- चुनाव ड्यूटी में बसों के लगाए जाने से 14 रूटों पर सेवाएं थमीं
देवभूमि मीडिया ब्यूरो
देहरादून: पर्वतीय मार्गो पर चल रही 14 मार्गो की बसों का संचालन परिवहन विभाग ने रोक दिया है। चुनाव आयोग के निर्देश पर लोकसभा चुनाव में रोडवेज बसों के अधिग्रहण का असर पर्वतीय मार्गो के यात्रियों पर पड़ने लगा है। पर्वतीय डिपो पर यात्रियों को बसों के लिए परेशानी का सामना करना पड़ रहा है यात्री आवाजाही के दूसरे विकल्प तलाशने लगे हैं । परिवहन निगम के अधिकारियों के अनुसार अभी बसों का संचालन शुरू होने में 10 दिन लगेंगे।
लोकसभा चुनाव में अर्ध सैनिक व सशस्त्र बलों की डयूटी के लिए रोडवेज बसों को अधिग्रहित किया गया है। इसके साथ ही कुछ पर्वतीय मार्गो पर पोलिंग पार्टी डयूटी में भी रोडवेज बसें लगाई गई हैं। जिसके चलते कुछ मार्गो पर बसों की सेवाएं बंद कर दी गई हैं। पांच से 16 अप्रैल तक इन बसों की सेवाओं का लाभ नहीं लिया जा सकेगा। बसों को चुनावी ड्यूटी में लगाने से बसों के सुचारू संचालन पर असर पड़ा है। चुनाव के लिए कुल 30 बसें डयूटी में लगाई गई हैं। पर्वतीय मार्गो पर बसों के बाद यात्रियों के लिए मैक्सी कैब एकमात्र सहारा हैं लेकिन चुनाव में बड़ी संख्या में मैक्सी-कैब का भी अधिग्रहण चल रहा है। ऐसे में आने वाले सप्ताह में पर्वतीय मार्गो पर परिवहन व्यवस्था बुरी तरह चरमराने का अंदेशा है।
परिवहन निगम के अधिकारियों से मिली जानकारी के अनुसार 14 पर्वतीय मार्गो पर दैनिक रूप से चल रही 24 बसों के अलावा दिल्ली मार्ग की छह बसें भी अधिग्रहित हुई हैं। दरअसल, कुछ पर्वतीय मार्ग ऐसे हैं, जहां एक मार्ग पर प्रतिदिन दो बसें चलती हैं। पहली एक तरफ से जाती है तो दूसरी वहां से वापस आती है। इसी तरह मसूरी रूट की भी एक बस कम की गई है। दिल्ली रूट की छह बसें कम की गई हैं। इसका असर दिल्ली रूट पर भी दिख रहा।
पर्वतीय मार्ग के इन 14 रूटों पर रोकी गई हैं सेवाएं जो 15 अप्रैल तक जारी रहेगी 16 से सेवाओं के एक बार फिर सामान्य होने की उम्मीद की जा सकती है। परिवहन निगम के अनुसार देहरादून-कथियान, देहरादून-लैंसडोन, देहरादून-भोरगांव, देहरादून-पौड़ी, देहरादून-कैराड़, देहरादून-देवलकोट, हापला-पोखरी, देहरादून-जखोल, आराकोट-जोठाड़ी, हनोल-त्यूणी, देहरादून-तिलवाड़ा, देहरादून-सहिया, देहरादून-कालसी व देहरादून-मसूरी पर बसों का संकट रहेगा ।