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132 साल पुरानी पार्टी की बागडोर को 16 दिसंबर की सुबह थामेंगे राहुल
नयी दिल्ली : राहुल गांधी को कांग्रेस का राष्ट्रीय अध्यक्ष चुन लिया गया है। राहुल नेहरू-गांधी परिवार के ऐसे छठे व्यक्ति हैं जिन्हें भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की कमान सौंपी गई है। कांग्रेस नेता एम. रामचंद्रन ने राहुल गांधी के कांग्रेस अध्यक्ष पद की घोषणा करते हुए बताया कि राहुल गांधी को निर्विरोध राष्ट्रीय अध्यक्ष चुना गया है। इसके साथ ही पार्टी में पीढ़ीगत बदलाव हुआ जब उनकी मां और सबसे लंबी अवधि तक पार्टी अध्यक्ष रहीं सोनिया गांधी से ये बागडोर अब राहुल के हाथ में आ गई। माना जा रहा है कि यह बदलाव देश की सबसे पुरानी पार्टी में नये युग का आगाज करेगा।
कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए राहुल गांधी के नाम की घोषणा के बाद दिल्ली स्थित कांग्रेस मुख्यालय के बाद जश्न का माहौल हो गया। समर्थक कांग्रेस का झंडा हाथों में लिए काफी खुश दिखाई दे रहे थे।राहुल को ऐसे वक्त पर कांग्रेस की कमान दी गई है जब देश के सिर्फ छह राज्यों में कांग्रेस की सरकार है। जबकि, अठारह राज्यों में भाजपा या उसके समर्थन से सरकार बनी है। कांग्रेस पार्टी ने आजादी के बाद से आधी सदी से ज्यादा समय तक देश पर शासन किया है। राहुल गांधी को पार्टी के राष्ट्रीय फलक पर एक बार फिर से स्थापित करने की कई अहम चुनौतियां हैं।
वहीँ राहुल गांधी के कांग्रेस अध्यक्ष चुने जाने पर पार्टी के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आज़ाद ने कहा कि देश को उनके काफी उम्मीदे हैं। उनके इस पद पर चुने जाने से पहले ही उन्होंने अपने प्रतिभा को दिखाया है। राहुल अपनी जिम्मेदारी को बखूबी जानते हैं।
कांग्रेस अध्यक्ष पद के चुनाव के लिये नामांकन पत्र वापस लेने की सोमवार को आखिरी तारीख थी जबकि राहुल गाँधी के अलावा किसी और ने राष्ट्रीय अध्यक्ष पद के लिए नामांकन नहीं किया । राहुल गांधी के पक्ष में कुल 89 नामांकन पत्र दाखिल किये गए थे। जांच में सभी नामांकन पत्रों को वैध पाया गया। कांग्रेस की केंद्रीय चुनाव प्राधिकार (सीईए) के अध्यक्ष मुल्लापल्ली रामचंद्रन और सीईए के सदस्य मधुसूदन मिस्त्री और भुबनेश्वर कलीता चुनाव समिति के सदस्य थे ।
घोषणा के बाद रामचंद्रन ने बताया कि राहुल गांधी को हालांकि पार्टी अध्यक्ष नियुक्त किये जाने का प्रमाण पत्र 16 दिसंबर को सोनिया गांधी और कांग्रेस के अन्य वरिष्ठ नेताओं की मौजूदगी में सौंपा जाएगा। वहीँ पार्टी सूत्रों ने बताया कि सोनिया गांधी आधिकारिक तौर पर 132 साल पुरानी पार्टी की बागडोर अपने बेटे को 16 दिसंबर की सुबह तकरीबन 11 बजे सौंपेंगी। इसके बाद राहुल गांधी कांग्रेस मुख्यालय में देशभर के कांग्रेसी नेताओं सहित उनको बधाई देने वाले नेताओं से मिलेंगे।