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मध्यप्रदेश में लकीर पीटते रह गए कमलनाथ और खिल गया ”कमल”

आगे आगे विधायकों के इस्तीफे का पत्र , पीछे -पीछे कमलनाथ का बर्ख़ास्तगी का पत्र

मुख्यमंत्री कमलनाथ पीछे-पीछे बाज़ी हाथ से निकल जाने पर लक़ीर पीटते नज़र आ रहे

देवभूमि मीडिया ब्यूरो 

नई दिल्ली : मध्यप्रदेश के ताज़ा घटनाक्रम में जहाँ कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं के इस्तीफे दिए जाने का क्रम जारी है वहीं मुख्यमंत्री कमलनाथ पीछे-पीछे बाज़ी हाथ से निकल जाने पर लक़ीर पीटते नज़र आ रहे हैं। सबसे पहले बात करते हैं ज्योतिरादित्य सिंधिया की आज सुबह जब उन्होंने सोनिया गाँधी को इस्तीफे की कॉपी भेजी तो कांग्रेस ने दोपहर बाद उन्हें पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से बर्ख़ास्त कर दिया। 

ठीक इसी तरह मैसूर के एक रिसोर्ट में कांग्रेस को इस्तीफ़ा देने वाले विधायकों ने जब मध्य प्रदेश के राज्यपाल लालजी टंडन को इस्तीफा भेजा तो मुख्यमंत्री कमलनाथ ने दोपहर बाद राज्यपाल को उनको बर्खास्त करने की सिफ़ारिश कर डाली।  इसे कांग्रेस का घटिया मैनजमेंट ही कहा जायेगा जब कांग्रेस से बिमुख हुए नेता पहले इस्तीफा दे रहे है उसके बाद कांग्रेस उनके ख़िलाफ़ बर्खास्तगी की कार्रवाही कर रही है जिसे राजनीतिक हलकों में सांप के मर जाने के बाद लाठी पीटने जैसा करार दिया जा रहा है। राजनीतिक हलकों में इसे कांग्रेस और कमलनाथ की बौखलाहट के रूप में देखा जा रहा है। राजनीतिक जानकारों का कहना है कि यदि समय रहते कमलनाथ समझ जाते तो आज मध्यप्रदेश में कांग्रेस का यह हश्र नहीं होता। 

अभी कुछ ही देर पहले मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने मंत्री गोविंद सिंह राजपूत, प्रद्युम्न सिंह तोमर, इमरती देवी, तुलसी सिलावट, प्रभुराम चौधरी और महेंद्र सिंह सिसोदिया को बर्खास्त करने की सिफारिश की है। जबकि जिन 19 विधायकों ने आज दोपहर बाद राज्यपाल को सदस्यता से इस्तीफा भेजा है, उनमें उनके मंत्रिमंडल के यह मंत्री भी शामिल रहे हैं ।

19 विधायकों ने राज्यपाल को भेजे इस्तीफे और पुलिस से मांगी सुरक्षा 

सिंधिया के कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दिए जाने के बाद मध्य प्रदेश के 19 सिंधिया समर्थक विधायकों ने भी अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। यह इस्तीफे विधानसभा अध्यक्ष कायार्लय भेजे गए हैं। इन विधायकों ने एक साथ सोशल मीडिया पर अपनी एक तस्वीर भी साझा की है। सोशल मीडिया पर वायरल हो रही इस तस्वीर में 19 विधायक अपने हाथ में त्यागपत्र लिए बैठे हुए दिखाई दे रहे हैं।

 

जानिए सिंधिया ने क्या कहा है अपने इस्तीफे में पढ़िए ….

सिंधिया ने इस्तीफे में कहा कि ”अपने राज्य और देश के लोगों की सेवा करना मेरा हमेशा से मकसद रहा है। मैं इस पार्टी में रहकर अब यह करने में अक्षम हूं। 18 साल तक कांग्रेस का सदस्य रहने के बाद अब मेरे लिए यह समय कांग्रेस छोड़ने का है। मैं अपना इस्तीफा सौंप रहा हूं। आप यह बखूबी जानती हैं कि मेरे लिए यह स्थिति एक साल से अधिक समय से बन रही थी। मेरा मकसद राज्य और देश की सेवा करना रहा है। मेरे लिए कांग्रेस में रहते हुए यह करना संभव नहीं रह गया था। मैंने अपने लोगों और कार्यकर्ताओं की आकांक्षाओं को देखते हुए यह महसूस किया कि यह सबसे अच्छा समय है कि मैं अब एक नई शुरुआत के साथ आगे बढूं।”

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