देहरादून : जनपद सड़क सुरक्षा समिति ने दो माह के हादसों की तैयार की गई रिपोर्ट से इस बात का खुलासा होता है कि देहरादून जिले में 57 में से 45 हादसों का कारण तेज़ रफ्तार या लापरवाही से वाहन चलाना रहा है जबकि वाहनों की तकनीकी खराबी से मात्र तीन हादसे हुए हैं, वहीं मोड़ पर हुए हादसे का एक मामला सामने आया है। नींद और नशे में वाहन के दुर्घटना का एक-एक मामला सामने आया है। इस हादसों का अध्ययन करने के बाद यही बात सामने आई यही कि अब तक इन महीनों के दौरान हुए हादसों के 80 फीसदी मामले केवल तेज़ रफ़्तार या लापरवाही से वाहन चलने के कारण हुए हैं।
जनपदीय सड़क सुरक्षा समिति के अनुसार बीते दो महीनों के हादसों इन दो महीनों में देहरादून जिले में लगभग 57 हादसे हुए। जिनमें से 45 हादसों का कारण रफ्तार और ड्राइविंग में लापरवाही मुख्य कारण रहा है। जबकि, नशे के कारण सिर्फ एक सड़क दुर्घटना हुई है। रिपोर्ट के अनुसार अधिकाँश हादसे शाम से रात के बीच होने पाए गए हैं।
रिपोर्ट के अनुसार तीव्र मोड़ के कारण मात्र एक सड़क दुर्घटना हुई है। जनपदीय सड़क सुरक्षा समिति के अनुसार जिले की सड़कों पर जहां भी ब्लैक स्पॉट हैं उनकी एक रिपोर्ट तैयार की जा रही है और इन स्थानों पर सूचना और चमकदार बोर्ड लगाए जायेंगे ताकि वहां चालक को ब्लैक स्पॉट आने से पहले सतर्क किया जा सके। जनपदीय सड़क सुरक्षा समिति के अनुसार जल्द समिति रफ्तार पर अंकुश लगाने को भी परिवहन विभाग व अन्य विभागों के अधिकारियों को रिपोर्ट बनाने को कहा है।
जनपदीय सड़क सुरक्षा समिति के अनुसार इन दो महीनों में रिकॉर्ड किये गए हादसों में तेजी व लापरवाही से वाहन चालन के कारण 45, ब्रेक फेल के कारण तीन, तीव्र मोड़ के कारण एक , नींद के कारण एक, नशे में वाहन चलाने के चलते एक और अज्ञांत कारणों से जिले में छह सड़क दुर्घटनाएं हुई हैं। जनपदीय सड़क सुरक्षा समिति के अनुसार इन दो महीनों में डंपर व ट्रक से 11 हादसे हुए जबकि ट्रैक्टर से दो,जीप व कार से 23, स्कूटी व बाइक से छह, बस से चार, लोडर से दो और अज्ञात कारणों से नौ सड़क हादसे हुए हैं।