अटल आयुषमान योजना के तहत एक वर्ष में 1 लाख 29 हजार मरीजो का हुआ निशुल्क ईलाज
335 चिकित्सकों की नियुक्ति के उपरान्त प्रदेश में चिकित्सकों की संख्या लगभग 2500
देवभूमि मीडिया ब्यूरो
नई टिहरी : विधानसभा क्षेत्र प्रतापनगर स्थित प्राचीन ओणेश्वर महादेव मंदिर परिसर में शिवरात्री पर्व के अवसर पर आयोजित दो दिवसीय पर्यटन, सांस्कृतिक एवं विकास मेले के समापन पर प्रदेश के मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने ओणेश्वर मंदिर में पूजा अर्चना की। पूजा के बाद मुख्यमंत्री ने मंदिर परिसर में नवनिर्मित सभागार का लोकार्पण भी किया। इस अवसर पर अपने सम्बोधन में मुख्यमंत्री ने कई घोषाणयें की। इससे पूर्व मंदिर समिति एवं स्थानीय जनता ने मुख्यमंत्री का भव्य स्वागत किया।
मुख्यमंत्री ने इस दौरान कई घोषाणाएं करते हुए कहा कि ओणेश्वर मंदिर का सौन्दर्यकरण, लम्बगांव में पार्किंग निर्माण, जाखणीधार क्षेत्रांतर्गत खोला मोटर मार्ग 1 किलोमीटर, मदननेगी-मोटणा मोटर मार्ग निर्माण, जाखणीधार में भद्रेश्वर मन्दिर मोटर मार्ग निर्माण, केन्द्रीय विद्यालय सौड मोटर मार्ग की मरम्मत शामिल किया जायेगा।
मेले के समापन अवसर पर उपस्थित जनता को सम्बोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि टिहरी डैम के बनने से प्रतापनगर क्षेत्र व्यपक रुप से प्रभावित हुआ है। उन्होने कहा कि डोबरा-चांठी पुल का निर्माण कार्य निर्बाध रुप से चलाते रहने व समय से पूरा करने के लिए सरकार ने 88 करोड़ रुपये की धनराशि एकमुश्त निर्माणदायी संस्था को उपलबध करायी है। उन्होंने कहा कि डोबरा-चाठी पुल का निर्माण कार्य जल्द जी पूरा होने जा रहा है। पुल के बन जाने से क्षेत्रीय जनता को जहां आवागमन में सुविधा होगी वहीं क्षेत्र में विकास कार्यो में गति आने के साथ ही योजनाओं के क्रियान्वयन में भी आसानी होगी।
उन्होने कहा कि प्रदेश सरकार राज्य की समस्याओं प्राथमिकता, पारदर्शिता व सटीक तरीके से निस्तारित कर रही है। कहा कि प्रदेश सरकार ने वर्ष 2022 तक प्रदेश के प्रत्येक गांव को सड़क से जोडने का लक्ष्य रखा है जिनका निर्माण कार्य गतिमान है। इसके अलावा राज्य के प्रत्येक गाॅव के हर घर को विद्युत से जोड़ना, राज्य को खुले में शौच से मुक्त करने में सफलता हासिल की है।
उन्होने कहा कि सरकार राज्य में स्वास्थ्य सेवाओं को दुरुस्थ करने का कार्य प्राथमिकता से कर रही है जिसमें उत्तराखण्ड अटल आयुषमान योजना के तहत एक वर्ष में 1 लाख 29 हजार मरीजो का निशुल्क ईलाज किया गया जिसपर कुल 112 करोड़ रुपये का व्यय सरकार द्वारा किया गया है। वही प्रदेश के दुरस्थ क्षेत्रों में स्वास्थ्य सुविधाओं में गुणवत्ता व सुधार लाने के लिए 335 और चिकित्सकों की भर्ती की प्रक्रिया जारी है। 335 चिकित्सकों की नियुक्ति के उपरान्त प्रदेश में चिकित्सकों की संख्या लगभग 2500 हो जायेगी, जिससे स्वास्थ्य सुविधाओं में सुधार आयेगा। उन्होने कहा कि प्रदेश में जहां पहले प्रसव के दौरान महिलाओं की मृत्यु दर 1 लाख पर 284 थी उसकों दुरुस्थ करते हुए 84 पर लाया गया है वहीं प्रदेश में संस्थागत प्रसव की दर में भी निरंतर वृद्धि हुई है।
इस अवसर पर उच्च शिक्षा मंत्री डाॅ धन सिंह रावत, स्थानीय विधायक विजय सिंह पंवार, राज्यमंत्री रोशन, जिलाधिकारी डाॅ.वी. षणमुगम, एसएसपी डाॅ योगेन्द्र सिंह रावत, जिलाध्यक्ष भाजपा विनोद रतूड़ी मेला समिति के अध्यक्ष द्वारिका प्रसाद भट्ट, प्रमुख जाखणीधार प्रदीप रमोला, जअन्य जनप्रतिनिधि, अधिकारी एवं भारी संख्या में स्थानीय जनता उपस्थित थी।