Uttarakhand

पूर्व सीएम एनडी तिवारी के पुत्र रोहित शेखर का हृदय गति रुकने से निधन

  • रोहित को लेकर  5 बजे मैक्स अस्पताल पहुँची थी उनकी माँ 

देवभूमि मीडिया ब्यूरो

देहरादून  : यूपी-उत्तराखंड के पूर्व सीएम एनडी तिवारी के पुत्र रोहित शेखर तिवारी की उनके नयी दिल्ली स्थित हौज खास स्थित निवास पर हृदय गति रुकने से मौत हो गई। रोहित तिवारी को मैक्स हॉस्पिटल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। पूर्व मुख्यमंत्री स्व. तिवारी के पुत्र के निधन के समाचार की पुष्टि उनके पूर्व ओएसडी रामपाल शर्मा ने भी की है।

प्राप्त जानकारी के अनुसार मंगलवार को पूर्व राज्यपाल और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एनडी तिवारी के बेटे 40 साल के रोहित शेखर तिवारी की रहस्यमय हालात में मौत हो गयी,रोहित अपनी मां ,पत्नी और चचेरे भाई के साथ दिल्ली के डिफेंस कॉलोनी इलाके में रहते थे।

दिल्ली पुलिस के मुताबिक रोहित की मां उज्ज्वला दोपहर में साकेत इलाके के मैक्स अस्पताल मेडिकल जांच ले लिये गयीं थीं,तभी उन्हें घर से नौकरों और उनके दूसरे बेटे सिद्धार्थ ने फोन कर बताया कि रोहित को नाक से खून निकल रहा है और उसके हाथ पैर ठंडे पड़ गए हैं, रोहित की मां फौरन अस्पताल से एम्बुलेंस लेकर घर डिफेंस कॉलोनी में अपने घर पहुचीं और रोहित को लेकर वापस करीब 5 बजे मैक्स अस्पताल पहुँची ।

जहां डॉक्टरों ने रोहित को मृत घोषित कर दिया । पुलिस के मुताबिक रोहित के कोई बाहरी चोट का कोई निशान नहीं है। आशंका है कि उसकी मौत दिल का दौरा पड़ने या ब्रेन हेम्ब्रेज की वजह से हुई हो। रोहित के घरवालों के मुताबिक घर में उनकी नौकरानी ने बताया कि रोहित की नाक से खून निकल रहा था। रोहित को न्यूरो से जुड़ी समस्या थी।

दक्षिणी दिल्ली के डीसीपी विजय कुमार के मुताबिक रोहित के शव को कब्जे में लेकर उसे पोस्टमोर्टम के लिए एम्स अस्पताल भेज दिया गया है,जहां उसका बुधवार को पोस्टमोर्टम होगा। वहीं समाचार लिखे जाने तक रोहित के घर में भी जांच के साथ नौकरों और घरवालों से पूछताछ जारी है। वहीं डीसीपी दक्षिण जिला विजय कुमार का कहना है कि रोहित दिल के मरीज रहे हैं। विगत दिसंबर में उनकी एंजियोप्लास्टी भी हुई थी और स्टेंट डाला गया था। अब तक की जांच में किसी तरह का कोई आपराधिक एंगल नजर नहीं आ रहा है। हादसे से दौरान उनकी पत्नी घर पर ही मौजूद थीं। परिजनों ने भी कोई शिकायत नहीं दी है। उन्हें किसी तरह का शक नहीं है। हार्ट अटैक के कुछ केस में नाक से खून भी आ जाता है।

  • ऐसे मिला था रोहित को बेटे का अधिकार

वर्ष 2008 में रोहित शेखर नाम के एक शख्स ने कोर्ट में तिवारी को अपना ‘बॉयलॉजिकल फादर’ (जैविक पिता) घोषित करने का मुकदमा किया। कोर्ट के निर्देश पर एनडी का डीएनए टेस्ट कराया गया, जो उनके बेटे रोहित से मैच कर गया। 27 जुलाई 2012 को कोर्ट ने डीएनए टेस्ट का रिजल्ट देखने के बाद फैसला रोहित शेखर के पक्ष में दिया। कोर्ट ने माना कि नारायण दत्त तिवारी रोहित के ‘बॉयलॉजिकल फादर’ हैं और उज्जवला शर्मा ‘बॉयलॉजिकल मदर’। काफी लंबे समय तक इंकार के बाद आखिरकार 3 मार्च 2014 को तिवारी ने यह बात मान ही ली की वे रोहित के ‘बॉयलॉजिकल फादर’ हैं।

  • 90 की उम्र में एनडी तिवारी ने उज्ज्वला से की थी शादी

इसके बाद मई 2014 में भी तिवारी मीडिया की सुर्खियों में रहे। दरअसल, 22 मई 2014 को यूपी की राजधानी लखनऊ में नारायण दत्त तिवारी ने रोहित की मां उज्ज्वला शर्मा से विधिवत विवाह कर लिया था। इस विवाह के समय उनकी उम्र 89 साल थी। अपने इस हक के लिए उज्ज्वला शर्मा और उनके बेटे रोहित शेखर को एक लंबी लड़ाई लड़नी पड़ी थी।

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