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चर्चा तो थी करोड़ों की थी और पुलिस को मिले 4.58 लाख के पुराने नोट !

noteहरिद्वार : राजाजी नेशनल पार्क की सीमा से सटे एआरटीओ कार्यालय के पीछे मजदूरों को झाड़ियों में कथित तौर पर चार लाख 58 हजार पांच सौ रुपये के पुराने नोट मिले हैं। सभी नोट पांच सौ और एक हजार रुपये के हैं। बस्ती में लौटकर बंटवारे के वक्त पुलिस ने ये नोट बरामद कर जब्त किये। इस सिलसिले में सिडकुल थाना पुलिस नौ महिलाओं समेत दस मजदूरों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। एसएसपी राजीव स्वरूप ने बताया कि आयकर विभाग का सूचित कर दिया गया है। मामले की जांच शुरू कर दी गई है।

रविवार की सुबह रोशनाबाद ग्राम में किराये के मकान में रहने वाली दस महिलाएं और एक युवक राजाजी पार्क के जंगल में लकड़ी बीनने गए थे। वहां उन्हें झाडियों में बंद हो चुके पांच सौ और एक हजार रुपये के नोट एक बोरे में मिले। कुछ नोट प्लास्टिक की थैली में और कुछ जमीन पर बिखरे हुए थे। नोटों पर सबसे पहले एक महिला की नजर पड़ी। वह चुपचाप नोट समेट कर अपने दुपट्टे में रखने लगी तभी, बाकी महिलाओं की नजर भी उस पर पड़ गई। फिर क्या, मजदूरों में नोटों को समेटने के लिए छीना झपट्टी शुरू हो गई। उनमें तय हुआ कि सभी मिलकर नोट इकट्ठा करेंगे और घर जाकर आपस में बंटवारा करेंगे।

अपराह्न करीब दो बजे सभी दस मजदूर अपने घर लौटे और एक कमरे में बैठकर नोटों का बंटवारा करने लगे। इसी बीच, किसी ने पुलिस कंट्रोल को सूचना कर दी कि मांगेराम की मकान में रहने वाली कुछ महिलाओं को जंगल में लाखों रुपये मिले हैं और इस वक्त पर उनका बंटवारा कर रहे हैं। थोड़ी ही देर में सिडकुल थानाध्यक्ष ऋतुराज सिंह रावत, चौकी प्रभारी कुलदीप कुमार पुलिस टीम के साथ वहां पहुंचे। उन्होंने उक्त मकान में किराये पर और आसपास के घरों में रह रही कुछ महिलाओं के साथ ही एक युवक को हिरासत में ले लिया।

एक जानकारी के अनुसार पुलिस के पहुंचने से पहले वह आपस में रुपयों को बंटवारा कर चुके थे। पुलिस के रुपयों के बारे में पूछताछ करने पर वह पहले तो टहलाने की कोशिश करने लगे, लेकिन सख्ती करने पर सब कुछ सही-सही बता दिया। उनके पास से पुलिस ने कथित तौर पर चार लाख 58 हजार पांच सौ रुपये बरामद किये। लेकिन बाकि कहाँ गए इसका न पुलिस को पता न मजदूर महिलाओं को ही पता।

मामले में एसएसपी राजीव स्वरूप ने बताया कि मजदूरों से एक हजार के 181 और पांच सौ के 555 नोट बरामद हुए हैं। यह पता लगाने का प्रयास किया जा रहा है कि ये नोट कैसे जंगल तक पहुंचे। सिडकुल क्षेत्र और आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों के फुटेज भी चेक किए जा रहे हैं। कहीं और भी नोट हों, यह पता लगाने के लिए कांबिंग भी की गई, लेकिन कुछ नहीं मिला ।

सिडकुल थानाध्यक्ष ने बताया कि इस सिलसिले में सुमन पत्नी राजकुमार, मुन्नी पत्नी ओमप्रकाश, गीता पत्नी हरि सिंह, किरण पत्नी राजेश, मुनेश पत्नी धनीराम, गुड्डी पत्नी सोहन, गीता पत्नी सुभाष, लोकेश पत्नी राम सिंह, तिरछा देवी पत्नी महीपाल के साथ ही नंदराम हिरासत में लिया गया है। ये सभी लकड़ी बीनने जंगल में गए थे।

चर्चा तो करोड़ों की थी 

आशंका व्यक्त की जा रही है कि पांच सौ व एक हजार के नोट बंद होने के चलते किसी ने नोट जंगल में फेंके होंगे। चर्चा तो करोड़ों की थी , हालांकि पुलिस इससे इन्कार कर रही है। इस बात से इन्कार नहीं किया जा रहा है कि पकड़े गए लोगों के पास और रुपये हो सकते हैं या पुलिस कर्मियों ने ही कुछ खुर्द -बुर्द कर दिया है ।

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