UTTARAKHAND
उत्तराखंड विधान सभा का शीतकालीन सत्र : गैरसैंण से दून तक गरमागरमी का माहौल

चैंपियन को सत्ता पक्ष से अलग बैठाया
शीतकालीन सत्र में महंगाई के मुद्दे पर विपक्ष का हंगामा
तीर्थ पुरोहितों का श्राइन बोर्ड गठन के निर्णय के विरोध में विधानसभा कूच
गैरसैंण में विधान सभा सत्र को लेकर हरीश रावत का धरना
कर्णप्रयाग । गैरसैंण में गैरसैंण की उपेक्षा से क्षुब्द कांग्रेस नेता हरीश रावत के नेतृत्व में कांग्रेसियों ने धरना प्रर्दशन आयोजित किया। कांग्रेसी नेता पूर्व सीएम हरीश रावत ने कहा कि में पहली बार सरकार के विरोध में बैठा हूँ। पिछले तीन साल से गैरसैंण में कोई विकास कार्य नहीं हुए हैं। उन्होंने कहा ठंडी पड़ गयी प्रदेश सरकार के विरोध में बैठा हूं।
इस दौरान पूर्व विधायक नैनीताल सरिता आर्य, पूर्व विधायक कपकोट ललित फर्सवाण, पूर्व विधानसभा उपाध्यक्ष अनसूया प्रसाद मैखुरी, मनीष खंडूड़ी, पूर्व कैबिनेट मंत्री राजेंद्र भंडारी, पूर्व विधायक गणेश गोदियाल, पूर्व विधायक जीत राम टम्टा आदि शामिल रहे।

इस शीतकालीन सत्र के दौरान सरकार की ओर से चार अध्यादेश पहले ही दिन सदन के पटल पर रखे जाने की तैयारी के बीच मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस ने गैरसैंण सहित श्राइन बोर्ड और अन्य मुद्दों को लेकर सरकार को घेरने की पूरी रणनीति तय की है।
जबकि इधर विधान सभा के बाहर रिस्पना पुल पर चारधाम श्राइन बोर्ड को लेकर भी तीर्थपुरोहितों का विरोध किया। तीर्थ पुरोहितों ने हक हकूकधारी और महापंचायत के सदस्यों के साथ मिलकर विधानसभा कूच किया और पुलिस ने उन्होंने रोकने का भी प्रयास किया। जिसके बाद तीर्थ पुरोहित वहीं बैठकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी करने लगे। साथ में पुरोहितों के धरने में केदारनाथ विधायक मनोज रावत भी धरने पर मौजूद रहे। विधायक मनोज रावत ने कहा कि सरकार की मति भ्रष्ट हो गई है। श्राइन बोर्ड परम्पराओं और हक हकूकों के खिलाफ निर्णय है।

