जब खुद सामने नहीं आ रहे ब्रिटेन से लौटे लोग तो अब सरकारी जासूसों का ही सहारा
देहरादून में ब्रिटेन से 131 लोग पहुंच चुके हैं, जबकि अब तक छह लोग संक्रमित पाए गये हैं
देवभूमि मीडिया ब्यूरो
देहरादून : ब्रिटेन में आये नये वायरस के चलते अभी कुछ दिनों में ब्रिटेन से लौटे कई लोग प्रशासन एवं स्वास्थ्य विभाग के लिए के चुनौती बन गए हैं, न तो उनके फ़ोन ही लग रहे हैं, और न वे पास पोर्ट पर अथवा वीसा पर दिए गए पते पर ही मिल रहे हैं। थक हारकर अब प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग को सरकारी जासूसों का ही सहारा है कि वे इन्हें खोज निकालें ताकि इनका कोरोना टेस्ट किया जा सके। सरकारी जानकारी के मुताबिक देहरादून में ब्रिटेन से 131 लोग पहुंचे हैं।
ब्रिटेन से 25 नवंबर से 23 दिसंबर तक यहां आये लोगों को खोजना जिला प्रशासन एवं स्वास्थ्य विभाग के लिए चुनौती बन गया है। न तो इनके फ़ोन नंबर ही लग रहे हैं और न ही इनका कोई पता ही चल पा रहा है, बताया जा रहा है कि इनमें से कई तो स्थानों को चले गये हैं। इसी बीच काफी खोजबीन के बाद अब तक छह लोग संक्रमित पाए गये हैं। उन्हें कोविड केयर सेंटल तीलू रौतेली में रखा गया है। उनके सैंपल जांच को पुणे लैब में भेजे गये हैं। जिनकी रिपोर्ट जल्द ही आ जाएगी। इन लोगों को कोविड केयर सेंटर में अलग वार्ड में रखा गया हैं।
गौरतलब हो कि कोरोना वायरस का नया रूप मिलने के बाद ब्रिटेन से लौटे लोगों के सैंपल की जिनोम सीक्वेंसी जांच अनिवार्य की गई है। जिनोम सीक्वेंसी से पता चलता है कि सैंपल में मौजूद कोरोना वायरस का स्ट्रेन बदला है या नहीं। इसके लिए अब तक ऐसे लोगों के सभी सैंपल पुणे भेजे जा रहे हैं, हालांकि इनकी जांच में वक्त लगेगा। तब तक इन पॉजिटिव मिले लोगों को संस्थागत क्वारंटाइन किया जा रहा है।