखंड में क्या फिर से लगेगा लॉकडाउन या नाइट कर्फ्यू के सवाल पर जवाब देते हुए कहा कि कोविड को लेकर राज्यवासियों के हित में जो भी उचित होगा, वहीं निर्णय परिस्थितियों के हिसाब से लिया जाएगा। उन्होंने अफसरों को लोगों के ट्रेक और ट्रेसिंग पर खास फोकस के भी निर्देश दिए हैं। वहीं मुख्यमंत्री ने पुलिस अफसरों को सोशल डिस्टेसिंग का पालन न करने वाले और मास्क न पहनने वालों के खिलाफ सख्ती बरतने के निर्देश दिए हैं। जो व्यक्ति मास्क नहीं लगा रहे हैं उनका चालान कर चार-चार मास्क भी देने के निर्देश हैं । उन्होंने कहा कि ट्रेक और ट्रेसिंग पर खास फोकस किया जा रहा है। 
बुधवार को मीडिया से बातचीत में मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत ने दोहराया कि यह संक्रमण बहुत ही डायनामिक है। राज्य सरकार नियमित तौर पर इसकी समीक्षा भी कर रही है और उसी के हिसाब से कदम भी बढ़ा रहे हैं। यह पूछे जाने पर कई राज्यों ने नाइट कर्फ्यू लागू कर दिया है, कुछ जगह लॉकडाउन की भी चर्चा चल रही है, उत्तराखंड क्या कदम उठाने जा रहा है ? मुख्यमंत्री ने कहा कि जो भी फैसला लिया जाएगा, उसमें सबसे पहले जनता का हित देखा जाएगा। उन्होंने कहा कि कई राज्यों में इस समय कोविड का फेज टू शुरू हो गया है लिहाजा, सभी को सतर्क रहने की जरूरत है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने कल वीडियो कांफ्रेंसिंग से कोविड संक्रमण नियंत्रण को लेकर बैठक की। खासकर, जिन आठ राज्यों में यह संक्रमण तेजी से फैल रहा है, उनके मुख्यमंत्रियों से अलग से बात की। 
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना वैक्सीन को मानइस 20 डिग्री से माइनस 70 डिग्री पर रखा जाना है। अभी तक राज्य सरकार के पास सामान्य व्यवस्था माइनस चार डिग्री तक ही वैक्सीन रखने की ही है। सरकार अब इस तंत्र को विकसित करने जा रही है कि वेक्सीन को उचित तापमान पर रखा जाए। 
त्रिवेंद्र ने चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि उत्तराखंड की वैक्सीनेसन करने की सबसे बड़ी ताकत है। यहां वैक्सीनेसन का अनुभव बेहतर है। थोड़ा बहुत चिंता आ रही है तापमान को नियंत्रित करने की। यदि दिल्ली से देहरादून या फिर देहरादून से पिथौरागढ़ व धारचूला तक वैक्सीन पहुंचानी है तो कैसे तापमान मेंटेन किया जाए। यही सबसे बड़ी चिंता है। 
पूर्व सीएम हरीश रावत के कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी को प्रधानमंत्री बनाने के बाद सन्यास लेने के बयान पर त्रिवेंद्र ने चुटकी लेते हुए कहा कि मैं भविष्य वक्ता तो नहीं हूं, हरीश रावत जी से मेरा अनुभव भी थोड़ा कम है। उन्होंने जो भी बात कही है, वह बहुत सोच-समझ कर कही होगी। त्रिवेंद्र ने कहा कि धर्मातांतरण को लेकर राज्य सरकार पहले ही कानून बना चुकी है, जिसमें कई कड़े प्रावधान किए गए हैं।  

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