ट्रालियां बन रही जानलेवा: मंदाकिनी नदी में गिरी युवती

अपनी दो अन्य सहेलियों के साथ ट्राली के जरिये नदी पार कर रही थी युवती
अन्य घटना में गदेरे की तेज धारा में बहा बच्चा, दो किमी दूर मिला शव
नदी का तेज बहाव होने के कारण युवती का नहीं चल पाया कुछ पता
पुलिस और एसडीआरएफ खोजबीन में जुटे
स्कूल से जाते समय अपनी मां के साथ कर रहा था गदेरा पार
रुद्रप्रयाग । फाटा के निकट रैल गांव में मंदाकिनी नदी पर लगी ट्राली एक युवती के लिये काल बन गई। अपनी सहेलियों के साथ मंदाकिनी नदी को पार कर रही युवती अचानक चक्कर आने पर ट्राली से गिरकर मंदाकिनी नदी की तेज धारा में बह गई। युवती का नदी की तेज धारा में कहीं कुछ पता नहीं चल पा रहा है। पुलिस एवं आपदा प्रबंधन की टीम नदी में सर्च अभियान चला रही है। वहीं आपदा के चार साल बाद भी ट्रालियों में लगातार हो रही घटनाओं और झूलापुल न बनने से आपदा पीड़ित जनता में आक्रोश बना हुआ है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार फाटा क्षेत्र के रैल गांव निवासी रेशमा (21) पुत्री वृजमोहन सिंह चौहान अपनी दो अन्य सहेलियों के साथ सुबह के समय सिलाई बुनाई का कार्य सीखने के लिये मंदाकिनी नदी पर लगाई गई ट्राली से फाटा गई थी। तीनों युवतियां फाटा में सिलाई-बुनाई का कार्य सीख रही थी। कार्य सीखने के बाद तीनों युवतिया ट्राली से घर के लिये जा रही थी। जैसे ही ट्राली नदी के बीच पहुंची तो अचानक रेशमा ट्राली से नीचे गिर गई। इस दौरान साथ बैठी अन्य लड़कियां भी कुछ समझ नहीं पाई। देखते ही देखते रेशमा नदी की तेज धारा में बह गई। नदी किनारे खड़े ट्राली संचालक भी कुछ नहीं कर पाये। यह भी बताया जा रहा है कि रेशमा को चक्कर आने के कारण वह नदी में गिरी।
घटना की सूचना मिलने के बाद पुलिस उपाधीक्षक केदारनाथ अभय सिंह और उप जिलाधिकारी गौपाल सिंह चौहान मयफोर्स घटना स्थल पर पहुंचे और नदी में सर्च अभियान चलाया, लेकिन युवती का कहीं कुछ पता नहीं चला। मंदाकिनी नदी का बहाव तेज होने के कारण सर्च अभियान चलाने में काफी दिक्कतें आ रही हैं। पुलिस उपाधीक्षक अभय सिंह ने बताया कि युवती नदी के बीच पहुंचते ही ट्राली से गिर गई। युवती ट्राली से नदी में कैसे गिरी, इस बारे में कुछ पता नहीं चल पा रहा है। साथ में बैठी अन्य युवतियों से भी पूछताछ की जा रही है। नदी में खोजबीन की जा रही है। नदी का तेज बहाव होने के कारण काफी दिक्कतें आ रही हैं। इसके बावजूद भी पुलिस और एसडीआरएफ के जवान खोजबीन में जुटे हुए हैं।
वहीँ एक अन्य घटना में अगस्त्यमुनि क्षेत्र के अंतर्गत प्रसिद्ध रामेश्वर मंदिर के पास तिमली गदेरे में एक छह साल का बालक पानी की तेज धारा में बह गया। सूचना मिलते ही पुलिस एवं एसडीआरएफ की टीम घटनास्थल पहुंची और गदेरे में सर्च अभियान चलाया। सांय लगभग पांच बजे के करीब बच्चे का शव घटना स्थल से पांच किमी दूर प्राप्त किया गया।
जानकारी के अनुसार सोमवार लगभग दो बजे कोटी-बडमा निवासी जगमोहन का बेटा अजय अपनी मां के साथ स्कूल से घर आ रहा था। अजय तिमली स्थित शिशु मंदिर में पहली कक्षा में पढ़ता था। स्कूल से छुटटी होने पर अजय अपनी मां के साथ घर आ रहा था, इस दौरान तिमली गदेरे को पार करते समय अचानक अजय का पैर फिसल गया और वह गदेरे की तेज धारा में बह गया, जिसे देखकर अजय की मां जोर-जोर से चीखने चिल्लाने लगी। स्कूल के पास ही तिमली क्षेत्र का प्रसिद्ध रामेश्वर मंदिर स्थित है, जहां भक्तों की भारी भीड़ थी। चीखने की आवाज सुनते ही अन्य लोग भी घटनास्थल पर पहुंचे। जब तक लोग कुछ समझ पाते, तब तक बहुत देर हो चुकी थी। अजय तेज बहाव में दूर बह चुका था।
घटना की सूचना स्थानीय लोगों ने पुलिस को दी। सूचना मिलने पर एसआई भूषण काला मयफोर्स घटना स्थल पर पहुंचे। बाद में पुलिस उपाधीक्षक श्रीधर प्रसाद बडोला भी मयफोर्स घटना स्थल पर पहुंचे। गदेरे में सर्च अभियान चलाया गया। सांय लगभग पांच बजे के करीब घटना स्थल से दो किमी दूर अजय का शव बरामद हुआ। इस दुखद घटना से क्षेत्र में गम का माहौल बना हुआ है। सीओ श्रीधर प्रसाद बडोला ने कहा कि पैर फिसलने के कारण अजय गदेरे में बहा। गदेरे में सर्च अभियान चलाने के बाद शव बरामद किया गया है। शव का पंचनामा कर पीएम को भेज दिया है।