CRIME
नाभा जेल ब्रेक मामले में दून में रची गई आतंकियों को छुड़ाने की साजिश, दो हुए गिरफ्तार
साजिश में दोस्त और उसकी पत्नी शामिल

इधर दून पुलिस ने दावा किया है कि इस साजिश में यह दोनों भी शामिल थे। सुनील के मकान से दो लाख की नगदी के अलावा बिना प्रिंट हुए 123 आधार कार्ड, पहचान पत्र की प्लास्टिक आईडी, ड्रील, फर्जी सिम और मोबाइल फोन के साथ बम और अन्य शस्त्र बनाने की सामग्री बरामद हुई है। पंजाब की नाभा जेल में रविवार सुबह खालिस्तान लिबरेशन फोर्स के प्रमुख हरमिंदर सिंह मिंटू समेत छह कैदियों की फरारी के बाद अन्य राज्यों की तरह उत्तराखंड पुलिस को अलर्ट किया गया था।
पुलिस मिली जानकारी के मुताबिक इस साजिश के मास्टर माइंड परविंद उर्फ पैंदा की रविवार शाम यूपी के कैराना में गिरफ्तारी के बाद खुलासा हुआ था कि जेल ब्रेक की पूरी साजिश दून में रची गई। देर रात इसकी खबर मिलते ही दून पुलिस ने एसपी सिटी अजय सिंह की अगुवाई में टीम गठित की गई। इसी बीच कैराना से भी इंस्पेक्टर सचिन मलिक की अगुवाई में एक टीम दून पहुंच गई।
तीसरे पहर देहरादून के एसएसपी डॉ. सदानंद दाते ने बताया कि आठ माह पहले परमिंदर उर्फ पैंदा नाभा जेल से फरार होने के बाद देहरादून में अपने साथी सुनील के पास आ गया। सुनील ने परमिंदर और उसके साथी राजीव शर्मा को किराए पर मकान दिलाया था। यहां परमिंदर ने अपना नाम गुरविंदर सिंह उर्फ पैंदा प्रचारित किया था।
पुलिस के अनुसार दून में फरारी काट रहे पैंदा ने इस दौरान खालिस्तान आतंकी हरमिंदर सिंह मिंटू को छुड़ाने का पूरा प्लान तैयार किया। इस प्लान को अंजाम देने में सुनील और उसके नौकर ने पूरी सामग्री उपलब्ध कराई। साजिश में शामिल होने के कारण सुनील की पत्नी गीता निवासी अमन विहार (मूल रूप से भगत सिंह कॉलोनी लुधियाना) और नौकर आदित्य उर्फ बिन्नी निवासी रेलवे कॉलोनी लुधियाना को गिरफ्तार किया गया है। मकान की तलाशी में 10 से अधिक लोहे के छर्रे, लोहे की रॉड और शस्त्र साफ करने में इस्तेमाल होने वाला ब्रुश के अलावा बम बनाने में प्रयोग होने वाली सामग्री मिली है।