आयुक्त गढ़वाल हटाए गए, डीआईजी भी हटाए गए

- पौड़ी बस दुर्घटना की मजिस्ट्रियल जांच के आदेश
- एसओ धूमाकोट और एआरटी निलंबित
देहरादून : उत्तराखंड सरकार ने आज जहाँ आयुक्त गढ़वाल दलीप जावलकर को हटा दिया डीआईजी पुष्पक ज्योति को भी हटा दिया गया है। इनकी जगह आयुक्त शैलेश बगोली को बनाया गया है तो वहीँ डीआईजी गढ़वाल अजय रौतेला को बनाया गया है। राज्य सरकार ने वहीँ पौड़ी बस दुर्घटना पर बड़ा कदम उठाते हुए आरटीओ पौड़ी को हटाया गया है वही एसओ धुमाकोट को भी ससपेंड किया गया है। जावलकर पर्यटन सचिव समेत अन्य प्रभार संभालेंगे, जबकि पुष्पक ज्योति डीआईजी एसआईटी के पद पर तैनात रहेंगे।
मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने पौड़ी बस दुर्घटना में प्रथम दृष्टिया लापरवाही बरतने के लिये एसओ धूमाकोट व उस क्षेत्र के एआरटीओ को निलम्बित करने के निर्देश मुख्य सचिव को दिये है। मुख्यमंत्री द्वारा लोक निर्माण विभाग को राज्य की सड़कों की मरम्मत के भी निर्देश दिये गए है।
उन्होंने भारी बारिश व मानसून के दृष्टिगत प्रदेश में विशेषकर पर्वतीय क्षेत्रों में प्रत्येक तीन किमी पर एक जेसीबी की व्यवस्था सुनिश्चित करने के भी निर्देश दिये है। उन्होंने कहा रविवार को हुई बस दुर्घटना की मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दिए गए हैं। इस दुर्घटना के लिये जो भी दोषी पाया जायेगा, उनके विरूद्ध कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
मुख्यमंत्री ने यह भी निर्देश दिये है कि आपदा के दौरान प्रदेश में हेली सेवा प्रदान करने वाली कम्पनियों द्वारा त्वरित सेवा प्रदान करने में लापरवाही बरते जाने पर उनके विरूद्ध भी कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी। इसके निर्देश भी नागरिक उड्डयन विभाग को दिये गये है। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में भारी वर्षा की आशंका के दृष्टिगत शासन व प्रशासन के अधिकारियों को स्थितियों पर नजर रखने के निर्देश दिये गये है।
गौरतलब हो कि रविवार सुबह दुर्घटनाग्रस्त हुई बस में 48 यात्रियों की मौत हो गई थी। इनमें 37 यात्री पौड़ी जिले के नाला, पोखार, मैरा, भौन, पीपली, अपोला, डंडधार, बाडागाड़, डंडोली, ढंगलगांव, परखंडई गांव थे। 28 सीटर इस बस में चालक और परिचालक समेत 61 लोग सवार थे। हादसे के बाद से पूरे इलाके में शोक की लहर है। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने हल्द्वानी में पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि हादसे के दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा। जांच अधिकारी का कहना है कि प्रथमदृष्टया ओवरलोड की वजह से हादसा होना सामने आया है, लेकिन इस मामले में आरटीओ से तकनीकी और लोनिवि सड़क के बाबत रिपोर्ट मांगी गई है, उसके बाद ही किसी नतीजे पर पहुंचा जा सकेगा। अनुमान लगाया जा रहा है ओवर लोडिंग और गड्ढे से बचने का प्रयास करते वक्त बस के असंतुलित बस खाई में गिरी।