RUDRAPRAYAG

रुद्रप्रयागवासी अन्याय का मिलकर करेंगे प्रतिकार

  • भवन स्वामियों एवं व्यापारियों ने की मुआवजे और उनके पुनर्स्थापन की मांग
देवभूमि मीडिया ब्यूरो 
रुद्रप्रयाग : चारधाम रोड के नाम पर रुद्रप्रयाग एवं जनपद रुद्रप्रयाग के अन्य नगरों -बाजारों को उजाड़ने के खिलाफ भारी आक्रोश व्यक्त करते हुए व्यापारियों ने जन अधिकार मंच के साथ मिलकर न्याय की लड़ाई लड़ने का निर्णय लिया है। इसकी जद में आने वाले भवन स्वामियों एवं व्यापारियों ने मुआवजे और उनके पुनर्स्थापन की मांग के लिए प्रधानमंत्री से हस्तक्षेप की अपील की है। इसके लिए चारधाम परियोजना प्रभावित संघर्ष समिति, जनपद रुद्रप्रयाग का गठन कर संघर्ष को नए तेवर देने का निर्णय लिया है।
रुद्रप्रयाग में जन अधिकार मंच के बुलावे पर आयोजित बैठक में बड़ी संख्या में शामिल व्यापारियों व भवन स्वामियों ने स्पष्ट किया है कि वे चारधाम मार्ग के निर्माण व सुदृढ़ीकरण के पक्ष में हैं और उसमें हर सहयोग देने को तैयार हैं लेकिन अतिक्रमण के नाम पर पीढ़ियों से आवासित एवं व्यापार कर रहे लोगों को बिना मुआवजा हटाने की चारधाम परियोजना अधिकारियों के जनविरोधी रवैय्ये के खिलाफ वे प्रधानमंत्री, सांसदों और मुख्यमंत्री तक पहुंचकर अपनी आवाज उठाएंगे तथा यदि इससे भी उनको उजाड़ने की कार्यवाही बन्द नहीं की गई तो वे आंदोलन के अलावा न्यायालय की शरण लेने के लिए भी विवश होंगे।
जन अधिकार मंच के अध्यक्ष मोहित डिमरी की अध्यक्षता में हुई बैठक में सर्वसम्मति से पारित प्रस्तावों में मांग की गई कि प्रभावित प्रत्येक व्यापारी व भवन स्वामी को न्यूनतम 10 लाख रुपये का मुआवजा दिया जाय और इसके साथ ही उनके नुकसान का वर्तमान बाजार मूल्य से 4 गुना अधिक मूल्य दिया जाय। इसके अलावा प्रभावित व्यापारियों को मार्केटिंग कॉम्प्लेक्स बनाकर पुनर्स्थापित किया जाय। इन माँगों को तेजी और गंभीरता से उठाने के लिए एक कार्यकारिणी भी गठित की गई है जो जिले के सभी प्रभावित व्यापारियों, व्यापार संगठनों से संपर्क कर आंदोलन की रणनीति पर काम करेगी। इसमें मोहित डिमरी के अलावा देवेंद्रसिंह झिंक्वाण, अशोक चौधरी, प्रदीप बगवाड़ी, माधोसिंह नेगी, जोतसिंह बिष्ट, के पी ढौंढियाल,  कृष्णानंद डिमरी, रमेश पहाड़ी, रमेश नौटियाल, रायसिंह रावत, सचेन्द्र रावत, विपिन वर्मा सहित अनेक व्यापारी एवं सामाजिक कार्यकर्ता शामिल हैं।
संघर्ष समिति के अध्यक्ष मोहित डिमरी ने बताया कि सोमवार 26 नवम्बर को जिले के विभिन्न नगरों-बाजारों के व्यापार संगठनों से संपर्क कर संगठन को विस्तार देंगे। 27 नवम्बर को अगस्त्यमुनि मेले में मुख्यमंत्री को इस संबंध में एक ज्ञापन भी दिया जाएगा।

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