इस बार कोरोना वायरस महामारी के कारण गया (बिहार) में पितृपक्ष मेला 2020 नहीं लगेगा
देवभूमि मीडिया ब्यूरो
देहरादून : पितृपक्ष यानि श्राद्ध कर्म यानि पितृ देवों के पूजन उनके मोक्ष के लिए पूजन और तर्पण इस बार एक सितंबर से शुरू हो रहा है और 17 सिंतबर तक रहेगा। सनातन धर्म में विश्वास रखने वाले लोग अपने -अपने पित्रों के लिए पिंडदान, तर्पण, हवन और अन्न दान करते हैं। आश्विन कृष्ण पक्ष का 15 दिन का समय पितृपक्ष कहा जाता है। इन दिनों में अपने खास पितरों को याद किया जाता है।
इस प्रकार अपने मृत पूर्वजों अर्थात पितरों को संतुष्ट करने के लिए किया जाने वाला पिंडदान, तर्पण, हवन और अन्न दान जो श्रद्धा के साथ किया जाए वह श्राद्ध है। इस बार कोरोना वायरस महामारी के कारण गया (बिहार) में पितृपक्ष मेला 2020 नहीं लगेगा इस साल लोग गया जी जाकर पिंडदान नहीं कर सकेंगे।
इस साल दो सितंबर से पितृपक्ष मेला शुरू होने वाला था। लेकिन, कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए पहले ही बिहार सरकार ने छह सितंबर तक लॉकडाउन बढ़ा दिया है। भूमि राजस्व विभाग ने अपनी कोविड-19 के कारण पितृपक्ष मेला में आने वाले पिंडदानियों द्वारा सामाजिक दूरी के अनुपालन में होने वाली कठिनाइयों और संभावित संक्रमण को देखते हुए जनहित में पितृपक्ष मेला 2020 को स्थगित किया गया है।