!!मेरी माटी, मेरा देश!! (कमल किशोर डुकलान ‘सरल’)
!!मेरी माटी,मेरा देश!!
(कमल किशोर डुकलान ‘सरल’)
कल कल नदियां दे संदेश
हरा भरा,उन्नत मेरे देश।
कृषि प्रधानता वाला देश
मेरी माटी मेरा देश।।
दोमट चिकनी काली बालू
अन्न खिलाती पूरा देश
आबादी में अब्बल देश
मेरी माटी मेरा देश।
उत्तर,दक्षिण,पूरब,पश्चिम
चार दिशाओं वाला देश
मीठी वाणी वाला देश
उन्नति करता मेरा देश
मेरी माटी मेरा देश।।
विश्व गुरु कहलाने वाला
दुनिया में है बस मेरा देश
चांद से टाटा करने वाला
हो गया है अब मेरा देश।
मेरी माटी मेरा देश।।
युद्ध क्षेत्र में दुश्मन को
धूल चटाने वाला देश
शहीदों की बलदानी का
बदला लेने वाला देश ।
मेरी माटी मेरा देश।।
चांद के दक्षिणी ध्रुव पर
जाने वाला मेरा पहला देश
जमी बर्फ व वायुमंडल
पता लगाने वाला देश ।
मेरी माटी मेरा देश।।
सुबह उठे,करें प्रणाम
ऐसी माटी वाला मेरा देश
हिंदू मुस्लिम सिख ईसाई
एकता दर्शाने वाला मेरा देश ।
मेरी माटी मेरा देश।।
रूड़की,हरिद्वार (उत्तराखंड)