उत्तराखंड में मतदान समाप्ति तक लगभग 58 फीसदी मतदान

- 5 बजे तक लगभग 58 फीसदी मतदान, अंतिम आंकड़ा आना अभी बाकी
- पांच लोकसभा सीटों पर 52 प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला ईवीएम में बंद
- मुख्यमंत्री ने लोक सभा चुनाव शान्ति पूर्ण सम्पन्न कराने के लिए दी बधाइयाँ
देवभूमि मीडिया ब्यूरो
देहरादून : उत्तराखंड की पांचों लोकसभा सीटों पर गुरुवार को हुए मतदान के बाद 52 प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला ईवीएम में कैद हो गया। मतदान के प्रति लोगों में खासा उत्साह देखने को मिला। कई पोलिंग बूथों पर सुबह से ही लंबी-लंबी लाइनें लग गई थीं। मतदान सुबह सात बजे शुरू हुआ जो शाम पांच बजे तक चला। राज्घ्य चुनाव आयोग के अनुसार, सूबे में दोपहर तीन बजे तक 46.59 प्रतिशत तक मतदान हुआ। वहीं पांचों सीटों पर पांच बजे तक कुल 57.85 प्रतिशत मतदान हुआ है। अभी कई केंद्रों पर मतदान चल रहा था। इसलिए मतदान प्रतिशत के आंकड़े में कुछ वृद्धि हो सकती है।
वहीं मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने प्रदेश में लोक सभा चुनाव शान्ति पूर्ण सम्पन्न कराने के लिए सभी मतदाताओं और निर्वाचन में लगे सभी अधिकारियों को बधाई दी है। मुख्यमंत्री ने निर्वाचन से जुड़े अधिकारियों व कर्मचारियों तथा सुरक्षाबलों के जवानों को भी मतदान प्रक्रिया शान्तिपूर्वक एवं निष्पक्षता के साथ सम्पन्न कराने के लिए सभी को बधाई दी है।
- वोट डालने को लेकर महिला ने दिखाई प्रतिबद्धता
देहरादून के यमुना कॉलोनी स्थगित बूथ में वोट डालने को लेकर प्रतिबद्धता का एक अनोखा नजारा देखने को मिला। 116 यमुना कॉलोनी निवासी प्रेमवती सैनी आधार कार्ड की फोटो कॉपी लेकर वोट डालने पहुंची, लेकिन महिला के पास वोटर आईडी व आधार कार्ड नहीं था। महिला को वोट डालने से रोक दिया गया। इसके बाद स्थानीय नेताओं ने डीएम से संपर्क किया और स्थिति की जानकारी दी। इस पर डीएम ने सिर्फ मदद करने से मना कर दिया, लेकिन महिला वोट डालने पर अड गई। इसके बाद डीएम से दोबारा संपर्क किया तो डीएम ने मकान की रजिस्ट्री दिखाने पर ही मतदान की अनुमति देने बात कही। इसके बाद महिला घर गई और मकान की रजिस्ट्री लेकर पहुंची, जिसके बाद महिला को वोट डालने की अनुमति दी गई। इस दौरान महिला के परिचित उसे वोट के चक्कर में न पड़ने की सलाह देते रहे, लेकिन महिला ने ठानी थी कि वह वोट जरूर डालेंगी।
- मतदान के दौरान कई स्थानों पर ईवीएम ने दिया धोखा
उत्तराखंड की सभी सीटों पर मतदान के दौरान कई स्थानों पर ईवीएम ने भी धोखा दे दिया। ऐसे में करीब 30 मिनट से लेकर एक घंटे तक देरी से मतदान हुआ। इसके चलते मतदाताओं को लाइन में खड़े होकर परेशानी झेलनी पड़ी। गुरुवार सुबह करीब सात बजे से अधिकांश पोलिंग बूथ पर मतदान शुरू हो गया था। वहीं, कई स्थानों पर ईवीएम में तकनीकी दिक्कत के चलते मदतान में देरी आी। हरिद्वार के भगवानपुर विधानसभा क्षेत्र के सिकरौदा में ईवीएम में खराबी के चलते सुबह 8 बजे मतदान शुरू हो सका। वहीं, इनायतपुर में भी करीब आधे घंटे देरी से मतदान हुआ। इसके अलावा प्रदेश के कई स्थानों पर ईवीएम में तकनीकी दिक्कत के चलते मदतान में देरी आी। हरिद्वार के भगवानपुर विधानसभा क्षेत्र के सिकरौदा में ईवीएम में खराबी के चलते सुबह 8.00 बजे मतदान शुरू हो सका। वहीं, इनायतपुर में भी करीब आधे घंटे देरी से मतदान हुआ।
