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स्थायी राजधानी की मांग कर रहे आंदोलकारियों के साथ पुलिस ने की सख्ती

गैरसैंण : स्थायी राजधानी की मांग को लेकर स्थायी राजधानी संघर्ष समिति ने बुधवार को गैरसैंण में नैनीताल-कर्णप्रयाग मोटर मार्ग पर धरने पर बैठ कर जाम लगा दिया। इससे वाहनों की कतार लग गयी। मौके पर एसपी चमोली आंदोलनकारियों को समझाने के लिए मौके पर पहुंचीं, लेकिन आंदोलनकारियों ने उनकी बात नहीं मानी। जाम लगने के कारण स्थानीय लोगों के साथ ही वाहन चालकों को परेशानी का सामना करना पड़ा। वहीँ गैरसैंण तिराहे पर देर शाम पांच बजे पुलिस ने बामुश्किल जाम खुलवाया। छह घंटों के दौरान एनएच पर लगभग तीन किमी लम्बी वाहनों की लाइन लग गयी। पांच बजे भारी संख्या में पहुंची पुलिस ने पहले आंदोलनकारियों को सड़क खोलने की अपील की, लेकिन उन पर इसका कोई असर न देख पुलिस घसीटते हुए वाहनों में पकड़ कर ले आयी। इस दौरान आंदोलनकारियों एवं के बीच तीखी नोकझोंक भी हुई।

गैरसैंण को स्थाई राधानी बनाने की मांग को लेकर स्थायी राजधानी संघर्ष समिति ने बुधवार को गैरसैंण में जोरदार धरना प्रदर्शन किया। जाम पर बैठे आंदोलनकारियों ने जब पुलिस की बात नहीं मानी तो एसपी चमोली तृप्ति भट्ट ने आंदोलनकारियों से जाम खोलने की अपील की लेकिन वे टस से मस नहीं हुये। आंदोलनकारियों ने कहना है कि सरकार उत्तराखंड की जनभावनाओं की उपेक्षा का रही है। जनभावना गैरसैंण राजधानी को बनाने के पक्ष में है लेकिन सरकार लोगों की भावनाओं की उपेक्षा कर रही है।

प्रदर्शनकारियों में प्रमुख सुमति बिष्ट, पूर्व दर्जाधारी सुरेश बिष्ट, अध्यक्ष नारायण बिष्ट, परवीन सिंह, पूरन नेगी, कृष्णा नेगी, कमला पंवार, धूमा देवी, धनी राम, मनीष सुन्दरियाल, विरेन्द्र मिंगवाल, दान सिंह नेगी ,सरिता शाह, हरीश पंत, गंभीर नेगी, यशवंत, नंदन, खिला देवी, जगदीश प्रसाद, कुंवर सिंह, संजय रावत, दर्शन आदि शामिल थे। उधर, गैरसैंण राजधानी के लिए आंदोलनकारियों ने तीन किलोमीटर लंबा जाम लगाया। इस दौरान तिराहे पर वाहनों की कतारे लग गईं। इससे पैदल चलने वाले लोगों को खासा परेशानी का सामना करना पड़ा।

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