UTTARAKHAND

मातवार कंडारी भाजपा में तो विजया ने लिया नाम वापस

देहरादून। भाजपा के वरिष्ठ नेता मातबर सिंह कंडारी अपने पुत्र राजीव कंडारी के साथ और रुद्रप्रयाग से भाजपा के जिला अध्यक्ष आनंद सिंह बोहरा कांग्रेस में शामिल हो गए। तो वहीँ टिकट न मिलने पर बागी हुई सीटिंग विधायक विजया बड़थ्वाल ने शनिवार को यमकेश्वर से निर्दलीय नामांकन करने की घोषणा से अपना नाम वापस ले लिया है।

भाजपा कार्यालय में यमकेश्वर विधायक विजया बड़थ्वाल ने प्रेसवार्ता की है। विजया बड़थ्वाल ने यमकेश्वर की जनता का आभार जताते हुए कहा कि मेरा भरसक प्रयास रहा है कि क्षेत्र की जनता के साथ रहूं। भाजपा ने बिना बताए मेरा टिकट काटा । कार्यकर्ताओं के कहने पर मैंने नामांकन किया था, लेकिन मेरी बीजेपी की नीतियों में आस्था है। इसलिए नाम वापस ले रही हूँ ।

वहीँ शानिवार सुबह प्रदेश के मुख्यमंत्री और प्रदेश अध्यक्ष किशोर उपाध्याय ने माला पहनाकर तीनों का पार्टी में स्वागत किया। मातबर सिंह कंडारी ने कहा कि मैं और मेरा पुत्र भाजपा की टिकट वितरण प्रणाली से बेहद नाराज है। जिसके चलते उन्होंने भाजपा का दामन छोड़ कांग्रेस का हाथ थामा है। साथ ही उन्होंने कहा कि प्रदेश को अच्छी, राज्य हितैषी और स्थिर सरकार की जरूरत है। इसलिए वो कांग्रेस में शामिल हो रहे हैं। कंडारी ने आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा में टिकट बटवारे के समय केवल परिवार के लोगों को ही ध्यान में रखा गया। साथ ही उन्होंने कहा कि भाजपा को अब केवल चापलूसों की जरूरत है।

वही कंडारी के कांग्रेस में सामिल होने से भाजपा प्रवक्ता विनय गोयल का कहना है कि लोग अपनी मह्त्वकांक्षाओं के लिए दल बदल रहे है। कंडारी को पार्टी ने पहले भी टिकट दिया था बावजूद उसके उन्हें हार का सामना करना पड़ा था। साथ ही उन्होंने यह तक कह डाला की उत्तराखंड को दुनिया का सबसे अच्छा और विकसित राज्य भाजपा ही बना सकती है। विनय गोयल ने भाजपा से रुठ कर जाने वालों के लिए कहा की पार्टी से कुछ एक ही लोग ऐसे है जो पार्टी का हाथ छोड़ निर्दलीय चुनाव मैदान में उतर रहे है। बाकि के मुख्यधारा में वापस आ रहे है। साथ ही विनय ने मुख्यमंत्री पर निशाना साधते हुए कहा की स्टिंग राज्य का सबसे महत्वपूर्ण मुद्दा है। जिससे प्रदेश के मुख्यमंत्री और कांग्रेस पार्टी बच कर भागना चाहती है।

devbhoomimedia

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