Uttarakhand

ट्रांसपोर्टर पांडे का चित्रशिला घाट पर हुआ अंतिम संस्कार, शोक में हल्द्वानी

  • सीएम ने दिया 10 लाख मुआवजा और पत्नी को नौकरी का आश्वासन
  • डीएम नैनीताल और एसएसपी नैनीताल की सूझबूझ से सुलझा मामला 

हल्द्वानी : भाजपा प्रदेश कार्यालय में कृषि मंत्री सुबोध उनियाल के जनता दरबार में जहर खाकर पहुंचने वाले ट्रांसपोर्टर प्रकाश पांडे का पार्थिव शरीर रात करीब 2:30 बजे काठगोदाम स्थित आवास पर पहुँचते ही परिजनों और सगे सम्बन्धियों का क्रंदन ह्रदय को चीर गया। शव घर पहुंचने के बाद से पत्नी कई बार बेहोश हुई और उनकी आंखों से आंसू रूकने का नाम नहीं ले रहे। पत्नी कमला, बेटा मोहित और बेटी भूमि के चेहरे पर नजर पड़ते ही वहां खड़े लोग भी अपने आंसू नहीं रोक पा रहे थे ।

प्रकाश पांडे की मौत के शोक में बुधवार को हल्द्वानी बाजार बंद रहा । वहीं, पांडे के परिजनों ने सरकार के लिखित आश्वासन के बगैर अंतिम संस्कार से इन्कार कर दिया था । लेकिन बाद में जिलाधिकारी को मुख्यसचिव से मिले आश्वासन के बाद परिजन अंतिम संस्कार को तैयार हुए , वहीँ परिवार के बीच मौजूद नेता प्रतिपक्ष ने पत्रकारों को बताया कि प्रशासन के अधिकारियों व सीएम से हुई वार्ता के बाद सीएम ने आश्वासन दिया है कि मृतक के परिजनों को 12 लाख रुपये की आर्थिक सहायता दी जाएगी। जिसमें से 2 लाख रुपये की तत्काल सहायता और एक माह के भीरत 10 लाख रुपये दिए जाएंगे। इसके साथ ही मृतक की पत्नी को हल्द्वानी में तृतीय श्रेणी के पद पर नौकरी दी जाएगी। इसके बाद रानीबाग चित्रशिला घाट पर हजारों नम आँखों के बीच ट्रांसपोर्टर का अंतिम संस्कार कर दिया गया।

आधी रात के बाद पुलिस फोर्स की पर्याप्त मौजूदगी के बीच शव घर पर पहुचते ही पत्नी कमला पांडे, मां देवकी देवी और बच्चे मोहित और भूमि प्रकाश के बेजान हो चुके शरीर से लिपटकर बार-बार उन्हें बुलाने लगे। करुण क्रंदन से माहौल बेहद गमगीन हो गया।

इधर तड़के से ही लोग भी प्रकाश पांडे घर पर पहुंचने लगे। शोकाकुल पत्नी कमला पांडे ने परिवार और बच्चों के लिए सरकार की ओर से आर्थिक सहायता का लिखित आश्वासन न मिलने पर शव ना उठने देने की बात कह दी।आरोप लगाया कि जनता दरबार में प्रकाश की बात सुनी नहीं गई। उन्हें बाहर धकेलने को कहा गया। पति जहर खा चुके थे और वहां 108 का इंतजार होता रहा।

स्थिति पर नियंत्रण बनाए रखने के लिए एसएसपी जन्मेजय खंडूरी एवं डीएम दीपेंद्र चौधरी रात में ही हल्द्वानी पहुंच गए थे। कांग्रेस एवं व्यापारिक संगठन इस मामले में राज्य सरकार पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए बाजार बंद रखने का ऐलान कल ही कर चुके थे। आज सुबह से ही हद्ल्वानी में दुकानों के ताले नहीं खुले।

ट्रांसपोर्टर के घर पहुंचे जिलाधिकारी, नेता प्रतिपक्ष डॉ. इंदिरा हृदयेश, मेयर की बंद कमरे में वार्ता हुई। बताया जा रहा है कि इस दौरान डीएम ने मुख्य सचिव से वार्ता की। इसके बाद कमरे से निकलकर डॉ. इंदिरा हृदयेश ने दावा किया कि शासन से मृतक की पत्नी को संबिदा में नौकरी देने की बात हुई है। साथ ही शोकाकुल परिवार को 12 लाख रुपये की आर्थिक सहायता दी जा रही है। इसमें दो लाख तत्काल दिए जा रहे हैं, बाकी राशि एक माह में मिलेगी। साथ ही यह आश्वासन भी दिया कि मृतक की पत्नी को हल्द्वानी में भी क्लास थ्री में संविदा पर नौकरी दी जाएगी।

इस संबंध में जिलाधिकारी का कहना है कि मृतक के परिवार की आर्थिक हालत काफी खराब है। सरकार से परिजनों को दस लाख रुपये दिए जाएंगे। वहीं दो लाख रुपये स्थानीय स्तर पर विभिन्न संगठनों की ओर से दिए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि मृतक की पत्नी को स्थानीय स्तर पर संविदा पर नौकरी दी जाएगी। इस आश्वासन पर परिजन अंतिम संस्कार की तैयारी में जुटे। शव यात्रा शीतला घाट के लिए निकाली गई।

devbhoomimedia

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