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केदारनाथ फिल्म का टीजर रिलीज होते ही मचा हंगामा 

  • -केदारनाथ फिल्म के निर्देशक का किया पुतला दहन 
  • -फिल्म को बताया धार्मिक भावनाओं के साथ खिलवाड़ 
देवभूमि मीडिया ब्यूरो 
रुद्रप्रयाग । केदारनाथ फिल्म का टीजर रिलीज होते ही विवादों का दौर भी शुरू हो गया है। जगह-जगह फिल्म का विरोध किया जा रहा है। सतेराखाल में स्थानीय जनता ने केदारनाथ फिल्क के निर्देशक एवं अभिनेता व अभिनेत्री का पुतला फूंका। इसके साथ ही तीनों के मुर्दाबाद के नारे भी लगाए। 
सामाजिक कार्यकर्ता गम्भीर सिंह बिष्ट के नेतृत्व में स्थानीय जनता सतेराखाल बाजार में एकत्रित हुई और केदारनाथ फिल्म का विरोध करना शुरू किया। श्री बिष्ट ने कहा कि फिल्म के टीजर देखने से साफ प्रतीत होता है कि फिल्म बनाने वालों ने हिन्दू धर्म की आस्था व स्थानीय जनभावनाओं का अपमान किया है। बहुत लम्बे समय से सभी केदारनाथ फिल्म का इंतजार कर रहे थे, लेकिन कुछ दिन पहले ही आये इस फिल्म के टीजर से साफ हो गया है कि इस फिल्म की कहानी का केदारनाथ आपदा से कोई लेना देना नहीं है, बल्कि सिर्फ और सिर्फ स्थानीय जनता व पूरे हिन्दू समाज की भावनाओं के साथ खिलवाड़ करना मात्र है। टीजर में दिखाये गये व फिल्माए गये दृश्यों में प्रेमी जोड़े का प्रेम प्रसंग को किस नीचता से फिल्माया गया है, यह बखूबी दिख रहा है। किस तरह से मुस्लिम लड़के व हिन्दू युवती की प्रेम कहानी को दिखाया गया है, जबकि दुनिया जानती है कि इस तबाही में हजारों लोग काल के ग्रास में समा गये थे। कई घर के घर बर्बाद हुए। किसी ने अपने माता-पिता खोये तो किसी ने अपना बेटा, किसी ने अपना भाई, किसी ने अपनी बहिन, किसी ने अपना सुहाग और किसी ने अपना सब कुछ और तो और किसी का कोई नामलेवा इस दुनिया में नहीं रहा। स्थानीय लोगों का सब कुछ बर्बाद हो गया। उनके आशियाने, रोजगार, भविष्य के सपने सब कुछ एक झटके में खत्म सा हो गया। इस मौके पर मोहन सजवाण, दीक्षराज रावत,दयाल सिंह, गोपाल सिंह, मोहन बुटोला, चरण सिंह, विक्रम सिंह, यशवंत सिंह, दर्मान सजवाण, छतर सिंह, प्रवीण सिंह आदि मौजूद थे।
  • -तीर्थ पुरोहित समाज एवं स्थानीय लोगों ने जताया विरोध 
  • -धार्मिक आस्था के साथ किया जा रहा खिलवाड़ 
केदारनाथ आपदा से जोड़कर बनाई गई फिल्म केदारनाथ का टीजर रिलीज होने के बाद हंगामा मचना शुरू हो गया है। एक ओर जहां तीर्थ पुरोहित समाज ने इसे धार्मिक भावना के साथ खिलवाड़ बताया, वहीं कुछ लोग फिल्म के दृश्य को देखकर काफी आक्रोशित हैं। उन्होंने आस्था के साथ किये जा रहे खिलवाड़ पर घोर आपत्ति जताई है। 
दिसम्बर माह में रिलीज हो रही फिल्म केदारनाथ का पोस्टर एवं ट्रेलर रिलीज होते ही विरोध भी शुरू हो गया है। दरअसल, फिल्म केदारनाथ का सोशल मीडिया पर एक मिनट 39 सेकंड का टीजर व पोस्टर रिलीज हुआ। इसके बाद फिल्म के टीजर व पोस्टर रिलीज होने के साथ ही कई सवालों ने भी जन्म ले लिया है। अभिषेक कपूर निर्देशित इस फिल्म में सुशांत सिंह राजपूत व सारा अली खान मुख्य भूमिका में हैं। फिल्म के एक हिस्से की शूटिंग केदारनाथ व आसपास के क्षेत्र में हुई है। लिहाजा, उत्तराखंड में इस फिल्म को लेकर उत्साह होना स्वाभाविक था, मगर फिल्म के टीजर व पोस्टर कुछ और ही कहानी बयां करते दिख रहे हैं। टीजर में एक तरफ केदारनाथ तबाह होता नजर आ रहा है, तो दूसरी ओर नायक-नायिका बोल्ड किस सीन करते दिख रहे हैं। टीजर में भगवान शंकर की मूर्ति, घंटे-घड़ियाल के दृश्यों के साथ स्क्रीन पर लिखा आता है कि इस साल करेंगे सामना प्रकृति के क्रोध और साथ में होगा सिर्फ प्यार। इस दौरान फिल्म के नायक की नमाज अदा करते एक झलक भी दिखाई देती है। फिल्म के टीजर को देखकर यह अनुमान लगाने में कोई कठिनाई नहीं होनी चाहिए कि फिल्मकार ने हिंदू मान-मर्यादाओं, प्रतीकों व संस्कृति के साथ खिलवाड़ करने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी है। फिल्म के पोस्टर में नायक सुशांत कंडी में नायिका सारा को पीठ में लादकर ले जाते हुए दिख रहे हैं। पोस्टर की पृष्ठभूमि में करोड़ों हिंदुओं की आस्था के केंद्र बाबा केदारनाथ के मंदिर का चित्र दर्शाया गया है और फिल्म रिलीज की तिथि के साथ जो टैगलाइन दी गई है उसका मतलब है कि प्यार एक तीर्थ यात्रा है। यानी श्री केदारनाथ धाम की यात्रा पर जाने वाले प्रेम पुजारी होते हैं। 
वहीं टीजर में दिखाये गये दृश्यों पर तीर्थ पुरोहित समाज एवं स्थानीय लोगों ने आपत्ति जताई है। उनकी माने तो करोड़ों हिन्दुओं की आस्था के प्रतीक भगवान केदारनाथ की आस्था के साथ फिल्म निर्माता ने खिलवाड़ किया है। फिल्म को धर्म से जोड़कर दिखाया गया है, जबकि ऐसे दृश्य दिखाए गये हैं जो श्रद्धालुओं की आस्था को ठेस पहुंचा रहे हैं। केदारनाथ तीर्थ पुरोहित समाज के अध्यक्ष विनोद शुक्ला, तीर्थ पुरोहित अंकुर शुक्ला, हिमांशु तिवारी, गौरव तिवारी ने कहा कि केदारनाथ आपदा को लेकर बनी फिल्म पर उन्हें घोर आपत्ति है। आपदा के बारे में कोई जानकारी नहीं दी गई है, जबकि सिर्फ फिल्म में प्रेम प्रसंग का मामला दिखाया गया है। यह भगवान केदारनाथ की आस्था के साथ खिलवाड़ है। उन्होंने कहा कि तीर्थ पुरोहित समाज एवं स्थानीय जनता फिल्म केदारनाथ का घोर विरोध करती है। 

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