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हिमालयी राज्यों के मुख्यमंत्री होंगे एक ही मंच पर

सीएम ने मसूरी पहुंचकर व्यवस्थाओं का लिया जायजा




इस सम्मेलन में मुख्यमंत्री उत्तराखण्ड त्रिवेन्द्र सिंह रावत के साथ ही केन्द्रीय वित्त मंत्री श्रीमती निर्मला सीतारमण, हिमांचल प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री जय राम ठाकुर, मेघालय के मुख्यमंत्री श्री के.सी. संगमा, नागालैण्ड के मुख्यमंत्री नेफ्यू रियो, अरूणाचल प्रदेश के उप मुख्यमंत्री श्री चौना मेन, मिजोरम के मंत्री श्री टी.जे. लालनुंत्लुआंगाए, त्रिपुरा के मंत्री श्री मनोज कांति देव, मुख्यमंत्री सिक्कीम के सलाहकार डा. महेन्द्र पी. लामा, जम्मू कश्मीर के राज्यपाल के सलाहकार श्री के.के. शर्मा उपस्थित रहेंगे। इस सम्मेलन में नीति आयोग के उपाध्यक्ष डा. राजीव कुमार, सचिव जल एवं स्वच्छता भारत सरकार श्री परमेश्वरन अय्यर सदस्य एनडीएमए श्री कमल किशोर, भारतीय वन प्रबन्धन संस्थान के प्रोफेसर डा. मधू वर्मा भी प्रतिभाग करेंगे। प्रदेश के पर्यटन मंत्री श्री सतपाल महाराज धन्यवाद ज्ञापित करेंगे।
सूबे के मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह ने बताया, ‘इस सम्मेलन में सभी राज्यों के वरिष्ठ अधिकारी और मुख्यमंत्री शरीक होने आ रहे हैं। इसमें सभी राज्यों में विषम भौगोलिक परिस्थितियों, उच्च वन भूमि और जलावायु परिवर्तन के चलते पड़ रहे मानव विकास के असर पर विचार-विमर्श कर एक ऐसा मसौदा तैयार किया जाएगा, जिससे इन राज्यों में विकास को रफ्तार मिल पाएगी।’
वहीं, नीति आयोग के सदस्यों के साथ हो रही बैठक में हिमालयी राज्यों के प्रतिनिधि मौजूद रहेंगे। इसमें उत्तर भारत से जम्मू-कश्मीर, हिमाचल, उत्तराखंड और नॉर्थ ईस्ट से आठ राज्य- सिक्किम, आसाम, अरुणाचल प्रदेश, मेघालय, नागालैंड, त्रिपुरा, मिजोरम और मणिपुर से प्रतिनिधि मौजूद रहेंगे।Lorem ipsum dolor sit amet, consectetur.