उमा ने किया नमामि गंगे प्रोजेक्ट के निर्माण कार्यों का निरीक्षण
प्रधानमंत्री के नोटबंदी फैसले पर जताई खुशी
कहा, कमरा बंद कर एक घंटे तक किया कथक नृत्य
प्रधानमंत्री ने डाला है दो मुंहे सांप के बिल में हाथ
रुद्रप्रयाग । केन्द्रीय जल संसाधन मंत्री उमा भारती ने नये साल पर मुख्यालय में चल रहे नमामि गंगे प्रोजेक्ट के तहत कार्यों का निरीक्षण किया। इस दौरान वे निर्माण कार्यों से असंतुष्ट दिखी और कहा कि इसकी जांच की जायेगी। जांच के लिए टीम का गठन भी कर लिया गया है। साध्वी उमा भारती ने प्रधानमंत्री के नोटबंदी के फैसले का जोरदार स्वागत किया।
केन्द्रीय जल संसाधन मंत्री साध्वी उमा भारती नये साल के आगमन पर रुद्रप्रयाग मुख्यालय पहुंची और सबसे पहले उन्होंने मंदाकिनी और अलकनंदा के संगम स्थल पर पूजा-अर्चना की। इसके बाद उन्होंने नमामि गंगे प्रोजेक्ट के तहत चल रहे निर्माण कार्यों का निरीक्षण कर जायजा लिया।
उन्होंने कहा कि मुझे सूचना प्राप्त हुई कि संगम स्थल पर चल रहे निर्माण कार्य में लापरवाही बरती जा रही है, जिससे वे स्वयं कार्य का निरीक्षण करने आई हैं। निर्माण कार्यों में गुणवत्ता का कोई भी ध्यान नहीं रखा जा रहा है। ऐसे में जांच बिठाकर टैक्नीकल टीम को बुलाया गया है। वे इसकी जांच कर रिपोर्ट सौंपेगें।
केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि उत्तराखण्ड़ में पानी की कमी को देखते हुए प्राकृतिक स्त्रोतों को रिचार्ज करने की योजना बनाई जा रही है। इससे पहाड़ी क्षेत्रों में पानी की कमी नहीं रहेगी। इसके लिए केन्द्र सरकार 90 प्रतिशत और राज्य सरकार दस प्रतिशत धनराशि करेगी।
केन्द्रीय मंत्री उमा भारती ने कहा कि केदारनाथ यात्रा के अहम पड़ाव गौरीकुण्ड़ में होने वाले नमामि गंगे योजना के तहत कार्यों के लिए प्रोजेक्ट तैयार किया गया, जो पास हो गया है। इस कार्य में गौरीकुण्ड के सरपंच ने पूरा साथ दिया है। अब इलाके के आस पास के गांवों में विकास कार्य किये जायेंगे। केन्द्रीय मंत्री उमा भारती ने प्रधानमंत्री के नोटबंदी के फैसले को इतिहास का सबसे बड़ा फैसला बताया।
उन्होंने कहा कि जब प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने नोटबंदी का फैसला लिया, उस दिन वे टीवी देख रही थी और उन्होंने दरवाजा बंद कर कथक नृत्य किया। प्रधानमंत्री के इस फैसले से उन्हें सबसे ज्यादा खुशी हुई है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने दो मुंहें सांप के बिल में हाथ डाला है और ऐसे सांपों को बीच से पकड़ना पड़ता है। जिसने इन्हें बीच से पकड़ लिया, वह सबसे बड़ा विजेता है। ऐसे ही विजेता प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी रहे हैं, जिन्होंने चार तरह से काला धन को लाने में बड़ा कदम उठाया है। अभी कई काले धन के कुबरे पकडे़ जाने बाकी हैं।