EXCLUSIVE

तो किन दो विधायकों की होगी मंत्री बनने की हसरत पूरी !

  • दो विधायकों को मिलेगा मंत्री की कुर्सी का तोहफा !
  • 24  या 25 वरिष्ठ कार्यकर्ता बनेंगे दायित्वधारी !

राजेन्द्र जोशी 

देहरादून : उत्तराखंड में भारतीय जनता पार्टी की सरकार के बने हुए नौ माह हो चुके हैं , एक मुख्यमंत्री सहित सात कैबिनेट मंत्री और दो राज्यमंत्रियों ने 18 मार्च को पद और गोपनीयता की शपथ ली थी उसके बाद से ही भाजपा में दो मंत्रियों के पद रिक्त चल रहे थे और कई और भाजपा के विधायक मंत्री पद पाने के लिए  और वरिष्ठ कार्यकर्ता दायित्वधारी बनने के लिए दिन रात  हुए थे।  लेकिन अब जल्द ही इनकी हसरतों पर पंख लगने वाले हैं और इन्हे नये साल में मंत्री और दायित्वधारियों की कुर्सी का तोहफा मिलने वाला है ,ऐसा सूत्रों का कहना है।

उत्तराखंड विधानसभा में भाजपा ने कांग्रेस को मात देते हुए 70 में से 57 सीटों पर अपना कब्जा कर लिया था। वर्तमान में भाजपा के पास कई ऐसे विधायक  हैं जो कई बार विधानसभा चुनाव जीतकर इस बार भी विधानसभा में पहुंचे हैं।  इनमें कुछ एक तो मुख्यमंत्री पद तक के दावेदार थे लेकिन वर्तमान मुख्यमंत्री की पार्टी प्रति  निष्ठा और समर्पण को देखते हुए पार्टी आलाकमान ने उन्ही के मुख्यमंत्री की कुर्सी सौंपी।  उत्तराखंड के इतिहास में त्रिवेन्द्र रावत ऐसे  पहले मुख्यमंत्री हैं जिनपर अभी तक कोई आरोप नहीं लगा है और वे बेदाग़ तरीके से अपने कर्तव्यों का निर्वाहन कर रहे हैं। 

18 मार्च को मुख्यमंत्री सहित नौ मंत्रियों के शपथ ग्रहण के बाद से ही उत्तराखंड भाजपा के कुछ विधायक लगातार मुख्यमंत्री से लेकर पार्टी आलाकमान तक मंत्री बनने के लिए दिनरात एक किये हुए थे। सूत्रों के अनुसार ऐसे विधायकों की मंत्री बनने की हसरत जल्द ही पूरी होने वाली है। सूत्रों के हवाले से जो जानकारी हाथ लगी है उसके अनुसार एक या दो दिन में भाजपा के दो विधायकों को नए साल का तोहफा मंत्री पद के रूप में मिल सकता है जबकि 24  या 25 वरिष्ठ कार्यकर्ताओं को भी दायित्वधारी का तोहफा जल्द ही मिलने वाला है।  सूत्रों के अनुसार मुख्यमंत्री की इस सम्बन्ध में पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष से लेकर उन तमाम नेताओं और संगठन के अधिकारियों से स्वीकृति मिल चुकी है।

सूत्रों के अनुसार विधायकों में सबसे पहले बदरीनाथ के विधायक महेन्द्र भट्ट का नाम सबसे ऊपर है क्योंकि  त्रिवेन्द्र मंत्रिमंडल में बदरीनाथ क्षेत्र यानि जिला चमोली और रुद्रप्रयाग से कोई मंत्री नहीं बनाया गया है जबकि पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार में वहां से राजेंद्र भंडारी सहित अनुसुइया प्रसाद मैखुरी को इलाके से प्रतिनिधित्व दिया गया था।  वहीँ  कुमायूं मंडल के खटीमा से युवा विधायक पुष्कर सिंह धामी का नाम इस बार मंत्री की सूची में शामिल होना बताया जा रहा है जबकि सूत्रों का कहना है कि कुमायूं से कई बार विधायक व मंत्री रहे बंशीधर भगत व पार्टी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष विशन सिंह चुफाल सहित काशीपुर के विधायक चीमा का नाम भी लिया जा रहा है अब इनमे से किसके हाथ मंत्री की कुर्सी लगेगी कहा नहीं जा सकता।  

वहीँ सूत्रों ने यह भी बताया है कि दायित्वधारियों में  24  या 25 वरिष्ठ कार्यकर्ताओं की सूची  को भी पार्टी आला कमान ने हरी झड़ी दे दी है जिसमे कई ऐसे चेहरे शामिल होंगे जो भाजपा की पूर्ववर्ती सरकार में दायित्वधारी  रहे हैं जबकि कई नए चेहरे इस सूची में शामिल होंगे जिन्हे पहली बार दायित्वधारी बनाया जायेगा।  पार्टी का मानना  है कि इसके बाद सूबे में पार्टी के कार्यक्रमों को और गति मिलेगी और कार्यकर्ताओं में और जोश आएगा। 

  

devbhoomimedia

डिस्क्लेमर (अस्वीकरण) : देवभूमि मीडिया.कॉम हर पक्ष के विचारों और नज़रिए को अपने यहां समाहित करने के लिए प्रतिबद्ध है। यह जरूरी नहीं है कि हम यहां प्रकाशित सभी विचारों से सहमत हों। लेकिन हम सबकी अभिव्यक्ति की आज़ादी के अधिकार का समर्थन करते हैं। ऐसे स्वतंत्र लेखक,ब्लॉगर और स्तंभकार जो देवभूमि मीडिया.कॉम के कर्मचारी नहीं हैं, उनके लेख, सूचनाएं या उनके द्वारा व्यक्त किया गया विचार उनका निजी है, यह देवभूमि मीडिया.कॉम का नज़रिया नहीं है और नहीं कहा जा सकता है। ऐसी किसी चीज की जवाबदेही या उत्तरदायित्व देवभूमि मीडिया.कॉम का नहीं होगा। धन्यवाद !

Related Articles

Back to top button
Translate »