राठौर–उर्मिला ऑडियो विवाद ने पकड़ा तूल, महेंद्र भट्ट भी आए सियासी घेरे में
राठौर–उर्मिला ऑडियो विवाद ने पकड़ा तूल, महेंद्र भट्ट भी आए सियासी घेरे में
देहरादून। अंकिता भंडारी हत्याकांड के कथित ‘वीआईपी’ को लेकर वॉयरल हुई सुरेश राठौर-उर्मिला के ऑडियो के बाद भड़की लपटों ने भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट को भी अपने आगोश में ले लिया है।
उर्मिला सनावर ने बुधवार 24 दिसम्बर को भी फेसबुक लाइव में आकर कुछ और ‘खुलासे ‘किए।
लेकिन उर्मिला ने मुख्य प्रहार महेंद्र भट्ट पर किये। और गट्टू-फट्टू की पांत में भट्टू को भी खड़ा कर दिया। और कहा, गट्टू-फट्टू-भट्टू।इन ‘खुलासों’ के सार्वजनिक होने के डर से कई लोगों की नींद उड़ गई है।
उर्मिला सनावर ने कहा कि उन्होंने वॉयरल ऑडियो की लैब में जॉच करवाई है। जांच रिपोर्ट में ऑडियो को असली बताया है न कि AI निर्मित। AI से आप गालियां नहीं चस्पा कर सकते। जबकि राठौर के ऑडियो में गालियों का प्रयोग किया गया है।
उर्मिला सनावर भाजपा नेताओं के साथ
उधर, पूर्व जिला पंचायत सदस्य आरती गौड़ की शिकायत पर 24 दिसम्बर की रात 7 बजकर 50 मिनट पर थाना नेहरू कालोनी में उर्मिला व सुरेश राठौर के खिलाफ बदनाम करने समेत विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज हो गया।
दरअसल, वीआईपी को लेकर जारी जंग के बीच भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने उर्मिला सनावर को कांग्रेस से जोड़ने और भाजपा से कोई सम्बंध न होने की बात कही। साथ ही मीडिया को यह भी कह दिया कि वे उर्मिला को नहीं जानते।
इस बात से आक्रोशित उर्मिला सनावर ने फेसबुक लाइव में आकर महेंद्र भट्ट के साथ 19 नवम्बर 2025 को हुई मोबाइल वार्ता और 21 नवंबर को सुबह लगभग 11 बजे दून में हुई मुलाकात के साक्ष्य (काल डिटेल व फ़ोटो) पेश कर भट्ट के दावों को झुठला दिया।
यही नहीं, मुलाकात के बाद मोबाइल पर सुरेश राठौर की भट्ट को दी गयी गाली गलौच से भरी बातें भी सुना दी। इस वार्ता में राठौर भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट को सबक सिखाने की बात कहते हुए चरित्र पर भी हमला कर रहे हैं।
अपने फेसबुक लाइव में उर्मिला सनावर ने यह भ दावा किया कि महेंद्र भट्ट ने उन्हें उत्तराखण्ड की मायावती करार देते हुए सुरक्षित ज्वालापुर सीट से टिकट ऑफर किया।
इसी बात का पता चलते ही ज्वालापुर सीट के पूर्व विधायक राठौर ने महेंद्र भट्ट और उर्मिला को लेकर भी आपत्तिजनक टिप्पणी भी की।
उर्मिला ने कहा कि महेंद्र भट्ट ने ही उन्हें देहरादून बुलाया। और टिकट ऑफर किया। साथ ही उर्मिला ने इशारों ही इशारों में महेंद्र भट्ट व अन्य भाजपा नेताओं के चरित्र पर जवाबी हमले किए।
उर्मिला ने हल्के फुल्के अंदाज में फिल्मी गाने सुनाते हुए भाजपा के नेताओं को सबक सिखाने और अंकिता भंडारी के वीआईपी को सजा दिलाने की बात भी दोहराई।
उर्मिला ने कहा कि वो कई फिल्मों और सीरियल्स में काम कर चुकी हैं। और समंदर में तैरने वाली मछली हूँ न कि नदी नालों में। मगरमच्छों को अच्छी तरह से जानती हूँ। इन मगरमच्छों को सबक सिखा दूंगी।
उर्मिला के ताजे फेसबुक लाइव के बाद भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट भी गट्टू-फट्टू की कतार में खड़े कर दिए गए हैं। भाजपा के सामने यह एक नया संकट खड़ा हो गया है।
वीआईपी के मामले से जूझ रही भाजपा इस नए खतरे का कैसे मुकाबला कर रही है। इसकी झलक भी मिलने लगी है।
देहरादून में भाजपा से इस्तीफा दे चुकी आरती गौड़ ने उर्मिला व पूर्व विधायक राठौर पर धारा 67,78,308 (7),351 (2) 358 के तहत मुकदमा दर्ज करवा दिया है।
उधर, मंगलवार को भाजपा से निष्कासित सुरेश राठौर ने ज्वालापुर चौकी में उर्मिला के खिलाफ तहरीर दी है। और वॉयरल ऑडियो को AI निर्मित बताया है। इसके अलावा किसी अन्य व्यक्ति की तहरीर पर उर्मिला पर हरिद्वार जिले में मुकदमा दर्ज होने की भी खबर है।
बहरहाल, अंकिता भंडारी हत्याकांड के कथित वीआईपी को लेकर वॉयरल के बाद लगातार हो रहे विस्फोट की चिंगारी ने महेंद्र भट्ट को भी लपेटे में ले लिया है। यह आग कब बुझेगी कोई नहीं जानता। लेकिन अंकिता भंडारी हत्याकांड के फैसले के बाद निकले ‘वीआईपी’ के जिन्न से उत्तराखण्ड की सरहद के बाहर भी कई सवालों पर बहस छिड़ गई है।

नेपथ्य में जा चुके- वनन्तरा रिसॉर्ट में अंकिता के रूम में बुलडोजर का चलना और कौन कौन वीआईपी शामिल थे-यह ज्वलंत सवाल फिर कौंधने लगे हैं।
हालांकि, एसआईटी की जांच में ‘वीआईपी’ के मुद्दे को छुआ ही नहीं गया। लेकिन राठौर-उर्मिला की जंग ने ‘वीआईपी’ को एक बार फिर सामने खड़ा कर दिया।




