योगी आदित्यनाथ सरकार वाराणसी और गोरखपुर के बीच पहली सीप्लेन सेवा शुरू करने की योजना बना रही है. राज्य सरकार ने इस संबंध में नागरिक उड्डयन मंत्रालय को पत्र लिखा है. यूपी सरकार ने केंद्र से व्यवहार्यता अध्ययन करने और मामले में आगे की कार्रवाई करने को कहा है.
यूपी के नागरिक उड्डयन मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी ने नई दिल्ली में केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया से मुलाकात की और वाराणसी-गोरखपुर हवाई मार्ग पर सीप्लेन सेवा शुरू करने को लेकर चर्चा की. उन्होंने विमानन से जुड़े अन्य मुद्दों पर भी चर्चा की.
आधिकारिक सूत्रों के अनुसार नंद गोपाल गुप्ता नंदी ने ज्योतिरादित्य सिंधिया को यूपी सरकार की ओर से केंद्र को भेजे गए सीप्लेन सेवा प्रस्ताव पर तत्काल कार्रवाई करने को कहा है. सीप्लेन जमीन और पानी दोनों से काम कर सकते हैं. 300 मीटर लंबे जलाशय से उड़ान और लैंडिंग भी की जा सकती है. केंद्र सरकार ने देश में 100 सीप्लेन सेवाओं की योजना बनाई है, जिसमें करीब 111 नदियों को हवाई पट्टी के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है.