CRIME

बारात से लौट रही यूटिलिटी खाई में गिरी, पांच की मौत,7 घायल

108 नहीं पहुंची तो लोगों ने खुद ही खाई से न‌िकाले घायल

विकासनगर : कालसी प्रखंड के नागथात स्थित आयुर्वेदिक अस्पताल के समीप बारातियों से भरी जीप खाई में जा गिरी। जिससे उसमें सवार पांच लोगों की मौत हो गई। 18 घायल हो गए। घायलों को सीएचसी विकासनगर और लेहमन अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

सात गंभीर घायलों को लेहमन अस्पताल से हायर सेंटर रेफर किया गया। जीप में करीब 23 लोग सवार थे। कुछ लोग छत पर भी बैठे हुए थे। वाहन चालक समेत नौ सवारियों के लिए पास है। चर्चा है कि चालक शराब के नशे में था। जिसके चलते हादसा हुआ। जिस जगह दुर्घटना हुई वहां सड़क पक्की है।

जानकारी के अनुसार लोहारी(ड्यूडीलानी) गांव के रवि नाम के युवक की बारात रामपुर गांव गई हुई थी। दोपहर बाद कई वाहनों में सवार होकर बारात लौट रही थी। शाम करीब पांच बजे बाराती वाहनों में शामिल एक जीप (यूके-07 टीए-4440) नागथात स्थित आयुर्वेदिक अस्पताल के समीप अनियंत्रित होकर 150 मीटर गहरी खाई में जा गिरी।

वाहन के दुर्घटनाग्रस्त होने की सूचना मिलते ही नागथात के लोग घटना स्थल की ओर दौड़ पड़े। ग्रामीणों ने रेस्क्यू ऑपरेशन चलाकर घायलों और मृतकों के शवों को बाहर निकाला। घायलों को निजी वाहन से अस्पताल भिजवाया गया जबकि, शवों को नागथात स्थित रेड क्रॉस अस्पताल में रखा गया है।

मृतकों की पहचान खीमा दास (45) पुत्र भादू दास निवासी ग्राम ऊभऊ, नितेश(20) पुत्र दीवान सिंह निवासी ग्राम खुन्ना, सिमरन(12) पुत्री डोडू दास निवासी ग्राम सिला, कामा (36) पुत्र जीमा दास निवासी ग्राम भाढो, राजेश(30) पुत्र तुलसी निवासी ग्राम चामड़ी के रूप में हुई। घायलों की पहचान।

क्षेत्रीय विधायक प्रीतम सिंह और पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष मधु चौहान ने भी घटना स्थल का दौरा किया। विकासनगर विधायक मुन्ना सिंह चौहान तहसीलदार कुंवर सिंह नेगी ने लेहमन अस्पताल पहुंच कर घटना की जानकारी ली।

वहीँ जब शन‌िवार को नागथात में हुए बस हादसे के बाद जब लोगों ने घायलों को न‌िकालने के ल‌िए 108 को फोन क‌िया तो वह समय से नहीं पहुंची। इस पर लोगों ने खुद ही घायलों को बाहर न‌िकालना शुरु कर द‌िया।

दुर्घटना के घायलों को ग्रामीणों ने आनन-फानन में निजी वाहनों से लेहमन अस्पताल भिजवाया। जहां हालत गंभीर होने पर सात घायलों को हायर सेंटर रेफर करना पड़ा।

लेकिन वहां 108 एंबुलेंस और अन्य सरकारी वाहन उपलब्ध न होने पर लोगों ने जमकर हंगामा काटा। लोगों ने शासन-प्रशासन के खिलाफ कड़ी नाराजगी जताई।
एसडीएम कालसी प्रत्यूश सिंह और एसपी देहात श्वेता चौबे ने गुस्साए लोगों को समझा-बुझा कर शांत किया। कालसी ब्लॉक के प्रधान संगठन अध्यक्ष चरण सिंह ने आरोप लगाया कि प्रशासन को दुर्घटना की जानकारी देने के बावजूद अस्पताल से घायलों को हायर सेंटर रेफर करने के लिए वाहनों की कोई व्यवस्था नहीं थी।

पीड़ितों के परिजनों को ही आनन-फानन में निजी वाहनों की व्यवस्था करनी पड़ी। आरोप लगाया कि घटना स्थल पर न तो 108 एंबुलेंस सेवा पहुंची और न ही कोई अन्य सरकारी वाहन।

ऐसे में लोगों को निजी वाहन से घायलों को हायर सेंटर करना पड़ा। जिसके चलते मरीजों की जान पर बनी रही। कहा हर बार कोई बड़ी दुर्घटना होने पर आपदा प्रबंधन पूरी तरह से फेल साबित होता है। दुर्घटना स्थल कालसी ब्लॉक मुख्यालय से 40 किमी दूर है। लेकिन वहां पर भी समय पर कोई शासन-प्रशासन का नुमाइंदा नहीं पहुंचा। कहा शासन-प्रशासन को भी दुर्घटना के करीब आधा घंटे बाद मीडिया कर्मियों के माध्यम से जानकारी मिली।

devbhoomimedia

डिस्क्लेमर (अस्वीकरण) : देवभूमि मीडिया.कॉम हर पक्ष के विचारों और नज़रिए को अपने यहां समाहित करने के लिए प्रतिबद्ध है। यह जरूरी नहीं है कि हम यहां प्रकाशित सभी विचारों से सहमत हों। लेकिन हम सबकी अभिव्यक्ति की आज़ादी के अधिकार का समर्थन करते हैं। ऐसे स्वतंत्र लेखक,ब्लॉगर और स्तंभकार जो देवभूमि मीडिया.कॉम के कर्मचारी नहीं हैं, उनके लेख, सूचनाएं या उनके द्वारा व्यक्त किया गया विचार उनका निजी है, यह देवभूमि मीडिया.कॉम का नज़रिया नहीं है और नहीं कहा जा सकता है। ऐसी किसी चीज की जवाबदेही या उत्तरदायित्व देवभूमि मीडिया.कॉम का नहीं होगा। धन्यवाद !

Related Articles

Back to top button
Translate »