एक अदने से दरोगा से वरिष्ठ अधिकारियों की जांच हज़म नहीं हुई सरकार : जुगरान
देवभूमि मीडिया ब्यूरो
देहरादून : राज्य आन्दोलनकारी और भाजपा नेता रविंद्र जुगरान ने अमनमणि त्रिपाठी को एक अपर मुख्य सचिव द्वारा पास जारी किये जाने के मामले में की जा रही लीपापोती पर नाराजगी जताते हुए अपनी ही सरकार के खिलाफ हाई कोर्ट जाने की चेतावनी दी है. उन्होंने कहा मामले में कोई ठोस कार्रवाई न होने से वे खिन्न हैं .इतना ही नहीं कहा है कि विधायक व उनके साथियों को पास जारी करने वाले अफसरों और लापरवाही बरतने वाले पुलिस अधिकारियों पर कार्रवाई की जानी चाहिए.
उन्होंने जांच पर सवाल उठाते हुए कहा कि एक अदना सा दारोगा शासन में बैठे ऐसे वरिष्ठ अधिकारियों के खिलाफ कैसे जांच कर सकता है ? एक बयान में जुगरान ने चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि एक सप्ताह हो जाने बाद भी इस चर्चित प्रकरण में कोई कार्रवाई होती नहीं दिखाई दे रही है और न ही सर्कार की तरफ से कोई संतोषजनक बयान ही अभी तक आया है।
उन्होंने कहा कि सरकार को आपदा एवं महामारी एक्ट के अनुसार विधायक को बदरी केदार जाने की अनुमति पत्र जारी करने वाले व पास बनाने वाले अधिकारी व पुलिस के आला अधिकारियों पर पारदर्शिता दिखाते हुए कार्रवाई करनी चाहिए थी। लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गई। इतना ही नहीं उन्होंने कहा पहले तो घटना के दौरान ही उत्तराखंड पुलिस को विधायक एवं उसके साथियों की गिरफ्तारी करनी चाहिए थी और उनको क्वारंटीन किया जाना चाहिए था और उनकी गाड़ियां जब्त की जानी चाहिए थी। लेकिन पुलिस ने उलटा उनको बेरोक टोक उत्तराखंड की सीमाओं में जहां चार-चार जिलों को पार करने की सुविधा दी वहीं राज्य से बाहर भी जाने दिया,जो अपने आप में गंभीर प्रकृति का अपराध है।
वहीं उन्होंने आशंका जाहिर की कि विधायक एवं उनके साथी यदि कोरोना वायरस से संक्रमित रहे होंगे तो पता नहीं उन्होंने कितने लोगों को संक्रमित किया होगा। उन्होंने कहा कि एक पुलिस दरोगा से इस मामले की जांच कराई जा रही है जोकि अपने आप में ही हास्यास्पद है। उन्होंने सवाल किया है कि पुलिस का कोई भी दरोगा शासन के वरिष्ठ अधिकारियों के विरुद्ध कैसे जांच कर पाएगा यही सबसे बड़ा सवाल है।