कमाडेंट पंकज डंगवाल को मिले एक महीने के अंदर दो -दो राष्ट्रीय पुररस्कार
देवभूमि मीडिया ब्यूरो
पंकज डंगवाल को एक और बडा सम्मान उत्कृष्ट पुलिस प्रशिक्षण के लिए गृहमंत्री मैडल द्वारा दिया गया है। इससे पहले विशिष्ट सेवा के लिए भारतीय पुलिस सेवा पदक दिया जा चुका है। एक महीने के अंदर दो राष्ट्रीय पुररस्कार एसएसबी के कमांडेट पंकज डंगवाल को दिए से सम्मान मिला है।
एसएसबी के कमाडेंट पंकज डंगवाल को एसएसबी में उनकी विशिष्ट सेवाओं के लिए भारत सरकार ने भारतीय पुलिस सेवा पदक का सम्मान देने की घोषणा की है। जल्दी ही समारोह में उसे मैडल दिया जाएगा। यह सम्मान उन्हें मिलता इससे पहले ही उन्हें उत्कृष्ट पुलिस प्रशिक्षण के लिए मैडल देकर सम्मानित किया गया है। पुलिस अनुसंधान एवं विकास ब्यूरो के जरिए आयोजित केंद्रीय पुलिस अकदमी भोपाल परिसर में उन्हें उत्कृष्ट पुलिस प्रशिक्षण के लिए गृहमंत्री मैडल से सम्मानित किया गय है यह मैडल केंद्रीय एवं राज्य पुलिस बल के अधिकारियों और कर्मचारियों को उत्कृष्ट प्रशिक्षण और अनुसंधान के लिए दिया जाता है।
पंकज ने अपने कार्यकाल में भारती खुफिया विभाग और विभिन्न पाठ्यक्रमों में बतौर प्रशिक्षक अपना योगदान दिया है। अक्सर पंकज श्रीनगर बिडला कैंपस में पढाई करते हुए जासूस बननने की इच्छा रखते थे साथ ही वो ऐसा कुछ ऐसी छवि में दिखना चाहते थे कि उसे खास अभियानों में भेजा जाए। स्कूली छात्र जीवन में उसे डिबेट में भी हिस्सा लेने का रुझान था वो शौक विश्वविद्यालय मे आते -आते गायब हो गया। शायद ही उसने डिबेट में कहीं भाग लिया हो। लेकिन बाद में यह रुझान भी चला गया।
लेकिन पंकज को पता था कि जाना कहां है और मंजिल कहां । वह एसएसबी में कमाडेंट बने । एक ही धुन सवार रहती थी कि एक ही बात, उन्हें मैडल पाना है। और यह मैडल जरूर मिलेगा। न जाने कितने अभियानों में , खास मुश्किल टास्क में उसने अपनी सेवाएं दीं। उसकी जद्दोजहद, लगन, समर्पण से उन्हें यह अपना मुकाम मिल गया। पंकज डंगवाल मूल रूप से नरेंद्र नगर के रहने वाले हैं। उत्तराखंड के जाने माने पत्रकार स्व राजेन टोडरिया की पत्नी स्मिता, उनकी बहन हैं.। इस परिवार का उत्तराखंड की संस्कृति लेखन से गहरा जुड़ाव रहा है। अब सैन्य पुलिस में राष्टीय स्तर पर विशिष्ट सेवा मैडल भी परिवार के पास होगा।