उधमसिंह नगर के बाजपुर आदर्श कन्या इंटर कॉलेज में स्थापित बूथ संख्या 106 ईवीएम खराब हुई। इसके चलते एक घंटे तक मतदाता परेशान रहे। पिथौरागढ़ में धारचूला के दूरस्थ खुमती मतदान केंद्र पर मशीन खराब होने से एक घंटे बाद मतदान शुरू हुआ। उधमसिंह नगर जिले में नेपाल सीमा से लगे थपलियालखेड़ा मतदान केन्द्र में भी वोटिंग शुरू होते ही ईवीएम फेल होने की शिकायत मिली। रुद्रपुर के सरस्वती शिशु विद्या मंदिर इंटर कॉलेज स्थित बूथ में 32 मिनट देरी से मतदान शुरू हो सका। इसी तरह चंपावत, बागेश्वर, टनकपुर काशीपुर, जसपुर आदि स्थानों पर भी ईवीएम में खराबी की शिकायत मिली। - सोशल मीडिया पर ईवीएम के साथ पोस्ट करना पड़ा भारी, मुकदमा दर्ज
रामनगर में मतदान केंद्र के अंदर सेल्फी लेना भारी पड़ा। दो लोगों के खिलाफ पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया। इधर भाजपा कार्यकर्ताओं ने आचार संहिता की धज्जियां उड़ाने का काम कर डाला। वोटिंग मशीन के साथ सेल्फी लेकर की फेसबुक में पोस्ट का डाली। बताया जा रहा है कि हरिद्वार में भाजपा कार्यकर्ताओं द्वारा आदर्श चुनाव आचार संहिता उल्लंघन का मामला सामने आया है।- मतदाता सूची से कई मतदाताओं के नाम गायब
राजधानी देहरादून सहित प्रदेश के जिलों में कई लोगों के नाम मतदाता सूची से गायब मिले, इसमें ऐसे लोग भी शामिल थे जिहोने पिछले बार हुए विधानसभा चुनाव में अपने मताधिकार का प्रयाग किया था। ऐसे ही विजय कॉलोनी के कई लोगों के नाम गायब बताये गए हैं। वहीँ कुछ लोगों के नाम मकान बदलने और मतदाता सूची में नाम अंकित करने के फ़ार्म भरने के बाद भी नहीं जोड़े गए , जिससे मतदाताओं में रोष और शिकायत वो ही देखा गया। - सड़क की मांग को लेकर किया लोकसभा चुनाव का बहिष्कार
चमोली जिले के पोखरी विकास खंड सहित थराली के दो गांवों के ग्रमीणों और मुनस्यारी के तीन बूथों पर सड़क की मांग को लेकर लोकसभा चुनाव का बहिष्कार किया , जिस वजह से दोपहर 2 बजे तक कोई मत नहीं पड़ा है । साइपोलू और कुरी जिमिया गांव चीन सीमा के करीब अंतिम आबाद गांव है । गांधीनगर मे कुल 261 मतदाता है, जिसमे 137 पुरुष और 124 महिला हैं। कुरी जिमिया मे कुल 255 मतदाता हैं, जिसमें 137 पुरुष और118 महिला हैं, कुरी जिमिया के लोगों ने सड़क की मांग को लेकर 2017 मे विधानसभा चुनाव का भी बहिष्कार किया था।यह गांव भारत-चीन सीमा के अन्तिम बसासत वाला एसटी गांव है। साई पोलू गांव में कुल 510 मतदाता हैं, जिसमें 265 पुरुष और 245 महिलायें हैं यह गांव भी भारत-चीन सीमा का अंतिम आबाद गांव है। यह तीनों गांव सड़क से जोड़ने की मांग को लेकर और 2013 की आपदा के बाद पुनर्वास नहीं किये जाने की मांग को लेकर चुनाव का बहिष्कार कर रहे हैं।
- सौ साल पार बुजुर्ग वोटरों में दिखा मतदान के प्रति गजब का उत्साह
लोकतंत्र के महापर्व पर उत्तराखंड के सौ साल पार बुजुर्ग वोटरों में गजब का उत्साह देखने को मिला। कोई अपने बच्चों को कंधे पर बूथ पर लेकर आया तो किसी ने कंधे पर उन्हें पहुंचाया। उत्तरकाशी के रनाडी गांव में वोट डालने 103 और 105 वर्ष की बुजुर्ग महिलाएं पहुंची। वहीं पौड़ी गढ़वाल संसदीय सीट के 104 वर्षीय मतदाता हाजी अब्दुल वहीद जो 1952 से कर रहे हैं ने ने इस बार भी मतदान किया।
- वर्ष 2014 के चुनावों में 62.15% हुआ था मतदान
लोकसभा क्षेत्र मतदान प्रतिशत
टिहरी 57.50%
पौड़ी 55.03%
अल्मोड़ा 53.22%
नैनीताल 68.89%
हरिद्वार 71.02%



