सिलक्यारा सुरंग हादसा : सीएम धामी आज करेंगे घटनास्थल का निरीक्षण, सभी मजदूर सुरक्षित
उत्तरकाशी : उत्तरकाशी यमुनोत्री हाईवे पर निर्माणाधीन सिलक्यारा सुरंग हादसे के बाद रेस्क्यू ऑपरेशन कर रही टीमों को भी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. एनडीआरएफ के असिस्टेंट कमांडेंट करमवीर सिंह भंडारी ने बताया कि सुरंग के अंदर फंसे सभी 40 लोग सुरक्षित हैं. रेस्क्यू कार्य करते समय लगातार मलबा और पत्थर गिरने से परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. लेकिन रेस्क्यू कार्य युद्ध स्तर से जारी है. वहीं मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी आज घटनास्थल का निरीक्षण करेंगे.
#WATCH | Uttarakhand | On Uttarkashi Tunnel accident, NDRF's Assistant Commandant, Karamveer Singh Bhandari says, "All the 40 people trapped inside the tunnel are safe, we have provided water and food to them. Rescue work is underway. We are facing a bit problem as the debris is… pic.twitter.com/VzFq6Ow380
— ANI (@ANI) November 13, 2023
एनडीआरएफ के असिस्टेंट कमांडेंट करमवीर सिंह भंडारी ने बताया कि टनल के अंदर बीते दिन से करीब 15 से 15 मीटर कार्य हुआ है. कहा कि खबर मिली है अंदर सारे मजदूर सुरक्षित हैं और उनके खाने व पीने की व्यवस्था की है. उम्मीद है कि आज हम उन्हें बाहर निकालने की कोशिश करेंगे. कहा कि अंदर चालीस मजदूर फंसे हुए हैं, जो सुरक्षित हैं. करमवीर सिंह भंडारी ने बताया कि टनल के अंदर कार्य करने समय बार-बार मलबा और पत्थर गिर रहे हैं. जिससे रेस्क्यू कार्य में परेशानी हो रही है.
#WATCH | Uttarakhand | Uttarkashi Tunnel accident: Relief and rescue work underway on war footing in Silkyara Tunnel located on Uttarkashi-Yamnotri road. NDRF and SDRF teams are present at the spot. pic.twitter.com/aETtuSKh7M
— ANI (@ANI) November 13, 2023
बताया कि टनल से शुरू से 200 मीटर तक अच्छे से कार्य हुआ है, उसके आगे जो टनल का कार्य चल रहा है, वहां प्लास्टर कार्य नहीं हुआ है. जिस वजह से वह अचानक से बैठ गया है. अभी जो मशीनें लगी हैं, उनके कार्य करते समय ऊपर से मलबा गिर रहा है, जो समस्या पैदा कर रहा है. मलबा थोड़ा गीला है और हैवी होकर नीचे गिर रहा है, लेकिन अभी थोड़ा मलबा गिरना कम हुआ है. कहा कि जिस तरह कार्य चल रहा है जल्द मजदूरों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया जाएगा. कहा कि एनडीआरएफ की टीम पूरे उपकरणों के साथ मौके पर डटी हुई है.
बताया कि टनल से शुरू से 200 मीटर तक अच्छे से कार्य हुआ है, उसके आगे जो टनल का कार्य चल रहा है, वहां प्लास्टर कार्य नहीं हुआ है. जिस वजह से वह अचानक से बैठ गया है. अभी जो मशीनें लगी हैं, उनके कार्य करते समय ऊपर से मलबा गिर रहा है, जो समस्या पैदा कर रहा है. मलबा थोड़ा गीला है और हैवी होकर नीचे गिर रहा है, लेकिन अभी थोड़ा मलबा गिरना कम हुआ है. कहा कि जिस तरह कार्य चल रहा है जल्द मजदूरों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया जाएगा. कहा कि एनडीआरएफ की टीम पूरे उपकरणों के साथ मौके पर डटी हुई है.
टनल में फंसे 40 मजदूर:निर्माणाधीन सिलक्यारा सुरंग के अंदर फंसने वाले मजदूरों में उत्तराखंड कोटद्वार व पिथौराढ़ के दो, बिहार के 4, पश्चिम बंगाल के 3, असम के 2, झारखंड के 15, उत्तर प्रदेश के 8, हिमाचल का 1, व ओडिशा के पांच मजदूर शामिल हैं. जिनको निकालने के लिए रेस्क्यू अभियान जारी है.
जानिए कब हुआ हादसा: यमुनोत्री हाईवे पर निर्माणाधीन सिलक्यारा टनल में रविवार सुबह करीब 5:30 बजे हादसा हुआ. निर्माणाधीन टनल के मुहाने से 230 मीटर अंदर मलबा और बोल्डर गिर गए. जिसके बाद 30 से 35 मीटर हिस्से से पहले हल्का मलबा गिरा और फिर भारी मलबा व पत्थर गिरने लगे. मलबा व पत्थर गिरने से सुरंग के अंदर काम कर रहे 40 मजदूर अंदर ही फंस गए.
जिलाधिकारी ने छुट्टी की रद्द: घटना के बाद निर्माण एजेंसी के साथ पुलिस, एसडीआरएफ, एनडीआरएफ, आईटीबीपी, बीआरओ व आपदा प्रबंधन विभाग की टीम राहत-बचाव कार्य में जुटी है. डीएम अभिषेक रूहेला ने घटना की सूचना पर दीपावली की छुट्टी रद्द कर हेलीकॉप्टर से मौके पर पहुंचे. साथ ही डीएम लगातार रेस्क्यू कार्य की निगरानी कर रहे हैं.