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कोरोना पर अफवाहों से बचें, हाथ जोड़कर नमस्ते कहने की आदत दोबारा डालेंः प्रधानमंत्री
पीएम ने प्रधानमंत्री भारतीय जनऔषधि परियोजना के लाभार्थियों के साथ बातचीत की
केन्द्र और राज्य सरकारें कोरोना वायरस के खतरे से निपटने को हरसंभव कदम उठा रहेः पीएम
जब प्रधानमंत्री की भी आंखें भर आईं
दीपा शाह ने रोते हुए कहा, ‘मैंने भगवान को नहीं देखा है, लेकिन मैंने आप में भगवान को देखा है।’
देहरादून : दीपा शाह बार-बार अपनी बात दोहराती रही, जिसे सुनकर प्रधानमंत्री की आंखें भी भर आई, वह थोड़ी देर के लिए खामोश हो गए। शाह ने आपबीती सुनाते हुए कहा, ‘मुझे 2011 में लकवा का दौरा पड़ा। इलाज में बहुत पैसे लगे। हर महीने पांच हजार की दवा खरीदनी पड़ती थी। घर चलाना मुश्किल हो रहा था। ऐसे में जन औषधि केंद्र खुले जहां से उसे पांच हजार की दवा 1500 रुपये में मिलने लगी। हर महीने 3,500 रुपये बचने लगे, जिससे मैं फल खरीद पाई और अपने दूसरे काम किए।’
मुश्किल घड़ी में मदद के लिए दीपा शाह ने उत्तराखंड के मुख्यमंत्री का भी आभार जताया। शाह ने आगे कहा, ‘डॉक्टरों ने तो एक बार कह दिया था कि मैं ठीक नहीं हो सकती। लेकिन आपकी आवाज सुनकर मैं बेहतर हो गई।’दीपा शाह की बातें सुनकर प्रधानमंत्री बहुत भावुक हो गए। बोलने के लिए जब वह खड़ी हुई तो प्रधानमंत्री ने उनसे बैठने के लिए कहा, क्योंकि उन्हें खड़े होने में तकलीफ होती है। प्रधानमंत्री ने दीपा शाह के साहस की प्रशंसा की। पीएम मोदी ने कहा, ‘आपने अपनी मजबूत इच्छाशक्ति से अपनी बीमारी को हराया है। आपका साहस ही आपका भगवान है और उसी साहस ने इतनी बड़ी मुश्किल से निकलने के लिए आपको ताकत दी है। आप अपने इस साहस को बनाए रखिए।’
प्रधानमंत्री ने कहा कि जेनेरिक दवाइयों को लेकर अभी भी कुछ लोग झूठ फैला रहे हैं। उन्हें हैरानी होती है कि इतनी सस्ती दवा कैसे मिल सकती है, जरूर इसमें कुछ न कुछ गड़बड़ है। लेकिन आपको देखने के बाद देश के लोगों को यह भरोसा होगा कि जेनेरिक दवाइयों में कुछ भी खराबी नहीं है। ये दवाइयां खराब गुणवत्ता की नहीं हैं। ये दवाइयां भारत में बनी हैं, बेहतर प्रयोगशालाओं में परखी गई हैं और इसलिए सस्ती हैं। उन्होंने कहा कि दुनियाभर में इन दवाइयों की मांग हो रही है।
जन औषधि दिवस के अवसर पर शनिवार को नई दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जब वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए योजना के लाभार्थियों से बातें कर रहे थे, उसी दौरान देहरादून से एक लाभार्थी महिला दीपा शाह ने भावुक होते हुए प्रधानमंत्री मोदी को भगवान बताया। महिला की बातें सुनकर प्रधानमंत्री की भी आंखें भर आईं।