TOURISM

एशिया के सबसे ऊँचे टिहरी झील में रोमांच और सांस्कृतिक उत्सव शुरू

  • टिहरी झील में अगले साल उतरेगा सी-प्लेन

नई टिहरी। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि टिहरी झील स्थानीय स्तर पर रोजगार बढ़ाने के साथ ही राज्य को आर्थिक और आध्यात्मिक रूप से भी मजबूती प्रदान करेगी। सब कुछ ठीक-ठाक रहा तो अगले वर्ष टिहरी झील में सी-प्लेन उतारा जाएगा। इस मौके पर मुख्यमंत्री द्वारा 31 करोड़ की योजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण भी किया। तीन दिन तक चलने वाले महोत्सव के पहले दिन उत्तराखंड के लोक गायक पदम सिंह गुसाईं, रवि गुसाईं और पूजा जोशी की टीम ने कई बेहतरीन सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दीं। 

टिहरी जिले के जंगलों में लगी आग से फैली धुंध के कारण मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत का हेलीकॉप्टर पांच घंटे देरी से शाम चार बजे कोटी कॉलोनी में बामुश्किल उतर पाया। हालाँकि सीएम त्रिवेन्द्र सिंह रावत उद्घाटन के अवसर पर दोपहर टिहरी नहीं पहुंच सके लेकिन उसके बाद यहाँ पहुँचने पर उन्होंने सांस्कृतिक संध्या का शुभारंभ दीप प्रज्वलन से करने के बाद अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि टिहरी झील में देश-दुनिया के पर्यटकों को खींचने का सामर्थ्य है। लिहाजा, झील के विकास को यहां पर लगातार इस तरह के आयोजन किए जाएंगे।

मुख्यमंत्री शुक्रवार को यहां कोटीकालोनी में आयोजित तीन दिवसीय टिहरी झील महोत्सव में उपस्थित जनसमुदाय को संबोधित कर रहे थे। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने जिले में 31 करोड़ रुपये की विकास योजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया। उन्होने कहा कि झील में कैबिनेट की बैठक कर पर्यटन को उद्योग का दर्जा देकर एतिहासिक कार्य किया गया है, इससे निश्चित ही टिहरी झील विश्वस्तरीय पर्यटन स्थल बनकर युवाओं के लिए रोजगार का माध्यम बनेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि विशाल झील से आकर्षित बड़े निवेशक यहां निवेश करने के इच्छुक हैं। फिल्म निर्माता मधुर भंडारकर, फिल्म अभिनेता अजय देवगन सहित दक्षिण भारत के कई फिल्म निर्देशकों ने टिहरी झील में शूटिंग करने की इच्छा जताई है।

पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने कहा कि भविष्य में टिहरी झील में हर दिन मेला होगा। कृषि मंत्री सुबोध उनियाल ने कहा कि टिहरी झील युवाओं को रोजगार देने का बड़ा माध्यम बनेगी। टिहरी सांसद माला राज्य लक्ष्मी शाह ने कहा कि टिहरी झील टूरिज्म के लिए वरदान साबित होगी। उन्होंने सीएम को बताया कि बांध प्रभावितों की पुनर्वास की समस्या हल नहीं हो पाई है। सरकार को इस पर ध्यान देने की जरूरत है।

इस दौरान टिहरी विधायक धन सिंह नेगी, केंद्रीय संयुक्त सचिव प्रफुल्ल खुल्लर, उमेश चरण गुसाईं, ज्ञान सिंह नेगी, भवानी प्रताप सिंह पंवार,, राजपाल मियां, राकेश लांबा, रघुवीर सिंह सजवाण आदि मौजूद थे। 

आग से छाई धुंध के कारण नहीं उड़े पैराग्लाइडर 
टिहरी महोत्सव में शुक्रवार सुबह आर्ट ऑफ लिविंग की ओर से पर्यटकों को कई योगासन कराए गए। टिहरी झील किनारे योगासन खासा आकर्षण का केंद्र रहा। महोत्सव में पैराग्लाइडिंग और हॉट बैलून से भी पर्यटकों ने उड़ान भरने का प्रयास किया, लेकिन जंगलों में चारों ओर लगी आग से छाई धुंध के कारण पैराग्लाइडरों ने जोखिम नहीं उठाया। 

खाने को लेकर हुआ हंगामा 
महोत्सव में स्वयंसेवी संस्था की ओर से लगाए गए गढ़वाली व्यंजन के स्टाल में खाने को लेकर कुछ देर खूब हंगामा हुआ। समूह की पूजा तोमर ने बताया कि स्टाल पर कुछ नेताओं ने खाना खाया, तभी कुछ और लोग भी आ गए। खाना खत्म होने से उनसे कुछ देर रुकने का आग्रह किया गया लेकिन उन्होंने स्वयं को विधायक का आदमी बताते हुए हंगामा खड़ा कर दिया।

सांस्कृतिक दलों की प्रस्तुतियों ने मोहा मन
उत्तराखंड समेत 14 राज्यों की आकर्षक सांस्कृतिक झांकियों ने सबका मन मोह लिया। उत्तराखंड राज्य सांस्कृतिक टीम ने थड़िया, जौनसारी नृत्य, पंजाब की टीम ने भंगड़ा, राजस्थान ने कालबेलिया और चक्री, असम ने बारदेई और इखला, हरियाणा ने काग नृत्य, जम्मू-कश्मीर ने रूफ, कर्नाटक ने वीरगाथा नृत्य और गुजरात ने सिद्धि धमाल नृत्य की शानदार प्रस्तुति से मन मोहा। 

स्वयं सहायता समूह के स्टालों पर उमड़ी भीड़
महोत्सव में स्वयं सहायता समूहों के स्टालों में भारी भीड़ उमड़ रही है। थौलधार क्षेत्र तिवाड़गांव और आसपास की महिलाओं ने जांदरा (हाथचक्की), उरख्याली (ओखली में धान कुटाई), परेड़ू (दही मथने का लकड़ी का बर्तन) का स्टाल लगाया है। महिलाओं ने पारंपरिक तरीके से तैयार उड़द की पकौड़ी, चटनी और स्वाल अतिथियों को परोसा। इस मौके पर कनिष्ठ प्रमुख थौलधार कुलदीप पंवार, शाकुंबरी देवी, कमला देवी, सुमित्रा, पूजा, गुड्डी, शीला, कविता, राधा और बबली देवी मौजूद थे।

अतिथियों के लिए जीएमवीएन ने लगाया स्टॉल
टिहरी झील महोत्सव में गढ़वाल मंडल विकास निगम ने भी अतिथियों के लिए गढ़वाली व्यंजनों का स्टाल लगाया है। मेहमानों ने जमीन पर बैठकर गढ़वाली व्यंजनों का आनंद लिया। भोजन में तुअर की दाल, चौंसा, झंगोरे की खीर, मंडुवे की रोटी, खीरे का रायता परोसा गया। पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज, जिले के प्रभारी मंत्री अरविंद पांडेय, विधायक धन सिंह नेगी, विजय पंवार सहित कई लोगों ने गढ़वाली भोजन का आनंद लिया।

devbhoomimedia

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