- मनीष को लेकर जनरल खंडूरी भी सवालों के घेरे में
गिरिराज उनियाल
देहरादून : भाजपा के वरिष्ठ नेता पूर्व मुख्यमंत्री एवं पौड़ी लोकसभा के सांसद बी सी खंडूरी के बेटे मनीष खंडूरी ने कल कांग्रेस का हाथ थाम लिया।हो सकता है कांग्रेस पार्टी उन्हें पौड़ी लोकसभा से टिकट भी दे सकती है कांग्रेस भले ही इसे अपनी बड़ी कामयाबी मान रही है मीडिया के लिए भी मनीष खंडूरी एक बड़ी खबर हो।
जिस मनीष को ना किसी ने कभी सामाजिक क्षेत्र में देखा ना कोई उनको पहचानता है ना उनका समाज में कोई योगदान है ना कभी जनता के बीच में कोई संघर्ष किया ना भाजपा के सक्रिय सदस्य रहे ।तो मनीष कांग्रेस के लिए वो नेता हो सकते हैं क्योंकि कांग्रेस के पास चुनाव लड़ने के लिए चेहरों का अभाव है। मनीष की पहचान सिर्फ यही है कि वो जनरल खंडूरी के लाडले हैं इससे ज्यादा कुछ नहीं।
जनरल खंडूरी की अपनी एक अलग पहचान है साफ सुथरी छवि ,लोगों में लोकप्रियता ,काम करने का तरीका ईमानदारी, वो केन्द्र में मंत्री रहे प्रदेश में मुख्यमंत्री उनके द्वारा किये गये विकास कार्य हमेशा मील के पत्थर साबित हुए। लोगों के दिलों में जनरल आज भी राज करते हैं ये सब मनीष कर पायेंगे ये उनके सामने बहुत बड़ी चुनौति है कहते हैं जरुरी नहीं पहलवान का बेटा पहलवान जैसा बने।
इन सब के बावजूद मनीष को लेकर जनरल खंडूरी पर सवाल खड़े होते हैं जिस पार्टी ने उनको सब कुछ दिया ।सेना से रिटायर होने पर लोकसभा सांसद केन्द्र में मंत्री सूबे का मुख्यमंत्री, मान सम्मान सबकुछ पार्टी ने उनको दिया उनकी भी पार्टी के प्रति कुछ जिम्मेदारी बनती है ये पार्टी के नेता उन पर सवाल खड़े कर रहे हैं।
कुछ सवाल तो जनरल पर बनते हैं क्या वे पूत्रमोह में फंस गये ?पहले लड़की को विधायक बनाया और अब लड़के को लेकर, ?क्या उनकी कोई जिम्मेदारी नहीं बनती थी कि वे लड़के से बात करे। ?लेकिन उनका मानना है कि ये मनीष का खुद का फैसला है। अपने कड़क मिजाज के लिए जनरल की पहचान है तो यहां वो कमजोर क्यों पढे? या मनीष उनकी बात ही नहीं?
जैसा कि कुछ दिनों से उनके सिपहसलाहकार कह रहे हैं। पर जो भी हो भाजपा को तो इससे कोई फर्क नहीं पढेगा। लेकिन जनरल की छवि पर इसका असर जरुर देखने को मिल रहा है। उनके करीबी भी अब सवाल खड़े कर रहे हैं।