किडनी कांड में अस्पताल संचालक समेत तीन और गिरफ्तार,कई अभी भी फरार

- किडनी बेचने और खरीदने वालों का अनुपमा के एकाउंट से होता था भुगतान :पुलिस
देहरादून : राजधानी के चर्चित किडनी कांड में तीन और लोग गिरफ्तार किये गए हैं, इन तीनों में गंगोत्री चैरिटेबिल अस्पताल संचालक राजीव चौधरी की पत्नी अनुपमा, डॉ.अमित का साथी जगदीश और मेडिकल स्टोर संचालक अभिषेक शर्मा शामिल हैं।
इन तीनों को कोर्ट में पेश करने के बाद उन्हें जेल भेज दिया गया। स्टोर संचालक शर्मा पर राजीव को भागने के लिए अपनी कार देने का आरोप है। वहीँ अभी भी फरार प्रॉप्रर्टी डीलर अशोक जोगी की तलाश में लगातार दबिश दी जा रही है। जबकि किडनी कांड के सरगना डॉ.अमित को रिमांड पर लेने के लिए पुलिस अब अदालत में प्रार्थना पत्र देगी।
उल्लेखनीय है कि देहरादून-हरिद्वार मार्ग पर लालतप्पड़ में गंगोत्री चैरिटेबिल ट्रस्ट की आड़ में किडनी निकालने और ट्रांसप्लांट के धंधे में शामिल रहे लोगों की धरपकड़ के लिए पुलिस की कार्रवाई अभी भी जारी है। किडनी कांड के मुख्य आरोपी डॉ.अमित और जीवन की गिरफ्तारी के बाद पुलिस अब डॉ.अमित के फरार बेटे डॉ.अक्षय राउत और अस्पताल संचालक राजीव चौधरी की गिरफ्तारी में जुटी हुई है। पुलिस ने उनकी तलाश में कई टीमों को लगाया है, जो लगातार इधर-उधर दबिश दे रही हैं। इसके अलावा नेपाल के चिकित्सक डॉ.संजय और संतोष को यहां लाने के लिए कार्रवाई शुरू कर दी गई है।
एसआईटी प्रभारी और एसपी देहात सरिता डोबाल ने बताया कि पुलिस ने अस्पताल संचालक राजीव चौधरी की पत्नी अनुपमा चौधरी, अस्पताल परिसर में मेडिकल स्टोर चलाने वाले अभिषेक शर्मा निवासी कनखल और जगदीश भाई निवासी सूरत को गिरफ्तार किया है। उन्होंने बताया कि अनुपमा पति के साथ अस्पताल का संचालन करती थी। सर्जरी के लिए खरीदी जाने वाली सभी दवाओं का भुगतान अनुपमा के बैंक खाते से ही होता था। जबकि गिरफ्तार किये गए दूसरे आरोपी अभिषेक शर्मा ने उस रात राजीव को भगाने में न केवल मदद की, बल्कि अपनी कार भी उपलब्ध कराई।
उन्होंने बताया कि जगदीश भाई डॉ.अमित का बेहद करीबी है। वह भी सूरत से कई मरीजों को गंगोत्री चैरिटेबिल ट्रस्ट लेकरआया था। उन्होंने बताया कि राजीव के साथी प्रॉपर्टी डीलर अशोक जोगी की तलाश जारी है। एसपी डोबाल ने बताया कि मुख्य आरोपी डॉ.अमित को पुलिस रिमांड पर लेने के लिए अदालत में प्रार्थना पत्र दिया जाएगा।
पुलिस के अनुसार अब डॉ.अमित से केस से जुड़े दस्तावेजों की बरामदगी होनी है। गौरतलब हो कि दून पुलिस ने दो दिन पहले सरगना डॉ.अमित और उसके भाई जीवन और नर्स सरला को पंचकूला से दबोचा था। जिनके पास से करीब 33 लाख 71 हजार रुपये की बरामदगी हुई थी। किडनी कांड में अब तक पुलिस आठ लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है, जबकिअभी भी इतने ही लोग मामले में फरार हैं।
वहीँ पुलिस हिरासत में पेशी के दौरान राजीव चौधरी की पत्नी अनुपमा चौधरी ने खुद को बेकसूर बताया। उसका कहना था कि उसे झूठा फंसाया जा रहा है। इस मामले से उसका कुछ लेना-देना नहीं है। हाँ उसने मदद की जरूरत है। हालांकि अन्य दोनों आरोपियों ने कुछ भी नहीं बोला।