देहरादून : उत्तराखंड की राज्यपाल श्रीमती बेबी रानी मौर्य और मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने उत्तराखंड के पूर्व राज्यपाल श्री सुदर्शन अग्रवाल के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है। राज्यपाल ने स्वर्गीय अग्रवाल की आत्मा की शांति की प्रार्थना करते हुए शोक संतप्त परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त कि है।
अपने शोक संदेश में मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र ने कहा कि स्व0 सुदर्शन अग्रवाल ने राज्यपाल के रूप में उत्तराखण्ड को दिशा देने में उनका महत्वपूर्ण योगदान रहा। वे एक कुशल प्रशासक व विधिवेत्ता थे। उनकी समाजसेवा व शिक्षा में विशेष रूचि थी। उन्होंने रोटरी क्लब व अन्य संस्थाओं के माध्यम से सामाजिक कार्यों में भूमिका निभाई।
‘‘हिम ज्योति स्कूल’’ देहरादून को उनकी विशिष्ट देन है। उत्तराखण्ड के पूर्व राज्यपाल सुदर्शन अग्रवाल के निधन पर राज्य में 04 जुलाई को एक दिन का राजकीय शोक घोषित किया गया है। राजकीय शोक के दिन प्रदेश के समस्त कार्यालयों में राष्ट्रीय ध्वज आधे झुके रहेंगे तथा कोई शासकीय मनोरंजन के कार्यक्रम आयोजित नहीं किये जायेंगे।
अपने शोक संदेश में श्रीमती मौर्य ने कहा कि स्व. अग्रवाल एक कुशल प्रशासक, श्रेष्ठ विधिवेत्ता और महान समाजसेवी थे। उत्तराखंड के राज्यपाल के रूप में उन्होंने प्रदेश के विकास हेतु सदैव एक आदर्श दृष्टिकोण अपनाया। उनके द्वारा प्रदेश की गरीब बालिकाओं हेतु देहरादून में स्थापित हिम ज्योति स्कूल प्रदेश के लिए एक धरोहर है।
श्री अग्रवाल ने सिक्किम और उत्तर प्रदेश के राज्यपाल के रूप में भी अपने कर्तव्यों का निर्वहन भलीभाँति किया। वे राज्यसभा के महासचिव भी रहे। उनके निधन से सार्वजनिक जीवन का एक चमकता हुआ नक्षत्र विलुप्त हो गया।
उत्तराखंड राज्यपाल के सचिव श्री रमेश कुमार सुधांशु और राजभवन के सभी अधिकारियों और कर्मचारियों ने भी श्री अग्रवाल के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है।