उद्योगपति व उनके 16 अन्य साथी अवैध रूप से वन क्षेत्र से गिरफ्तार
उद्योगपतियों की गिरफ्तारी से मचा हड़कंप
दिल्ली से दून तक घनघनाने लगे फोन
कोटद्वार : नए साल पर उत्तराखंड के कोटद्वार जिले में रिजर्व फॉरेस्ट में जश्न मनाना कई रईसजादों को महंगा पड़ गया। पौड़ी पुलिस ने लैंसडोन वन प्रभाग में सर्च ऑपरेशन चलाकर थापर ग्रुप की जेसीटी लिमिटेड कंपनी के मालिक समीर थापर, कारगो इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के चेयरमैन जयंत नंदा सहित 16 रईसजादों को गिरफ्तार कर लिया।
लैंसडोन वन प्रभाग में 16 रईसजादों की गिरफ्तारी की खबर मिलते ही दिल्ली से लेकर दून तक फोन घनघनाने लगे। पकड़े गए लोगों में उद्योगपतियों के साथ पंजाब, हरियाणा और दिल्ली के कई राजनीतिक रसूख वाले लोग भी शामिल हैं। पुलिस सूत्रों के मुताबिक कोई कार्रवाई नहीं करने के लिए कई लोगों ने दबाव बनाने की कोशिश की। लेकिन, पुलिस ने सभी आरोपियों को कोर्ट में पेश कर दिया, जहां से उन्हें न्यायिक हिरासत में जेल भेजने के आदेश दिए गए हैं।
सर्च आपरेशन के बारे में जानकारी देते हुए पौड़ी के एसएसपी मुख्तार मोहसिन, एडिशन एसपी सरिता डोबाल ने बताया कि शनिवार की रात उन्हें लैंसडौन वन प्रभाग के कोल्हूचौड़ फारेस्ट गेस्ट हाउस में आर्मी की वर्दी में कुछ आसामाजिक तत्वों के आटोमैटिक वैपन के साथ घुसने की सूचना मिली। यह भी आशंका जताई गई कि ये लोग वन्यजीवों का शिकार भी कर सकते हैं। सूचना मिलते ही एएसपी सरिता डोबाल और सीओ जेआर जोशी की अगुवाई में कोटद्वार के कोतवाल उत्तम सिंह जिमिवाल और अन्य थानों से डियूटी पर आए पुलिस अधिकारियों और जवानों की टीम गठित कर मौके के लिए रवाना कर दी गई।
टीम जब मौके पर पहुंची तो कोल्हूचौड़ गेस्ट हाउस परिसर में कुछ लोग आग जलाए हुए बैठे थे। कई लोग टैंट हाउस और गेस्ट हाउस के कमरों में मौजूद थे। पुलिस ने जब उनसे गेस्ट हाउस में रुकने की अनुमति दिखाने को कहा तो उन्होंने मोहिंदर सिंह के नाम से गेस्ट हाउस के तीन सूट बुक करने की पर्ची दिखाई। आरक्षित वन क्षेत्र में अन्य लोगों के रुकने, टैंट लगाने और टैंट में रहने वालों के बारे में वह कुछ नहीं बता पाए। बताया कि ये लोग बिना अनुमति के आरक्षित वन क्षेत्र में प्रवेश कर ठहरे हुए थे। उनके द्वारा वन अतिचार (फारेस्ट ट्रेसपास) किया गया, जिसके लिए उनके खिलाफ वन अधिनियम की संबंधित धाराओं के तहत कार्रवाई की गई। पुलिस ने उनके आठ वाहनों को भी कब्जे में ले लिया।
एसएसपी ने बताया कि गेस्ट हाउस की तलाशी लेने पर एक कमरे से अलग-अलग ब्रांडों की 171 बोतल विदेशी शराब बरामद हुई। अवैध शराब रखने पर मोहिंदर सिंह के खिलाफ आबकारी एक्ट के तहत मुकदमा पंजीकृत कर लिया गया है। गेस्ट हाउस के दूसरे कमरे से पुलिस को जर्मन निर्मित 300 बोर की राइफल और 23 जिंदा कारतूस मिले हैं। उनके पास से एक टेलीस्कोप और कच्चा-पक्का मांस भी बरामद किया गया है। मांस को परीक्षण के लिए भेजा जा रहा है।
एसएसपी ने बताया कि गिरफ्तार लोगों में थापर ग्रुप के समीप थापर पुत्र एमएस थापर निवासी नई दिल्ली, रोहित सिंह डागर पुत्र राजेंद्र सिंह निवासी पंचकुला, जयंतनंदा पुत्र यशपाल नंद निवासी नई दिल्ली, राजकमल पुत्र बहादुर चंद्र निवासी विहार, सुनील कुमार पुत्र सुभाष निवासी नई दिल्ली, राहुल रावत पुश्र केसव राव, नरेंद्र आनंद पुत्र आईएस आनंद, मोहन सहगल पुत्र बहादुर चंद्र, सिदार्थ पुत्र केएल शर्मा सभी निवासी नई दिल्ली, रणदीप मान पुत्र चौधरी सुरजीत सिंह निवासी करनाल हरियाणा, आरिफ हुसैन पुत्र मो. हनीफ निवासी नई दिल्ली, मोहिंदर सिंह पुत्र हरी सिंह निवासी होशियारपुर पंजाब, राजीव जैन पुत्र एसएस जैन, निवासी अमृतसर पंजाब, राजीव खन्ना पुत्र गौतम खन्ना निवासी दिल्ली, रोमी भट्ट पुत्र तीरथपाल निवासी चंडीगढ़ और स्वर्णदीप पुत्र चौधरी सुरजीत सिंह मान निवासी करनाल हरियाणा शामिल हैं।
यह हैं वे बड़े नाम जिनको किया गया गिरफ्तार :-
समीर थापर : थापर ग्रुप के उपक्रम जेसीटी लिमिटेड के मालिक समीर थापर को बिजनेस टाईकून माना जाता है। वर्ष 2009 में अवैध तरीके से विदेशी कार खरीदने के एक मामले में भारी भरकम जुर्माना लगने पर भी वह सुर्खियों में रहे। इसके अलावा पुलिस ने पहले भी उन्हें एक बार हिरासत में लेकर घंटो पूछताछ की थी, जो मामला कई दिनों तक सुर्खियों में रहा था। पुलिस ने बाद में इस मामले में अपनी गलती भी स्वीकार थी। समीर पंजाब फुटबॉल एसोसिएशन के चेयरमैन भी हैं।
जयंत नंदा : टाटा की डीलरशिप में जाना पहचान नाम कारगो मोटर्स प्राइवेट लिमिटेड के मालिक और बिजनेस टाईकून यशपाल नंदा के बेटे जयंत नंदा को अलग पहचान मिली हुई है। जयंत की कंपनी के दिल्ली, गुजरात, पंजाब और राजस्थान में 60 आउटसेल्स और 29 वर्कशॉप हैं। यहां टाटा के भारी वाहनों की बिक्री होती है। इन्हें भी पुलिस ने गिरफ्तार किया है।
ये नाम भी शामिल : पकड़े गए लोगों में राजीव खन्ना, रणदीप मान और स्वर्णदीप मान का नाम भी शामिल है। सूत्रों के मुताबिक पकड़े गए लोग राजनीतिक रसूख वाले हैं। हालांकि हमारी पड़ताल में कहीं भी इनकी पूरी जानकारी नहीं मिल पाई।