UTTARAKHAND

नादयोग ध्यान से प्राकृतिक प्रसव की संभावना: योगाचार्य डॉ. नवदीप जोशी

देवभूमि मीडिया ब्यूरो

नई दिल्ली : आयुष मंत्रालय एवं नवयोग सूर्योदय सेवा समिती द्वारा आयोजित एक दिवसीय ” स्वस्थ मातृत्व ,प्राकृतिक प्रसव के लिए योग एवं प्राकृतिक प्रसव विषय पर राष्ट्रीय संगोष्ठी एनडीएमसी कनवेंशन सेन्टर मे सफलता पूर्वक सम्पन्न हुई कार्यक्रम मे “नवयोग मंत्र “ पत्रिका का भी विमोचन हुआ जिसमे मुख्यअतिथि रूप मे बोलते हुए अखिल भारतीय गोसेवा प्रमुखश्री अजित माहापत्रा ने कहा जैसे शरीर मे रीढ़ है वैसे ही मॉ हमारा पूरा ध्यान रखती है 3000 महिलाओं पर हुए शोध मे देखा गया गाय के गोबर से बना अर्क के पीने से सभी महिलाओं का प्रसब प्राकृतिक रूप से हुआ ।

कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए डॉ बजरंग लाल जी ,क्षेत्रीय सघचालक , राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ , ने कहा कोई काम बड़ा छोटा नही होता यदि हम काम को कुसलता करते हैं तो योग का आनन्द मिलता है योग केवल आसन नही है मन को संतुलन करने की विधि है ।कार्यक्रम के सूत्रधार डॉ नवदीप जोशी ने 22 मिनट का ध्यान का अभ्यास कराते हुए कहा नादयोग ध्यान से महिलाओं का शरीर शारीरिक एवं मानसिक रूप से सबल होने से प्राकृतिक प्रसब की सम्भावना कई गुना बढ़ जाती है ।

के जी सुरेश , महानिदेशक ,भारतीय जनसंचार संस्थान ने कहा योग से विमारियॉ के साथ समाज मे हो रही बुराइयॉ दूर हो रही है कार्यक्रम मे योगाचार्या मंजरी जोशी ,डॉ रमा , प्राचार्य , हंसराज कोलेज , श्री मती सुषमा , श्रीमती रेनु पाठक ,डॉ विक्रम सिंह ,डॉ अंजलि नागपाल ,डॉ अनीता भारद्वाज , श्रीमती अनामिका मह्लोत्रा,डॉ मानसी तनेजा , डॉ अंजलि क्वात्रा, डॉ पूनम बछेती, योगाचार्य मोहन कार्की , डॉ शालू गुप्ता, डॉ पूनम आहूजा ,डॉ रविन्द्र नेगी , योगाचार्य राजीव कुमार,पूरन चंद जी सुनील जी , अनिल कुमार मोर्य, राधावल्लभ जी सुदर्शन जी , मुकेश डबराल, बलवंत सिंह, न्यूरोथेरापिस्ट नीरज, नवल किशोर निधि जी ,नेहा जी , आदि सेकड़ों प्रतिभागियों ने भाग लिया |

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