NATIONAL

प्रधानमंत्री मोदी का बेलगाम भाजपा नेताओं को सख्त संदेश कि नहीं चलेगी मनमानी

  • आकाश विजयवर्गीय मामले में पीएम बोले

  • किसी का भी बेटा हो, ऐसा व्यवहार स्वीकार्य नहीं

देवभूमि मीडिया ब्यूरो

नई दिल्ली : यह अहंकार, यह घमंड, यह र्दुव्‍यवहार स्वीकार नहीं किया जा सकता यह बात प्रधानमंत्री मोदी ने अपने बयानों और कामों से भाजपा की छवि खराब कर रहे नेताओं को सख्त लहजे में  कहा है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पार्टी नेतृत्व ने भाजपा की छवि खराब कर रहे नेताओं पर कड़ा रुख अख्तियार कर लिया है। कुछ दिनों पहले बल्ले से इंदौर के एक अधिकारी की पिटाई करने वाले भाजपा विधायक और पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय के पुत्र आकाश विजयवर्गीय के बारे में प्रधानमंत्री ने मंगलवार को कहा कि कोई भी प्रतिनिधि ऐसा आचरण कैसे कर सकता है। यह मनमानी नहीं चलेगी। यह अहंकार, यह घमंड, यह र्दुव्‍यवहार स्वीकार नहीं किया जा सकता। ऐसे लोगों को पार्टी से निकाल दिया जाना चाहिए फिर वह चाहे किसी का भी बेटा हो। साथ ही ऐसे लोगों का समर्थन करने वालों पर भी कार्रवाई होनी चाहिए।

प्रधानमंत्री की इस सख्त टिप्पणी के बाद पार्टी आकाश को कारण बताओ नोटिस जारी करने की तैयारी में है। इस मामले में प्रधानमंत्री के सख्त तेवर से पहले भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने बिहार के नेता और केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह को इसलिए कड़ी फटकार लगाई थी क्योंकि उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की इफ्तार पार्टी की एक फोटो शेयर करते हुए यह कहा था कि इसी तरह का फलाहार का कार्यक्रम नवरात्र में भी कराया जाना चाहिए।

17वीं लोकसभा के गठन के बाद मंगलवार को पहली संसदीय दल की बैठक में पीएम का रुख सख्त था। एक तरफ जहां आकाश विजयवर्गीय का मामला था तो दूसरी तरफ वह संसद में सदस्यों की कम मौजूदगी से नाराज थे। भाजपा सांसद राजीव प्रताप रूड़ी के अनुसार, प्रधानमंत्री ने किसी का नाम लिए बगैर कहा कि अमर्यादित आचरण बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

सूत्रों के अनुसार, मोदी ने कहा, ‘ये क्या हो रहा है, जिसके मन में जो आ रहा है वह कर रहा है और फिर उसका समर्थन किया जा रहा है। वह चाहे किसी का भी बेटा हो, सांसद हो, मंत्री हो यह बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। क्या होगा अगर एक विधायक कम हो जाएगा।’

उन्होंने आकाश के उस कथन पर भी आश्चर्य जताया जिसमें उन्होंने कहा था, ‘पहले निवेदन, फिर आवेदन और फिर दनादन।’ मोदी ने कहा, ‘भाजपा को कई लोगों ने खून पसीने के साथ यहां तक पहुंचाया है और कुछ लोग इस तरह का आचरण करते हैं जो समाज में अस्वीकार्य है। ऐसे लोगों को पार्टी से बाहर कर देना चाहिए और उस इकाई को तो भंग कर देना चाहिए जो स्वागत करने गई थी।’

पीएम ने कहा,अगर कोई गलती करता है तो उसके लिए पश्चाताप भी होना चाहिए, लेकिन उसका स्वागत किया जाना बहुत गलत है। इस दौरान कैलाश विजयवर्गीय भी बैठक में मौजूद थे। ध्यान रहे कि जेल से जमानत पर बाहर आए आकाश का स्वागत करने कई नेता पहुंचे थे। खुद कैलाश ने भी अब तक आकाश के आचरण का बचाव ही किया है। पीएम का यह बयान सीधे तौर पर आकाश के लिए था।

मोदी ने तत्काल तीन तलाक बिल पेश किए जाने के दौरान सांसदों की कम मौजूदगी पर भी नाराजगी जताते हुए सांसदों को आगाह किया कि वे पूरी तैयारी से संसद आएं और जनहित से जुड़े मुद्दों पर विचार रखें। चूंकि यह संसदीय दल की पहली बैठक थी लिहाजा पीएम के साथ-साथ भाजपा अध्यक्ष अमित शाह और कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा का भी स्वागत किया गया।

इससे पहले प्रज्ञा सिंह ठाकुर के मामले में प्रधानमंत्री अपनाए थे सख्त तेवर और कहा था कि प्रज्ञा और बाकी लोग जो गोडसे और बापू के बारे में बयानबाजी कर रहे हैं, वह खराब है। भले ही प्रज्ञा ने माफी मान ली हो, लेकिन मैं दिल से उन्हें कभी माफ नहीं कर पाऊंगा।

Related Articles

Back to top button
Translate »