विकास गुरुंग जैसे जवान की शहादत व्यर्थ नहीं जाएगी : त्रिवेन्द्र रावत

- शहीद विकास गुरुंग की अंतिम यात्रा में उमड़ा जनसैलाब
ऋषिकेश : जम्मू कश्मीर में आतंकियों से मुठभेड़ में शहीद हुए जवान विकास गुरुंग की अंतिम यात्रा में इलाके के हज़ारों लोगों का जन सैलाब तब उमड़ पड़ा जब उनके घर गुमानीवाला गांव से शहीद की शव यात्रा निकाली गई। इस दौरान युवा शहीद की शहादत पर हर किसी ने नम आँखों से शहीद का नमन करते हुए उसे अंतिम विदाई दी। सोमवार प्रातः ही इससे पहले मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत और विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल ने शहीद को श्रद्धांजलि अर्पित करने युवा शहीद के घर पहुँच गए थे।
सोमवार सुबह गुमानीवाला गांव से शुरू हुई अंतिम यात्रा में भारी भीड़ विकास की शहादत को लेकर लोग नारे लगाते हुए श्यामपुर हरिद्वार मार्ग से होते हुए पूर्णानंद घाट मुनि की रेती के लिए निकली। इस दौरान नगर में जगह-जगह नागरिक शहीद के अंतिम दर्शन को सड़क किनारे लोग नजर आए। अंतिम यात्रा मार्ग पर पड़ने वाले सभी व्यापारिक प्रतिष्ठान शोक स्वरूप बंद रखे गए।
इससे पहले जम्मू कश्मीर के नौशेरा सेक्टर में पाकिस्तानी सेना के हमले में शहीद हुए सैनिक विकास गुरुंग को श्रद्धांजलि देते हुए मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि 21 वर्ष की अल्प आयु में विकास गुरुंग जैसे जवान ने जो अपनी शहादत दी है, वह व्यर्थ नहीं जाएगी। उन्होंने कहा ऐसे वीर सैनिकों के कारण ही आज देश सुरक्षित है और हम आजादी की सांस ले रहे हैं।
उन्होंने कहा कि विकास के पिता पूर्व सैनिक रहे हैं। उनका भाई सेना में है। इस पूरे परिवार ने देश की खातिर सेना में सेवा कर के उत्तराखंड और देश का मान बढ़ाया है। विकास जैसे सैनिक की कुर्बानी को उत्तराखंड के इतिहास में हमेशा याद रखा जाएगा।
गौरतलब हो कि ईद के दिन जम्मू-कश्मीर के नौशेरा सेक्टर में तैनात गोरखा राइफल की 2/3 प्लाटून की सैन्य टुकड़ी, जिसमें विकास भी शामिल था, सुबह सीमा पर पेट्रोलिंग कर रही थी। करीब साढ़े आठ बजे सीमा पार से दुश्मन ने अचानक सैन्य टुकड़ी पर फायरिंग खोल दी। सेना ने मोर्चा संभालते हुए जवाबी फायरिंग की। मगर, तभी एक मोर्टार विकास गुरुंग को लग गया, जिससे वह वीरगति को प्राप्त हो गया था ।