- मंत्रोच्चार के साथ दत्तक पुत्री नमिता ने दी अटल को मुखाग्नि
NEW DELHI : देश के पूर्व प्रधानमंत्री और भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी को अाज स्मृति स्थल पर उनकी दत्तक पुत्री नमिता ने मुखाग्नि दी। अटल जी के अंतिम संस्कार के समय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, कैबिनेट के मंत्री, भाजपा अध्यक्ष अमित शाह समेत बड़ी संख्या में लोग उपस्थित थे। अफगानिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति हामिद करजई भी वाजपेयी की अंतिम यात्रा मे शामिल होने भारत पहुंचें।
इससे पहले सेना की एक विशेष गाड़ी पर वाजपेयी की अंतिम यात्रा निकाली गई। तीनों सेनाओं की एक संयुक्त टुकड़ी उनके पार्थिव शरीर को लेकर निकली। अंतिम यात्रा में हजारों की संख्या में लोग अटल बिहारी अमर रहे की नारा लगाते हुए चल रहे थे। अटल बिहारी वाजपेयी की अंतिम यात्रा स्मृति स्थल पहुंची।
जैसे ही स्वर्गीय अटल जी की दत्तक पुत्री नमिता ने दी अटल को मुखाग्नि दी वैसे ही इसके पहले बूंदा बांदी शुरू हो गयी, मानो आसमान रो पड़ा हो ,इससे पहले सेना के जवान ने सभी लोगों के श्रद्धांजलि देने के बाद पार्थिव शरीर से तिरंगा हटाकर उनती दतृतक पुत्री की बेटी (नातिन) निहारिका को सौंपा।
शुक्रवार सायं यमुना के घाट पर ‘राष्ट्रीय स्मृति स्थल’ पर वाजपेयी का अंतिम संस्कार पूरे राजकीय सम्मान के साथ किया गया। उनकी अंतिम यात्रा भाजपा मुख्यालय से शुरू हुई जिसमें हजारों की संख्या में लोग अपने प्रिय नेता को अश्रूपूर्ण विदाई दी। उनके अंतिम दर्शन की लालसा लिये हजारों की संख्या में लोग सड़कों पर खड़े थे। पूरे देश से हजारों की संख्या में लोग वाजपेयी के अंतिम दर्शन करने और उन्हें श्रद्धांजलि देने के लिए भाजपा मुख्यालय पहुंचे।
गौरतलब हो कि भारतरत्न और पूर्व प्रधानमन्त्री वाजपेयी का पार्थिव शरीर कृष्ण मेनन मार्ग स्थित उनके आवास से सुबह 11 बजे दीन दयाल मार्ग पर भारतीय जनता पार्टी के मुख्यालय लाया गया था। जहां बड़ी संख्या में बच्चे, बूढ़े, महिलाएं सभी मौजूद थे। अपने नेता के अंतिम दर्शन के लिए लोग पेड़ों तक पर चढ़ गये। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, भाजपा अध्यक्ष अमित शाह, तमाम कैबिनेट मंत्रियों, मुख्यमंत्रियों, विपक्षी दलों के नेताओं और तमाम विदेशी नेताओं ने दिवंगत नेता को श्रद्धांजलि दी।