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NSAअजित डोभाल के पुत्र शौर्य और आलोक त्रिवेदी की भाजपा में पिछले दरवाजे से हुई एंट्री !

देहरादून :भारतीय जनता पार्टी उत्तराखंड ने  एनएसए अजित डोभाल के पुत्र और आलोक त्रिवेदी को पिछले दरवाजे से पार्टी में एंट्री दिया जाना भाजपा के पुराने और नए कार्यसमिति सदस्यों को कुछ अटपटा सा लग रहा है। उनका कहना है कि इन दोनों लोगों का उत्तराखंड में भारतीय जनता पार्टी के लिए क्या योगदान है यह उनकी समझ से परे हैं।  उन्होंने कहा क्या ही अच्छा होता जिनको पार्टी के अध्यक्ष ने गुपचुप तरीके से पार्टी में एंट्री दिलाई है उन्हें  सार्वजनिक रूप से पार्टी में शामिल किया जाता क्योंकि पार्टी में कई ऐसे लोग और भी हैं जो कार्यसमिति के सदस्य बनाये जा सकते थे लेकिन इस तरह से पिक और चूज से पार्टी में असंतोष को पार्टी के नेताओं ने हवा दे दी है।

राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजित डोभाल के पुत्र शौर्य डोभाल ने उत्तराखंड की सियासत में कदम बढ़ा लिया है। भाजपा ने डोभाल को पार्टी की सदस्यता देने के साथ उत्तराखंड संगठन में विशेष आमंत्रित सदस्य का दर्जा भी दिया है। लेकिन यह सब कुछ चुपचाप किया गया है।  शौर्य डोभाल के अलावा उनके करीबी माने जाने वाले आलोक त्रिवेदी को भी गुपचुप तरीके से पार्टी में विशेष आमंत्रित सदस्य बनाया गया है। हाल में हल्द्वानी में संपन्न भाजपा प्रदेश कार्यसमिति में ये दोनों नये सदस्य पूरे समय कार्यसमिति की बैठक में मौजूद रहे, लेकिन वरिष्ठ नेताओं ने इसकी भनक पार्टी कार्यकर्ताओं तक को लगने नहीं दी। बताया जा रहा है कि शौर्य को कुछ समय पहले गोवा में पार्टी की सदस्यता दिलाई गई। इसके बाद भाजपा कार्यसमिति से पहले उत्तराखंड प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट ने उन्हें प्रदेश कार्यसमिति में आने का न्योता दिया।

शौर्य डोभाल एनएसए अजित डोभाल के पुत्र हैं। मूलत: पौड़ी गढ़वाल निवासी शौर्य लंदन और शिकागो से कंबाइन एमबीए डिग्री होल्डर हैं और उन्होंने लंबे समय तक बैंकिंग-इन्वेस्टमेंट के क्षेत्र में कई मल्टीनेशनल में काम किया है। वर्ष 2014-15 में शौर्य तब चर्चाओं में आए थे, जब पीएम नरेन्द्र मोदी की अमेरिका यात्रा के दौरान उन्होंने विदेशी निवेशकों से मुलाकात में बड़ी भूमिका निभाई।

मामले में भारतीय जनता पार्टी उत्तराखंड के अध्यक्ष अजय भट्ट का कहना है कि शौर्य डोभाल और आलोक त्रिवेदी को पार्टी की सदस्यता दी गई है। दोनों को प्रदेश में विशेष आमंत्रित सदस्य भी बनाया गया है। कार्यसमिति में भी दोनों आए थे। दोनों का आर्थिक क्षेत्र में बड़ा काम रहा है। उनका सहयोग उत्तराखंड की आर्थिक स्थिति में सुधार के लिए लिया जाएगा।

devbhoomimedia

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