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मंत्री मदन कौशिक को आखिर क्यों आया गुस्सा, क्यों छोड़ कर चले गये मीटिंग

महत्वपूर्ण बैठक से कुछ वरिष्ठ अधिकारी कन्नी काट गए जो मंत्री जी को गुजरा नागवार 

मुख्यमंत्री के निर्देश पर मुख्य सचिव ने अफसरों को मंत्रीगणों की बैठक में अनिवार्य रूप से शामिल होने के निर्देश दिए

देवभूमि मीडिया ब्यूरो 
देहरादून:  प्रदेश के मुख्यसचिव उत्पल कुमार सिंह के लाख हिदायत देने के बाद कि जनप्रतिनिधियों को अधिकारी हल्के में न लें और प्रोटोकॉल का हर हाल में अधिकारी पालन करने के निर्देश का प्रदेश के अधिकारियों पर कोई असर होता नहीं नहीं दीख रहा है जबकि इस निर्देश को हुए अभी दो महीने भी नहीं हुए हैं। वहीं मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत के निर्देश पर मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह ने सभी अपर मुख्य सचिव, प्रमुख सचिव, सचिव व अपर सचिवों को निर्देशित किया है कि मंत्रीगणों की बैठक में अनिवार्य रूप से प्रतिभाग करना सुनिश्चित करें

मुख्यमंत्री के निर्देश पर मुख्यसचिव ने अधिकरियों को दिए निर्देश 

मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत के निर्देश पर मुख्य सचिव श्री उत्पल कुमार सिंह ने सभी अपर मुख्य सचिव, प्रमुख सचिव, सचिव व अपर सचिवों को निर्देशित किया है कि माननीय मंत्रीगणों की बैठक में अनिवार्य रूप से प्रतिभाग करना सुनिश्चित करें। यदि किन्हीं कारण से बैठक में उपस्थित होने में असमर्थ हैं तो इसकी पूर्व सूचना माननीय मंत्री जी के निजी सचिव को अवश्य दी जाए। समस्त जानकारी सहित बैठकों में प्रतिभाग किया जाए। इसमें किसी प्रकार की कोताही न की जाए।
मुख्यसचिव की बात को अधिकारी कितनी गंभीरता से लेते हैं और प्रोटोकॉल का कितना पालन करते है इसका उदाहरण आज तब देखने को मिला जब हरिद्वार में होने जा रहे महाकुंभ को लेकर बुधवार को सचिवालय में बुलाई गई बैठक में आला अधिकारियों के न पहुँचाने पर नगर विकास मंत्री और शासकीय प्रवक्ता मदन कौशिक का पारा चढ़ गया और उन्होंने वहां मौजूद अधिकारियों को ही नहीं फटकारा बल्कि मुख्यसचिव तक से ऐसे अधिकारियों की शिकायत की जो प्रोटोकॉल को ठेंगा दिखाते हुए बैठक से नदारद रहे।  इतना है नहीं कैबिनेट मंत्री और शासकीय प्रवक्ता मदन कौशिक इस बैठक को गुस्से में छोड़ कर मीटिंग हाल से बाहर बड़बड़ाते हुए निकल गए।
प्राप्त जानकारी के अनुसार चार दिन पहले ही इस बैठक का एजेंडा तय हो गया था और बैठक में कुम्भ कार्य से सम्बंधित किस-किस अधिकारी को मौजूद रहना है इस  बात का भी सन्देश सभी विभागीय अधिकारियों को भेजा जा चुका था।जिसमें लोक निर्माण विभाग, परिवहन, साथ ही हरिद्वार जनपद में कुंभ में तैनात सभी अधिकारियों को बुलाया गया था। लेकिन मंत्री जी की इस महत्वपूर्ण बैठक से कुछ वरिष्ठ अधिकारी कन्नी काट गए जो मंत्री जी को नागवार गुजरा। हालांकि इस  बैठक में परिवहन सचिव आईएएस शैलेश बगोली पहुँच गए थे। जबकि इस बैठक में सचिव पेयजल व सिंचाई, सचिव लोक निर्माण विभाग और सचिव ऊर्जा को भी उपस्थित रहना था।  
वहीं, मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत के निर्देश पर मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह ने सभी अपर मुख्य सचिव, प्रमुख सचिव, सचिव व अपर सचिवों को निर्देशित किया है कि मंत्रीगणों की बैठक में अनिवार्य रूप से प्रतिभाग करना सुनिश्चित करें। यदि किन्हीं कारण से बैठक में उपस्थित होने में असमर्थ हैं तो इसकी पूर्व सूचना माननीय मंत्री जी के निजी सचिव को अवश्य दी जाए। समस्त जानकारी सहित बैठकों में प्रतिभाग किया जाए। इसमें किसी प्रकार की कोताही न की जाए।

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