महिला पायलेटस ने रचा इतिहास : नॉर्थ पोल से 16000 KM दूरी तय कर सैन फ्रांसिस्को से बेंगलुरु पहुंची फ्लाइट
उड़ान भर एयर इंडिया की महिला पायलटों ने रचा इतिहास
एआई-176 द्वारा इतिहास रचा गया, एआई-176, तीस हजार फुट की ऊंचाई पर भरी उड़ान
देवभूमि मीडिया ब्यूरो
बेंगलुरु : एयर इंडिया की चार महिला पायलटों की एक टीम ने दुनिया के सबसे लंबे हवाई मार्ग नॉर्थ पोल से बंगलुरु तक उड़ान भर एक नया इतिहास रच दिया है। रविवार को अमेरिका के सैन फ्रांसिस्को से उड़ान भरने के बाद महिला पायलटों की यह टीम नॉर्थ पोल से होते हुए बेंगलुरु के केम्पेगौड़ा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर पहुंची। इस सफर के दौरान इन्होने लगभग 16,000 किलोमीटर की दूरी तय की।
#FlyAI : Welcome Home
Capt Zoya Agarwal, Capt Papagiri Thanmei, Capt Akanksha & Capt Shivani after completing a landmark journey with touchdown @BLRAirport.Kudos for making Air India proud.
We also congratulate passengers of AI176 for being part of this historic moment. pic.twitter.com/UFUjvvG01h
— Air India (@airindia) January 10, 2021
फ्लाइट के भारत में लैंड करते ही एयर इंडिया ने अपने ट्विटर हैंडल से स्वागत किया। एयर इंडिया ने ट्वीट कर लिखा, ‘वेलकम होम, हमें आप सभी (महिला पायलटों) पर गर्व है। हम AI176 के यात्रियों को भी बधाई देते हैं, जो इस ऐतिहासिक सफर का हिस्सा बने।’ बता दें कि इस विमान को पूरी तरह से महिला पायलट ही चला रहे थे, जिनमें कैप्टन जोया अग्रवाल, कैप्टन पापागरी तनमई, कैप्टन शिवानी और कैप्टन आकांक्षा सोनवरे शामिल थीं। इस विमान को लीड कैप्टन जोया अग्रवाल कर रही थीं।
#FlyAI : AI 176 from San Francisco to Bengaluru enters the Indian airspace and begins the final leg of its epic journey at an altitude of 37000 feet comfortably cruising at a speed of 557 knots/1032 kmph. @BLRAirport @flySFO pic.twitter.com/Jy7NS6d2iC
— Air India (@airindia) January 10, 2021
बेंगलुरु एयरपोर्ट पर लैंडिंग के बाद कैप्टन जोया अग्रवाल ने कहा, आज हमने न केवल उत्तरी ध्रुव पर उड़ान भरकर, बल्कि केवल महिला पायलटों द्वारा इसे सफलतापूर्वक करके एक विश्व इतिहास रचा है। हम इसका हिस्सा बनकर बेहद खुश और गर्व महसूस कर रहे हैं। इस मार्ग ने 10 टन ईंधन बचाया है।
एयर इंडिया की सैन फ्रांसिस्को-बेंगलुरु की उद्घाटन फ्लाइट का संचालन करने वाली टीम में से एक पायलट शिवानी ने कहा कि यह एक रोमांचक अनुभव था, क्योंकि ऐसा पहले कभी नहीं हुआ था। यहां पहुंचने में लगभग 17 घंटे लग गए। बता दें कि जब यह विमान सैन फ्रांसिस्को से चला था, उसके बाद से ही इसकी हर लोकेशन की जानकारी खुद एयर इंडिया अपने ट्विटर हैंडल से समय-समय पर दे रहा था। इतना ही नहीं, सिविल एविएशन मिनिस्टर हरदीप पुरी ने भी इसे लेकर ट्वीट किया।
The historic all woman cockpit crew polar flight from San Francisco to Bengaluru makes Vande Bharat Mission even more special.
The mission has so far facilitated international travel of more than 46.5 lakh people.
We continue to reach out to more with 24 air bubbles. pic.twitter.com/4WOt2eLbvp— Hardeep Singh Puri (@HardeepSPuri) January 10, 2021
सिविल एविएशन मिनिस्टर हरदीप पुरी ने अपने ट्वीट में लिखा, ‘सैन फ्रांसिस्को से बेंगलुरु तक का ये ऐतिहासिक सफर महिला पायलटों की वजह से वंदे भारत मिशन को और भी खास बनाती है। मिशन ने अब तक 46.5 लाख से अधिक लोगों की अंतर्राष्ट्रीय यात्रा की सुविधा प्रदान की है।
गौरतलब हो कि एअर इंडिया के पायलट पहले भी ध्रुवीय मार्ग पर उड़ान भर चुके हैं, मगर ऐसा पहली बार है जब कोई महिला पायलट टीम ने उत्तरी ध्रुव पर उड़ान भरी है।
एयर इंडिया के सूत्रों के मुताबिक, उड़ान संख्या एआई-176 शनिवार को सैन फ्रांसिस्को से रात 8:30 बजे (स्थानीय समयानुसार) रवाना हुई और यह सोमवार तड़के 3:45 बजे यहां पहुंची। एयर इंडिया ने ट्वीट किया, ‘इसकी कल्पना कीजिए: -सभी महिला कॉकपिट सदस्य- भारत आने वाली सबसे लंबी उड़ान- उत्तरी ध्रुव से गुजरना और यह सब हो रहा है! रिकॉर्ड टूट गए। एआई-176 द्वारा इतिहास रचा गया। एआई-176, तीस हजार फुट की ऊंचाई पर उड़ान भर रहा है।’